शहर में तोड़फोड़ का अभियान मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। कोरोना कॉल में भी प्रशासन लोगों की छतें उजाड़ने में जुटा है। सोमवार को दिल्ली बॉर्डर पर बसी खोरी कॉलोनी में 25 से 30 साल पुरानी बस्ती पर बुल्डोजर चलाकर 1200 मकानों को तोड़ दिया। जबकि मंगलवार को सिंचाई विभाग ने सेक्टर 4 के सामने पटेल नगर में 80 से अधिक मकानों पर बुल्डोजर चलाकर जमींदोज कर दिया।
सिंचाई विभाग की इस कार्रवाई से कॉलोनी के लोगों में आक्रोश है। लोगों ने आरोप लगाया कि सिंचाई विभाग ने ये कार्रवाई एक सत्ताधारी विधायक के इशारे पर की है। सिंचाई विभाग की इस मनमानी के खिलाफ हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर की जाएगी। वहीं दूसरी ओर नगर निगम की टीम ने भी भाखरी रोड, भाखरी गांव, सैनिक कॉलोनी से पाली रोड, भाखरी से नवादा रोड पर अभियान चलाकर 250 से 300 अवैध निर्माण व अतिक्रमण को हटाया।
चार घंटे तक चलाया अभियान
सिंचाई विभाग की टीम मंगलवार को भारी पुलिसबल के साथ पटेल नगर सेक्टर 4 के पास पहुंच गई और लोगों को अपना सामान बाहर निकालने का वक्त दिया। सुबह 10.30 से विभाग ने तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू की और 2.30 बजे तक अभियान चलाकर 80 से अधिक मकान तोड़ दिए।
अफसरों के खिलाफ दायर करेंगे अवमानना याचिका
पटेलनगर आरडब्ल्यूए के प्रधान हरिलाल ने कहा कि सिंचाई विभाग और जिला प्रसाशन ने हाईकोर्ट की अवमानना की है। इसके खिलाफ डीसी यशपाल यादव, सिंचाई विभाग के एक्सईएन बीएस रावत, एसडीओ अरविंद सर्मा और जेई नरेश के खिलाफ अवमानना की याचिका दायर करेंगे।