भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) वित्तीय सेक्टर के लिए इनोवेशन हब स्थापित करने की योजना बना रहा है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। सोमवार को फिक्की की ओर से आयोजित एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में आरबीआई के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर टी रबि शंकर ने कहा कि इस इनोवेशन हब को स्थापित करने का मकसद वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में तकनीक के इस्तेमाल पर फोकस करना है। उन्होंने कहा कि इनोवेशन हब को लेकर जल्द ही विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी।
प्रस्ताव के फाइनल होने के बाद आएगी ज्यादा जानकारी
शंकर ने कहा कि इनोवेशन हब को स्थापित करने का मकसद तकनीक का प्रयोग करते हुए नए आइडिया को सामने लाना है। जब इसका प्रस्ताव पूरी तरह से फाइनल हो जाएगा, उसके बाद ही ज्यादा जानकारी दी जाएगी। शंकर ने कहा, “हम उम्मीद करते है कि तकनीकी फर्म, वित्तीय संस्थान, शैक्षिक संस्थान और फंडिंग एजेंसी सब मिलकर इनोवेशन हब के बारे में बातचीत करेंगे। इसके जरिए वित्तीय क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने के लिए आइडिएशन से लेकर क्रिएशन तक की पूरी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।”
रिटेल पेमेंट सिस्टम के लिए अगले साल लिए जाएंगे आवेदन
एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर शंकर ने कहा कि आरबीआई ने पैन इंडिया रिटेल पेमेंट सिस्टम के संचालन के लिए अंब्रेला एंटिटी को लेकर फ्रेमवर्क जारी कर दिया है। इसके लिए योग्य कंपनियों से 26 फरवरी 2021 से आवेदन मंगाए जाएंगे। फ्रेमवर्क के मुताबिक, 500 करोड़ से ज्यादा नेटवर्थ वाली कंपनी अंब्रेला एंटिटी स्थापित करने के लिए आवेदन कर सकती है। इन कंपनियों को रिटेल स्पेस में नए पेमेंट सिस्टम के सेटअप, मैनेज और ऑपरेट करने की इजाजत होगी। यह कंपनियां एटीएम, व्हाइट लेबल पीओएस, आधार बेस्ड पेमेंट्स और रेमिटेंस जैसे सेक्टर में सेवाएं दे सकती हैं।