इस साल ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) एडवांस के लिए एलिजिबल 2.5 लाख से ज्यादा कैंडिडेंट्स में से सिर्फ 1,60,864 कैंडिडेट्स ने ही अप्लाय किया है। इस बारे में परीक्षा आयोजित करने वाली संस्थान IIT दिल्ली ने आंकड़े जारी कर जानकारी दी है। जारी आंकड़ों के मुताबिक यह संख्या बीते तीन साल की तुलना में सबसे कम है। साल 2019 में, 1.73 लाख और 2018 में 1.65 लाख छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था। जबकि इस बार सिर्फ 64% स्टूडेंट्स ने ही अप्लाय किया है।
सितंबर में एक लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स ने छोड़ी परीक्षा
दरअसल, कोरोना महामारी के बीच हुई परीक्षा इसकी एक वजह हो सकती हैं। इससे पहले सितंबर में हुई JEE मेन परीक्षा में भी एक लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स ने परीक्षा छोड़ दी थी। जेईई एडवांस के लिए आवेदन करने वालों कैंडिडेट्स की संख्या में पिछले कुछ सालों में कमी आई है। एडवांस के लिए क्वालिफाय कैंडिडेट्स सीधे किसी अन्य कॉलेज में प्रवेश ले सकते हैं।
NIT की बढ़ती लोकप्रियता हो सकती है वजह
स्टूडेंट्स और एक्सपर्ट का मानना है कि मेट्रो आधारित NIT की बढ़ती लोकप्रियता इसका एक और कारण है। एक मीडिया वेबसाइट से बात करते हुए IIT डीन ने बताया कि अगर किसी कैंडिडेट ने JEE मेन्स में 2000वीं रैंक प्राप्त की है, तो उसे NIT में उसकी पसंद का कोई भी कोर्स मिल जाएगा। लेकिन यदि वे JEE एडवांस में शामिल होते हैं और इसी स्कोर के साथ इसे क्लियर करते हैं, तो उन्हें अपनी पसंद के आईआईटी में अपना पसंदीदा कोर्स नहीं मिल सकता है।
27 सितंबर को होगी JEE एडवांस
इस बार IIT दिल्ली 27 सितंबर को JEE एडवांस 2020 का आयोजन करेगा। संस्थान विशेष सावधानियों के बीच परीक्षा आयोजित करने के लिए तैयार है। कोरोना के बीच आयोजत हो रही परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं रखने के लिए IIT ने परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ा दी है। इसके अलावा आईआईटी के पूर्व स्टूडेंट्स ने JEE मेन्स के समय जरूरतमंद छात्रों की मदद के लिए एक पोर्टल भी लॉन्च किया था।
पिछले साल 164 परीक्षा केंद्रों के मुकाबले इस बार परीक्षा देश के 222 शहरों में आयोजित की जाएगी। आईआईटी के मुताबिक, इस साल परीक्षा केंद्रों की संख्या पिछले साल के 600 से करीब दोगुना 1150 कर दी गई है।