संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली में पाकिस्तान को भारत के विरोध का सामना करना पड़ा। असेंबली हॉल में जैसे ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की स्पीच शुरू हुई भारतीय प्रतिनिधिमंडल हॉल से वॉक आउट कर गए। जानकारी के मुताबिक, इमरान खान ने अपनी स्पीच की शुरुआत ही भारत के खिलाफ बोलते हुए की थी।
पाकिस्तान आतंक के एपिसेंटर के रूप में जाना जाता है: भारत
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 45वें सेशन में भारत के स्थाई मिशन के फर्स्ट सेक्रेटरी सेंथिल कुमार ने पाकिस्तान में जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों की बदतर स्थिति के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा- दूसरों को उपदेश देने से पहले पाकिस्तान को याद रखना चाहिए कि आतंकवाद मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे बदतर तरीका है। यह मानवता के खिलाफ अपराध है। दुनिया को मानवाधिकार पर ऐसे देश से सीख लेने की जरूरत नहीं है, जो आतंक का एपिसेंटर और नर्सरी के तौर पर जाना जाता है।
पीओके के प्रोफेसर ने भी पाकिस्तान पर आरोप लगाए
इससे पहले पीओके के एक्टिविस्ट प्रोफेसर सज्जाद राजा ने भी पाकिस्तान पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पीओके में लोगों की स्थिति जानवरों से भी बदतर हो चुकी है। राजा ने सीधे तौर पर पाकिस्तान की सरकार और फौज को निशाने पर लिया। कहा- पाकिस्तान हमारे साथ जानवरों जैसा सलूक फौरन बंद करे।
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