कृषि विधेयकों के खिलाफ राज्यसभा सांसद एवं आम आदमी पार्टी हरियाणा के सहप्रभारी डॉ. सुशील गुप्ता के नेतृत्व में वीरवार को बीके चौक पर प्रदर्शन किया गया। इसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना ने की। गुप्ता ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसान विरोधी विधेयक लाकर देश की आत्मा पर प्रहार किया है,जिसे देश की जनता कभी माफ़ नहीं करेगी।
भाजपा देश को निजीकरण की तरफ ले जाकर पूंजीपतियों के हाथ में देने की गहरी साजिश का खेल रही है और ये तीनों विधेयक भी उसी साजिश का हिस्सा हैं तथा इन कृषि विरोधी जैसे काले कानून बना कर व्यापारियों के साथ साथ एवं किसानों को भी पूंजी पतियों का गुलाम बना रही है। जिसे देश कभी भी सफल नहीं होने देगा।
उन्होंने कहा कि मंडी व्यवस्था को समाप्त करने का मतलब न्यूनतम समर्थन मूल्य का समाप्त होना है। उन्होंने सरकार से जवाब मांगा अगर अनाज मण्डी ही समाप्त हो जाएंगी तो छोटे किसानों को एमएसपी कौन और कैसे देगा? क्या एफसीआई 15.5 करोड़ किसानों के खेत से एमएसपी पर फसल खरीद सकेगी ? क्या आढ़ती एवं मजदूर किसानों की फसल बेचने में बाधक बन रहे थे ? उन्होंने कहा अगर भाजपा की नीयत किसानों के प्रति ईमानदारी की होती तो इन विधेयकों में एमएसपी का प्रावधान होता तथा किसानों को पूरी कीमत देने की गारंटी होती।
उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि राज्य सभा में सदस्यों ने सदन के उपसभापति से बार बार यह अनुरोध किया था कि इन बिलों पर सदस्यों की वोटिंग कराई जाए लेकिन उन्होंने वोटिंग नहीं कराई,जिसके चलते ये बिल अवैध है, इसलिए इन बिलों पर आप अपने हस्ताक्षर न करें तथा तुरंत इन तीनों बिलों को निरस्त किया जाए और पहले जैसी ही व्यवस्था बहाल की जाए।