एफटीएसई रसेल ने कहा कि वह चीन के सरकारी बांड को वर्ल्ड ग्लोबल बांड इंडेक्स में शामिल कर सकती है। इससे चीन के वित्तीय बाजार में सैकड़ों अरब डॉलर का विदेशी निवेश होगा। चीन के 10 वर्षीय सरकारी बांड का यील्ड अभी अमेरिकी बांड के मुकाबले 240 आधार अंक ज्यादा है।
गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि इससे चीन के डेट बाजार में 140 अरब डॉलर का निवेश हो सकता है। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के डिप्टी गवर्नर पैन गोंगशेंग ने कहा कि पिछले तीन साल में चीन के बाजार में अंतरराष्ट्र्रीय निवेश 40 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है। अभी विदेशी निवेशकों के पास 410 अरब डॉलर (2.8 लाख करोड़ यूआन) मूल्य के चाइनीज बांड हैं। यह चीन के बांड बाजार के 3 फीसदी से भी कम है।
पिछले साल एफटीएसई रसेल ने चीन के सॉवरेन बांड को इंडेक्स में शामिल करने से इंकार कर दिया था
यदि मंजूरी मिलती है, तो वर्ल्ड गवर्मेंट इंडेक्स में चीन के सरकारी बांड को शामिल करने की प्रक्रिया अगले साल अक्टूबर में शुरू हो सकती है। एफटीएसई रसेल लंदन स्टॉक एक्सचेंज की सहायक कंपनी है। उसने पिछले साल लिक्विडिटी और ट्र्रांजेक्शन सेटलमेंट जैसे कई कारणों से चीन के सरकारी बांड को वर्ल्ड इंडेक्स में शामिल करने से इंकार कर दिया था। उसने कहा कि चीन ने उनके मुद्दों का समाधान कर दिया है।
एफटीएसई रसेल चाइनीज बांड को इंडेक्स में शामिल करने की सटीक तिथि मार्च में बताएगी
एफटीएसई रसेल ने कहा कि वह मार्च में बताएगी कि किस तिथि को चीन के सरकारी बांड को इंडेक्स में शामिल किया जाएगा। जेपी मोर्गन असेट मैनेजमेंट के जैसन पैंग ने कहा कि पिछले 20 साल में चीन का बांड बाजार 60 गुने से ज्यादा की बढ़ोतरी के साथ करीब 14 लाख करोड़ डॉलर का हो चुका है। चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांड बाजार है।
ब्लूमबर्ग बार्कलेज ग्लोबल एग्रीगेट इंडेक्स और जेपी मोर्गन गवर्मेंट बांड इंडेक्स-इमर्जिंग मार्केट्स में पहले मिल चुकी है एंट्री
प्रमुख वैश्विक बांड इंडेक्स में यह चीन का तीसरा प्रवेश होगा। इससे पहले चीन के सॉवरेन बांड को ब्लूमबर्ग बार्कलेज ग्लोबल एग्रीगेट इंडेक्स और जेपी मोर्गन गवर्मेंट बांड इंडेक्स-इमर्जिंग मार्केट्स में एंट्री मिल चुकी है। फैक्टसेट के आंकड़ों के मुतााबिक 10 वर्षीय चाइनीज गवर्मेंट बांड का यील्ड अभी करीब 3.08 फीसदी है, जबकि उसके समकक्ष अमेरिकी बांड का यील्ड महज 0.67 फीसदी है।