इंडस्ट्री को हमेशा सब्सिडी की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए, यह एकमात्र समाधान नहीं: पीयूष गोयल

केंद्रीय वाणिज्य और इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि भारत में कई सेक्टर्स में ग्लोबल लीडर बनने की क्षमता है। बस इसके लिए मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों को बढ़ाने की आवश्यकता है। गोयल एक्जिम बैंक की ओर से आयोजित एक वेबिनार में बोल रहे थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिन सेक्टर्स में ग्लोबल स्तर पर प्रतियोगिता करने की क्षमता है, उनकी पहचान करनी होगी।

निर्यात और घरेलू सेक्टर के लिए उत्पादों को अलग करने की आवश्यकता नहीं

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निर्यात और घरेलू सेक्टर के लिए हमें उत्पादों को अलग करने की आवश्यकता नहीं है। हमें अच्छी क्वालिटी, तकनीक और स्केल की जरूरत है। मौजूदा समय को देखते हुए इसके लिए मदद की आवश्यकता हो सकती है। उन्होंने कहा कि यदि हमारे उत्पादे अच्छे और प्रतियोगी कीमत के होंगे तो निश्चित तौर पर एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इंडस्ट्री को हमेशा यह उम्मीद नहीं रखनी चाहिए कि सब्सिडी ही एकमात्र समाधान है।

बड़े मार्केट वाले देशों से कर रहे हैं फ्री ट्रेड एग्रीमेंट

फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम बड़े मार्केट वाले विकसित देशों के साथ ऐसे समझौते कर रहे हैं। इसमें चिली और पेरू जैसे देशों को शामिल नहीं किया जा रहा है। गोयल ने कहा कि भारत निश्चित तौर पर ग्लोबल सप्लाई चेन का हिस्सा और भरोसेमंद पार्टनर बन सकता है। उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी, स्केल और अच्छी मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस समय की आवश्यकता है।

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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि उत्पाद क्षमता में बढ़ोतरी, स्केल और अच्छी मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस समय की आवश्यकता है।