मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर प्लेयर हार्दिक पांड्या ने कहा कि अब वह पूरी तरह फिट हैं। वह अपनी टीम मुंबई इंडियंस की ओर से आईपीएल में वापसी करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मैं जान चुका हूं कि मैं कुछ भी करूं, लेकिन चोट लगना मेरे खेल का हिस्सा है।
पांड्या ने मुंबई इंडियन्स की ओर से जारी विडियो में कहा कि मैंने अपने जीवन में इस बात का अनुभव किया है कि चोटें मेरे साथ हमेशा रहेंगी। कोई भी व्यक्ति चोटिल नहीं होना चाहता, लेकिन मैंने इस तथ्य को स्वीकार कर लिया है कि मैं कुछ भी करूं चोट लगना उसका भाग है। चोटों ने हमेशा मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।
एशिया कप 2018 में चोटिल होने के बाद वो लगातार चोटों से परेशान रहे। अंत में उन्हें पीठ की चोट का ऑपरेशन कराना पड़ा। उन्होंने पिछले साल अपने पीठ का ऑपरेशन करवाया। उन्होंने सितंबर 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ बेंगलुरु में आखिरी टी-20 इंटरनेशनल मैच खेला था। वहीं इस ऑलराउंडर ने पिछले साल जुलाई में वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी वन-डे खेला था।
लॉकडाउन के दौरान फिटनेस पर दिया ध्यान
पाड्या ने कहा, मेरे घर पर जिम होने का फायदा मुझे और क्रुणाल को मिला। इसी कारण हम दोनों अपनी फिटनेस पर फोकस कर पाए। मेरा हमेशा से मानना है कि आप जितने फिट होते हैं, उतने ही आप तकनीकि रूप से भी मजबूत होते हैं।
उन्होंने कहा कि आप उन चीजों के साथ भी आसानी से ताल-मेल बैठा लेते हैं, जिस बारे में आपने पहले देखा या सोचा नहीं था। यदि आप फिटनेस के मामले में एक कदम आगे बढ़ते हैं, तो बहुत से नए शानदार पल आपका इंतजार कर रहे होते हैं।’
कड़ी मेहनत से आत्मविश्वास मिलता है
हार्दिक ने आगे कहा कि वो मानसिक रूप से भी पूरी तरह फिट हैं और इस कारण आईपीएल में टीम के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करने पर फोकस कर रहे हैं। हार्दिक ने कहा, मैं सौभाग्यशाली था कि चोट से उबरने के बाद मुझे डीवाय पाटिल टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला।
उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के रूप में जब आपकी कड़ी मेहनत रंग लाती है, तो आपको बहुत आत्मविश्वास मिलता है। आज मैं जिस तरह गेंद को हिट कर रहा हूं, उसके बाद सिर्फ मैदान पर जाकर थोड़ी देर पिच पर वक्त गुजारने की जरूरत है। उसके बाद सब कुछ अच्छा होगा।