अब निजी अस्पतालों को 80% आईसीयू बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित होंगे

राजधानी में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या के बीच दिल्ली सरकार ने 33 बड़े निजी अस्पतालों में उपलब्ध आईसीयू बेड में से 80 प्रतिशत बेड कोविड-19 मरीजों के लिए सुरक्षित करने के आदेश जारी किया है। अस्पताल 20 प्रतिशत बेड अन्य मरीजों के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने रविवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि यह आदेश सभी निजी अस्पतालों पर लागू होगा। जिन निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड अभी अन्य मरीजों से भरे हैं, उनके खाली करने के बाद उसे कोविड-19 में शामिल कर लिए जाएंगे।

जैन ने कहा कि दिल्ली में कोविड के 143722 बेड में से अभी 7938 बेड भरे हैं और अभी भी 50 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले 10 दिनों में मौत दर 0.68 प्रतिशत है, जबकि कुल मौत दर 2.23 प्रतिशत है। जैन ने कहा कि आईसीयू बेड की ही थोड़ी सी दिक्कत आ रही है। हालांकि अभी अस्पतालों मे पर्याप्त संख्या में बेड है, लेकिन लोगों की पसंद वाले अस्पतालों में आईसीयू बेड की कमी हो रही है। जिन अस्पतालों की अधिक मांग है, उन अस्पतालों में आईसीयू बेड बढ़ाने का आदेश दिए गए है।

50 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली
जैन ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में बेड की संख्या कम नहीं है। अभी भी दिल्ली में 50 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली है। दिल्ली में कोविड-19 के 14,372 बेड है, जिसमें से 7,938 बेड भरे हैं। अभी भी 50 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली है। इमरजेंसी में आईसीयू बेड की जरूरत पड़ती है। उसकी कहीं कमी न पड़ जाएं, इसलिए आईसीयू बेड बढ़ाए जा रहे हैं। केन्द्र और दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आईसीयू बेड अभी उपलब्ध है। कुछ निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड लगभग खत्म हो गए थे, इसलिए उनमें बढ़ाए जा रहे हैं।

दोबारा लॉकडाउन लगाने पर कोई विचार नहीं
जैन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अब लॉकडाउन का समय निकल चुका है। लॉकडाउन के बाद हमें काफी अनुभव मिल चुका है। कोरोना के संक्रमण को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका मास्क पहनना है। यदि आप मास्क लगाते है तो काफी हद तक संक्रमण से बच सकते है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। पिछले दिनों कुछ लोगों ने मास्क लगाना ही बंद कर दिया था और फिर से इस पर अभियान चलाया जा रहा है।

जितना अधिक टेस्ट करेंगे, उतना संक्रमण रोक पाएंगे
जैन ने कहा कि दिल्ली में बाहर से आने वाले लोगों पर कोई प्रतिबंध नहीं है। अब बस, ट्रेन सभी चलने लगी हैं, इसलिए अब बाहर से आने वाले लोगों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है। मुझ लगता है कि जो अनलॉक के बाद एक बार प्रभाव आना था, वह वर्तमान में चल रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि 10 से 15 दिन के बाद केस कम हो जाएंगे।

जैन ने कहा कि दिल्ली में ऐसा कोई केस नहीं आया है, जिसको दोबारा से कोविड हुआ हो। ऐसा जरूर हुआ है कि आप कोविड से संक्रमित हुए और 10 से 12 दिन में आपका टेस्ट निगेटिव आ जाता है तो आप दूसरों को संक्रमित नहीं कर सकते। लेकिन वायरस आपके शरीर में रह सकता है। हमें सलाह दी गई है कि जितना ज्यादा टेस्ट करेंगे, उसको रोकने में मदद मिलेगी।

कोविड-19 के लिए 30 प्रतिशत बेड बढ़ाने के आदेश
जैन ने कहा कि इसके अलावा दिल्ली सरकार ने कोविड अस्पतालों को 30 प्रतिशत तक कोविड-19 के बेड बढ़ाने का आदेश दिया है। यदि किसी अस्पताल के पास 100 बेड है तो वो अपने अस्पताल में बेड बढ़ा कर 130 तक कर सकता है। जिसके पास 200 बेड है, वो 260 कर सकता है और जिसके पास 500 बेड है, वो उसे बढ़ा कर 650 तक कर सकते है। इसके साथ ही जो नए अस्पताल है, उन सभी अस्पतालों को कोविड में इस्तेमाल किया जाएगा।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

Now 80% of ICU beds to private hospitals will be reserved for Kovid patients