ब्रिटेन ने नवम्बर से चार महीने के लिए जरूरी मेडिकल आइटम्स स्टॉक करने का फैसला किया है। डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड सोशल केयर ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। सरकार ने फेस मास्क, वाइजर्स और गाउन जैसे सामान जुटाकर रख लिए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर हेल्थ और सोशल केयर वर्कर्स इनका इस्तेमाल कर सकेंगे। देश में संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। अब तक यहां 4 लाख 39 हजार 13 संक्रमित मिले हैं और 42 हजार से ज्यादा संक्रमितों की मौत हुई है।
फ्रांस में सोमवार से कोरोना से जुड़ी नई पाबंदियां लागू कर दी गईं। सरकार ने राजधानी पेरिस समेत देश के 11 शहरों में ये पाबंदियां लागू की हैं, जो अगले 15 दिन तक जारी रहेंगी। इन शहरों में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच सभी बार बंद रहेंगे। किसी भी किराए के जगह पर शादी समारोह, उत्सव बनाने और स्टूडेंट पार्टी पर भी रोक होगी। हालांकि, खुले जगहों जैसे कि पार्क में 10 लोगों को एक साथ जुटने की छूट दी गई है।
दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.33 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 46 लाख 33 हजार 646 से ज्यादा हो चुकी है। मरने वालों का आंकड़ा 10 लाख के पार हो चुका है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।

इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 73,25,037 | 20,95,021 | 45,71,236 |
भारत | 60,87,454 | 95,678 | 50,25,815 |
ब्राजील | 47,32,309 | 1,41,776 | 40,60,088 |
रूस | 11,59,573 | 20,385 | 9,45,920 |
पेरू | 8,05,302 | 32,262 | 6,64,490 |
स्पेन | 7,35,198 | 31,232 | उपलब्ध नहीं |
मैक्सिको | 7,30,317 | 76,430 | 5,23,831 |
अर्जेंटीना | 7,11,325 | 15,749 | 5,65,935 |
साउथ अफ्रीका | 6,70,766 | 16,398 | 6,03,721 |
फ्रांस | 5,38,569 | 31,727 | 94,891 |
रूस : मॉस्को में 16 की मौत
रूस में संक्रमण की दूसरी लहर घातक साबित होने लगी है। अकेले मॉस्को शहर में रविवार को 16 लोगों की मौत हो गई। अब यहां मरने वालों का आंकड़ा 5180 हो गया है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा- हमने नए मामलों पर काबू पाने में काफी हद तक सफलता हासिल की है। लेकिन, गंभीर मरीजों की मौत हुई। शनिवार को 18 के बाद रविवार को 16 मरीजों की मौत हुई। इनमें से ज्यादातर काफी उम्रदराज थे और पहले से कुछ बीमारियों से जूझ रहे थे।

चीन : गंभीर आरोप
दुनिया के कई देशों में कोरोना वैक्सीन पर रिसर्च और ट्रायल जारी हैं, लेकिन, चीन ने अपने नागरिकों को असुरक्षित वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये वैक्सीन असुरक्षित इसलिए हैं क्योंकि इनका सफल ट्रायल के सबूत सामने नहीं आ सके हैं। यह वैक्सीन एक सरकारी कंपनी की है। इसे सरकारी अफसर, कंपनी के स्टाफ, टीचर्स और उन लोगों को लगाया जा रहा है जो विदेश जाने वाले हैं।
मर्डोक यूनिवर्सिटी के डॉक्टर किम मुलहोलेन्ड ने कहा- इस तरह की अनप्रूवन वैक्सीन बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। मुझे इस बात की आशंका है कि कंपनी के कर्मचारियों को वैक्सीन इसलिए लगाई गई होगी क्योंकि वे इससे इनकार भी नहीं कर सकते थे।

पेरू : सावधानी बरतें लोग
संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर लैटिन अमेरिकी देश पेरू ने सख्त रवैया अपनाया है। यहां राष्ट्रीय आपातकाल 31 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। प्रेसिडेंट मार्टिन विजकारा ने कहा- इस बात की संभावना है कि यह इमरजेंसी साल के आखिर तक बनी रहे। फिलहाल, हम इसे 31 अक्टूबर तक बढ़ा रहे हैं। पेरू की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- हम जानते हैं कि लोगों को कुछ प्रतिबंधों से काफी परेशान होना पड़ रहा है। लेकिन, कोविड-19 से बचने का फिलहाल यही उपाय है कि हम हर सावधानी बरतें। मास्क और सैनिटाइजेशन का खास ध्यान रखें।
ब्रिटेन : लंदन में लगेगा लॉकडाउन
बोरिस जॉनसन सरकार नॉर्दर्न ब्रिटेन और लंदन में फिर सख्त लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। द टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम ने पिछले दिनों साफ कर दिया था कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर तेज हो रही है और इससे वही हालात पैदा होने का खतरा है जो मई और जून में सामने आए थे।
लॉकडाउन के दौरान सभी पब, बार और रेस्टोरेंट्स पूरी तरह बंद रखे जाएंगे। लोगों के सार्वजनिक स्थलों पर मिलने पर भी रोक लगाई जाएगी। हालांकि, इस दौरान स्कूल और कुछ दुकानों को खोलने की मंजूरी दी जाएगी। जहां तक संभव हो सकेगा, वहां तक लोगों को वर्क फ्रॉम होम करना होगा। माना जा रहा है कि यह लॉकडाउन दो हफ्ते के लिए होगा। लेकिन, जरूरत होने पर इसे बढ़ाया भी जा सकेगा।