किस्तों पर मोबाइल दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है। मामले में युवक को गिरफ्तार किया गया है। इस गैंग ने जालसाजी के लिए फर्जी वेबसाइट बना रखी थी। अभी तक की जांच में खुलासा हुआ है देशभर में ये लोग अभी तक ढाई हजार लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। आरोपी की पहचान प्रताप विहार गाजियाबाद निवासी जितेन्द्र सिंह (32) के तौर पर हुई। पुलिस ने इसके पास से दो मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पुलिस को इस केस में आरोपी के साथियों की तलाश है।
डीसीपी साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक आरपी मीणा ने बताया इस मामले में नौ जनवरी को पीड़ित इरफान पठान ने गोविंदपुरी थाने में खुद के साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। पुलिस को बताया गया पिछले साल वह गूगल पर मोबाइल खरीदने के लिए साइट चैक कर रहा था। एक साइट पर उसे सस्ते दाम पर किस्त में मोबाइल खरीदने का ऑफर मिला। उसने साइट के प्रतिनिधि से बात की, जिसने वीपीए के द्वारा पंद्रह सौ रुपए डालने के लिए कहा।
इसके बाद डाउन पेयमेंट के नाम पर तीन बार में छह हजार रुपए ले लिए गए। इसके बाद न तो उसे मोबाइल ही डिलीवर हुआ और ना ही रुपए वापस मिले। इस शिकायत पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया। स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर यशवीर सिंह की टीम ने आरोपी के मोबाइल नंबर को जांच के दायरे में ले लिया। फोन नंबर की कॉल डिटेल निकलवायी गई। एक नंबर रजत शुक्ला के नाम पर पेटीएम और एक्सिस बैंक से रजिस्टर्ड मिला।