लघु बचत योजना( स्माल सेविंग स्कीम) के निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही तक वर्तमान ब्याज दरें रखने का फैसला किया है। इस तरह से आपको मिलने वाली ब्याज दरों में कोई कमी नहीं आएगी। सरकार इसकी अगली समीक्षा अब दिसंबर में करेगी।
इसका असर यह होगा कि पीपीएफ एनएससीएस आदि जैसी स्कीम्स पर आपको 7 प्रतिशत से ऊपर ब्याज मिलता रहेगा।
सरकार ने किया फैसला
सरकार ने इस संबंध में सर्कुलर जारी किया है। इसके मुताबिक सुकन्या समृद्धि योजना, पोस्ट ऑफिस की बचत स्कीम आदि पर भी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बता दें कि इन स्कीम्स पर हर तिमाही में समीक्षा की जाती है। इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही में समीक्षा की गई थी।
तीसरी तिमाही में ये हैं स्कीम्स पर मिलने वाली ब्याज
तीसरी तिमाही में आपको जिन स्कीम्स पर ब्याज दरें मिलेंगी उसमें यह स्कीम्स हैं। सेविंग डिपॉजिट पर सालाना 4 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी। एक से तीन साल तक की टाइम डिपॉजिट पर 5.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगी। जबकि 5 साल की टाइम डिपॉजिट पर आपको 6.7 और 5 साल की रिकरिंग डिपॉजिट पर 5.8 प्रतिशत ब्याज मिलेगी। 5 साल की सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम पर 7.4 प्रतिशत, 5 साल की मासिक इनकम अकाउंट स्कीम पर 6.6 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी।
नेशनल सेविंग पर 6.8 प्रतिशत की ब्याज दर
इसी तरह 5 साल की नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 6.8 प्रतिशत, पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम पर 7.1 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी। किसान विकास पत्र पर 6.9 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी। पीपीएफ स्कीम पर 7.1 और सुकन्या समृद्धि पर 7.6 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी। यह सभी दरें जुलाई तिमाही की हैं जो अक्टूबर तिमाही में भी जारी रहेंगी।
बता दें कि एनएससी, केवीपी, टाइम डिपॉजिट, एससीएसएस में निवेश करने वालों के लिए ब्याज दरें स्कीम में निवेश किए जाने से लेकर मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने तक समान रहती है। वहीं पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि के लिए ब्याज दर हर तिमाही पर सरकार द्वारा समीक्षा किए जाने के बाद बदलती है।
अप्रैल से जून के दौरान घटी थी ब्याज दर
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान सरकार ने पोस्ट ऑफिस की डिपॉजिट स्कीम की ब्याज दर में 0.7 से 1.4 प्रतिशत तक की कटौती की थी। सरकार ने इन स्कीम की ब्याज दरों में इसलिए कोई कटौती नहीं क्योंकि बैंक एफडी की दरें पहले से ही नीचे हैं। उदाहरण के तौर पर एसबीआई की एफडी की ब्याज दर इस समय 4.90 प्रतिशत है जबकि पोस्ट ऑफिस की 5.5 प्रतिशत है। यानी इसमें आपको 60 बीपीएस ज्यादा ब्याज मिल रहा है।
आप अगर एक लाख रुपए का निवेश करते हैं तो सालाना आपको 623 रुपए ज्यादा ब्याज पोस्ट ऑफिस के निवेश पर मिलेगा।