इजराइल ने रविवार को यहूदियों के पवित्र त्योहार योम किप्पूर के मौके पर जश्न मनाने पर रोक लगा दी। सरकार ने देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया। इस बीच इजराइल की राजधानी येरूशलम में लोगों ने एक बार फिर से कोरोना पांबंदियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इजराइल में अब तक 2 लाख 31 हजार 26 संक्रमित मिले हैं। अब तक 1466 संक्रमितों की मौत हुई है। बीते पांच दिन से यहां हर दिन संक्रमण के 5 हजार से ज्यादा मामले मिल रहे हैं।
कनाडा ने कोरोना वैक्सीन के 2 करोड़ डोज हासिल करने के लिए डील किया है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रविवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में तैयार की जा रही वैक्सीन खरीदने के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ समझौता किया गया है। कनाडा सरकार अब तक छह वैक्सीन खरीदने के लिए सौदा कर चुकी है। कनाडा में अब तक संक्रमण के 1 लाख 53 हजार 58 मामले मिले हैं। यहां 9 हजार 268 संक्रमितों की जान भी गई है।
दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.33 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 44 लाख 05 हजार 383 से ज्यादा हो चुकी है। अब तक 10 लाख 588 मौतें हो चुकी हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 73,02,826 | 2,09,291 | 45,36,625 |
भारत | 60,52,297 | 95,151 | 49,95,857 |
ब्राजील | 47,19,099 | 1,41,503 | 40,50,837 |
रूस | 11,51,438 | 20,324 | 9,43,218 |
पेरू | 8,00,142 | 32,142 | 6,57,836 |
स्पेन | 7,35,198 | 31,232 | उपलब्ध नहीं |
मैक्सिको | 7,26,431 | 76,243 | 5,21,241 |
अर्जेंटीना | 7,02,484 | 15,543 | 5,56,489 |
साउथ अफ्रीका | 6,69,498 | 16,376 | 6,01,818 |
फ्रांस | 5,38,569 | 31,727 | 94,891 |
फ्रांस : बढ़ता संक्रमण
फ्रांस में संक्रमण की दूसरी लहर भी घातक साबित हो रही है। इस हफ्ते की शुरुआत से लगभग हर दिन 13 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार को 14 हजार 412 मामले सामने आए। मंगलवार को 16 से ज्यादा नए मामले सामने आए थे। सरकार की परेशानी यह है कि वह सख्त प्रतिबंध लगाना तो चाहती है लेकिन कारोबारी संगठन और आम लोग इसके विरोध में उतर आए हैं।
मार्सिले में सरकार ने बार और रेस्टोरेंट्स बंद करने को कहा। लेकिन, स्थानीय प्रशासन ने इसका विरोध किया। इस शहर में दो क्लस्टर मिले हैं और दोनों रेस्टोरेंट्स से संबंधित हैं। दूसरी ओर, हेल्थ मिनिस्ट्री ने भी साफ कर दिया है कि संक्रमण को रोकने के लिए फिलहाल सावधानी से ही सबसे अच्छा उपाय है। लिहाजा, प्रतिबंधों का पालन तो करना ही होगा। फ्रांस में अब तक 5 लाख 27 हजार 446 मामले सामने आ चुके हैं।
हॉन्गकॉन्ग : हफ्तों बाद पहला मामला सामने आया
हॉन्गकॉन्ग में कई हफ्ते बाद पहला मामला सामने आया है। यहां सरकार ने इसे संक्रमण की तीसरी लहर बता दिया है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने शनिवार रात जारी बयान में कहा- यह मरीज बहरीन से आया था और जांच के दौरान एयरपोर्ट पर ही उसके संक्रमित होने का पता लगा। फिलहाल, उसकी हालत के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। बहरहाल, इस मामले के सामने आने के बाद अब प्रशासन नए प्रतिबंधों पर विचार कर रहा है।
चीफ एग्जीक्यूटिव कैरी लेम ने कहा- हमने संक्रमण पर दो बार पूरी तरह काबू पाया था। लेकिन, हमारे सामने अब तीसरी लहर का खतरा है। कम्युनिटी ट्रांसफर को खतरे नकारा नहीं जा सकता। लिहाजा, सख्त उपाय किए जाएंगे।

महामारी से लड़ने के लिए सभी देश साथ आएं: डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सभी देश साथ आएं। डब्ल्यूएचओ के इमरजेंसी प्रोग्राम के प्रमुख माइक रेयान ने शनिवार को कहा-अगर ऐसा नहीं हुआ तो वैक्सीन आने और इसका इस्तेमाल होने से पहले ही संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 20 लाख के पार हो जाएगा। रेयान ने कहा कि युवाओं को संक्रमण फैलाने के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। इंडोर प्लेसेज पर बुजुर्गों और युवाओं के एक साथ जुटने के कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
ब्रिटेन : जॉनसन की मुश्किल
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोविड-19 की दूसरी लहर को देखते हुए कई सख्त प्रतिबंध लगाए हैं। नागरिक तो इसका विरोध कर रही है रहे थे, अब संसद में भी जॉनसन की परेशानी बढ़ गई है। सांसदों का कहना है कि जॉनसन ने संसद और सांसदों को भरोसे में लिए बिना प्रतिबंधों का आदेश जारी किया। इसके वजह से लोगों में सरकार के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है। हाल ही में एक सर्वे भी किया गया। इसके नतीजों के मुताबिक, प्रतिबंधों के पहले ही हफ्ते में सरकार की लोकप्रियता में तीन फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।

पेरू : साल के आखिर तक रह सकता है आपातकाल
संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर लैटिन अमेरिकी देश पेरू ने सख्त रवैया अपनाया है। यहां राष्ट्रीय आपातकाल 31 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। प्रेसिडेंट मार्टिन विजकारा ने कहा- इस बात की संभावना है कि यह इमरजेंसी साल के आखिर तक बनी रहे। फिलहाल, हम इसे 31 अक्टूबर तक बढ़ा रहे हैं। पेरू की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- हम जानते हैं कि लोगों को कुछ प्रतिबंधों से काफी परेशान होना पड़ रहा है। लेकिन, कोविड-19 से बचने का फिलहाल यही उपाय है कि हम हर सावधानी बरतें। मास्क और सैनिटाइजेशन का खास ध्यान रखें।