यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा आज रविवार, 4 अक्टूबर को देशभर में आयोजित की जा रही है। सुबह 9:30 बजे से शुरू हुई परीक्षा की पहली शिफ्ट खत्म होने के बाद अब दूसरी शिफ्ट दोपहर 2:30 बजे से शुरू हो चुकी है, जो शाम 4:30 बजे तक चलेगी।
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2,569 केंद्रों पर आयोजित होगी परीक्षा
देश के विभिन्न शहरों में 2,569 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित हो रही है। पहले सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2020, 31 मई को होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते आयोग ने इसे स्थगित कर इसकी नई तारीख 4 अक्टूबर तय की। कोरोना काल में आयोजित हो रही परीक्षा के दौरान कैंडिडेट्स को कोरोना से बचाव के लिए UPSC की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
परीक्षा के लिए परिवहन की भी सुविधा
परीक्षा के मद्देनजर कैबिनेट सचिव और UPSC सचिव ने सभी मुख्य सचिवों को निर्देश दिए थे कि कैंडिडेट्स को 3 और 4 अक्टूबर को परिवहन की उचित सुविधा मुहैया कराई जाए, ताकि उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो। इसी क्रम में रेलवे ने भी देश भर में कई स्पेशल ट्रेनें चलाने का भी फैसला लिया है।
UPSC हर साल भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए तीन चरणों में प्रारंभिक, मुख्य और इंटरव्यू सिविल सेवा परीक्षा आयोजित कराती है।
इन बातों का रखें ध्यान
- सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स के लिए मास्क या फेस कवर पहनकर रखें।
- कैंडिडेट्स एग्जाम हॉल में पारदर्शी बोतलों में सैनिटाइजर ले जा सकते हैं।
- बिना मास्क के किसी भी स्टूडेंट्स को परीक्षा केन्द्र में एंट्री नहीं दी जाएगी।
- परीक्षा हॉल/कमरों के साथ कैंपस में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
- हर केंद्र पर उसकी क्षमता से एक तिहाई कैंडिडेट्स को बैठाया जाएगा।
- स्टूडेंट्स को परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले तक ही परीक्षा केंद्र में एंट्री दी जाएगी।
- परीक्षा के शामिल होने के लिए कैंडिडेट्स को अपने फोटो आईडी कार्ड, जिसका नंबर ई-एडमिट कार्ड पर दिया गया है, साथ लाना होगा।
- परीक्षा लिखने के लिए स्क्राइब के ई-एडमिट कार्ड अलग से जारी किए जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा स्थगित करने से किया इंकार
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सिविल सेवा (प्रिलिम्स) परीक्षा 2020 को लेकर दायर याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि 4 अक्टूबर को होने वाली ये परीक्षाएं कोविड महामारी के कारण नहीं टाली जा सकतीं। कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस बात पर विचार करने को कहा है कि ऐसे कैंडिडेट़्स को एक और मौका दिया जा सकता है, जिनके पास अपना आखिरी अटेम्प्ट बचा है और जो कोरोना के कारण परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे।