चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने सोमवार को पैंगॉन्ग त्सो के दक्षिणी किनारे पर घुसपैठ करने की कोशिश की। इस दौरान जब चीनी सेना की पेट्रोलिंग पार्टी भारतीय जवानों से बातचीत करने के लिए बढ़ी तो उन्होंने जवाब में वॉर्निंग शॉट फायर किए।
इससे पहले, 1 सितंबर को भारत में चीनी दूतावास ने बयान जारी कर कहा था कि भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी तट पर फिर से एलएसी क्रॉस किया। चीनी दूतावास ने यह भी कहा था कि भारत अपने सैनिकों को नियंत्रित करे।
गलवान में हिंसक झड़प हुई मगर गोलियां नहीं चलीं
इस दशक में पहला मौका है, जब चीन की ओर से भारतीय जवानों पर चीनी सैनिकों पर फायर करने का आरोप लगाया गया है। गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के दौरान भी चीनी और भारतीय जवानों की ओर से गोलियां नहीं चलाई गई थीं।
भारतीय सेना ने पैंगॉन्ग त्सो झील इलाके में अहम चोटी पर कब्जा किया
29-30 अगस्त की रात चीन की साजिशों को नाकाम करते हुए भारतीय सेना ने पैंगॉन्ग त्सो झील के दक्षिणी हिस्से में मौजूद एक अहम चोटी पर कब्जा कर लिया। यह रणनीतिक रूप से काफी अहम मानी जाती है। यहां से चीनी सैनिक कुछ मीटर की दूरी पर ही हैं।
चीनी सैनिकों ने चोटी पर कब्जे की साजिश रची थी
बताया जाता है कि रविवार और सोमवार की रात चीनी सैनिकों ने इस चोटी पर कब्जे की साजिश रची थी। लेकिन, भारतीय सेना की स्पेशल ऑपरेशन बटालियन ने न सिर्फ उन्हें खदेड़ दिया, बल्कि यह पूरी चोटी अपने कब्जे में ले ली।
दोनों देशों के बीच जो सहमति बनी थी, भारत उसका पालन नहीं कर रहा- चीन
चीनी सेना के वेस्टर्न थिएटर कमांड ने आरोप लगाया था कि दोनों देशों के बीच जो सहमति बनी थी, भारत उसका पालन नहीं कर रहा है। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा था कि भारत की ओर से तनाव बढ़ने की आशंका है, क्योंकि उसकी तरफ से भड़काने वाली कार्रवाई हो रही है। भारतीय सैनिक लगातार एलएसी क्रॉस कर रहे हैं।