देश भर के 22 नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी ( NLIU) में प्रवेश के लिए होने वाली CLAT परीक्षा कैंडिडेट्स घर से ही दे सकें, यह संभव नहीं है। एलएलबी करने के बाद एलएलएम के लिए CLAT देने जा रहे वी गोविंद रमणन ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा था कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए उन्हें CLAT परीक्षा घर से ही ऑनलाइन देने की छूट दी जाए। हाई कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है।
यह आदेश दिल्ली हाईकोर्ट ने 10 सितंबर को ही दे दिया था। हालांकि, इसे कोर्ट की ऑफिशियल वेबसाइट पर बुधवार को अपलोड किया गया।
याचिकाकर्ता ने कहा- मुझे कोविड-19 का ज्यादा खतरा
याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से कहा कि उन्हें अस्थमा है। लिहाजा वे उन लोगों में आते हैं जिन्हें कोविड-19 के संक्रमण का अन्य कैंडिडेट्स की तुलना में ज्यादा खतरा है। हालांकि, हाईकोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि, याचिकाकर्ता 2016 में ही एलएलबी कर चुके हैं। इसके 4 साल बाद वे एलएलएम में एडमिशन के लिए परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में यह मामला मैरिट की कसौटी पर भी मजबूत नहीं है।
78,000 कैंडिडेट्स के लिए संसाधन जुटाना मुश्किल
हाईकोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि, 78 हजार कैंडिडेट्स CLAT में शामिल होने जा रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में कैंडिडेट्स के घर पर पर्याप्त इंटरनेट कनेक्टिविटी और लैपटॉप उपलब्ध हो पाएंगे.इसपर हमें संदेह है।
28 सितंबर को होगी परीक्षा
CLAT परीक्षा 28 सितंबर को आयोजित की जाएगी। पहले यह 22 अगस्त को होनी थी। पर बाद में परीक्षा पोस्टपोन कर दी गई थी। देश भर के एग्जाम सेंटरों पर CLAT ऑनलाइन आयोजित की जाएगी।