अक्टूबर की शुरुआत हो चुकी है। कंपनियां अब जुलाई-सितंबर (दूसरी तिमाही) का फाइनेंशियल रिजल्ट घोषित करेंगी। सबसे पहले 7 अक्टूबर को आईटी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) रिजल्ट जारी करेगी। इसके बाद तमाम कंपनियां अपने रिजल्ट की शुरुआत करेंगी। ऐसे में फाइनेंशियल सेक्टर की कंपनियों के रिजल्ट कैसे रहेंगे, इस पर हम आपको बता रहे हैं।
अनलॉक से पटरी पर आ रही है अर्थव्यवस्था
अनलॉक के बाद देश की इकोनॉमी फिर पटरी पर लौटती दिख रही है। ऑटो बिक्री से लेकर जीएसटी कलेक्शन तक के आंकड़े रिकवरी के संकेत दे रहे हैं। आईटी जैसे कुछ सेक्टर को लॉकडाउन और वर्क फ्रॉम होम का फायदा मिलेगा, वहीं दूसरे सेक्टर्स में पेंट अप डिमांड से लेकर अच्छे मॉनसून का असर दिखेगा। यस सिक्योरिटीज के मुताबिक बैंकिंग एवं एनबीएफसी की लोन ग्रोथ पोर्टफोलियो फ्लैट रह सकती है।
सालाना आधार पर लोन घटकर 5.3 फीसदी जबकि डिपॉजिट ग्रोथ 12 फीसदी संभव है। क्रेडिट डिपॉजिट अनुपात 72 फीसदी रह सकता है जो 3.5 साल का निचला स्तर है।
एचडीएफसी बैंक का लाभ 6,763 करोड़ रह सकता है
रिपोर्ट के मुताबिक सालाना आधार पर निजी सेक्टर के बैंक एचडीएफसी बैंक का शुद्ध लाभ 7 प्रतिशत बढ़कर 6,763 करोड़ रुपए रह सकता है। जबकि तिमाही आधार पर इसमें दो प्रतिशत की उम्मीद है। बैंक की शुद्ध ब्याज आय में 16 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक के मुनाफे में इस बार 2.73 गुना की वृद्धि होने की उम्मीद है। यह 2,444 करोड़ रुपए रह सकता है। जबकि शुद्ध ब्याज आय में 15 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
बैंक के लाभ में इतनी वृद्धि इसलिए होगा क्योंकि इसने सब्सिडियरी में हिस्सेदारी बेची है। हालांकि तिमाही आधार पर इसका लाभ 6 प्रतिशत गिर सकता है।
एक्सिस बैंक के लाभ में 20 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है
रिपोर्ट कहती है कि एक्सिस बैंक का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 1,334 करोड़ रुपए रह सकता है। तिमाही आधार में इसमें 20 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। कोटक महिंद्रा बैंक के लाभ में सालाना आधार पर 25 प्रतिशत की भारी गिरावट होगी। जबकि तिमाही आधार पर 4 प्रतिशत बढ़ सकता है। इसका लाभ 1,296 करोड़ रुपए रहने की उम्मीद है। इसकी शुद्ध ब्याज आय 7 प्रतिशत बढ़कर 3,3577 करोड़ रुपए रह सकती है।
इंडसइंड बैंक के लाभ में भारी गिरावट की आशंका
इसी तरह इंडसइंड बैंक के शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 61 प्रतिशत की गिरावट आने की आशंका है। तिमाही आधार में इसमें 7 प्रतिशत की वृद्धि होगी। यह लाभ 546 करोड़ रुपए रह सकता है। लाभ में भारी गिरावट प्रोविजन और अन्य की वजह से होगा। इसकी शुद्ध ब्याज आय 3,097 करोड़ रुपए सकती है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के शुद्ध लाभ में तिमाही आधार पर 30 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है। इसका लाभ 2,946 करोड़ रुपए रह सकता है। ब्याज आय 26,984 करोड़ रुपए रह सकती है।
बजाज फिनसर्व का लाभ 16 प्रतिशत गिर सकता है
एनबीएफसी की बात करें तो बजाज फिनसर्व के लाभ में सालाना और तिमाही आधार पर 16 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है। यह 1,017 करोड़ रुपए रह सकता है। इसकी शुद्ध ब्याज आय 1,520 करोड़ रुपए रह सकती है। मन्नापुरम फाइनेंस का लाभ 12 प्रतिशत सालाना आधार पर जबकि 3 प्रतिशत तिमाही आधार पर कम हो सकती है। यह 358 करोड़ रुपए रह सकती है। महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेस का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 23 प्रतिशत जबकि तिमाही आधार पर 45 प्रतिशत गिर सकता है। इसकी शुद्ध ब्याज आय 1,023 करोड़ रुपए रह सकती है।
बजाज फाइनेंस के लाभ में 33 प्रतिशत की गिरावट की आशंका
बजाज फाइनेंस के शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 33 प्रतिशत की गिरावट आने की आशंका है जबकि तिमाही आधार पर इसमें 5 प्रतिशत की बढ़त दिख सकती है। इसका लाभ 1,008 करोड़ रुपए रह सकता है। इसकी शुद्ध ब्याज आय 4,222 करोड़ रुपए रह सकती है। वैसे सेगमेंट के लिहाज से देखें तो रिटेल में क्रेडिट ग्रोथ 10 प्रतिशत कम रहने की आशंका है। एकमात्र ऑटो सेक्टर ही बैंकों के लिए ठीक दिख रहा है। इसमें 8 प्रतिशत की क्रेडिट ग्रोथ होने की उम्मीद है।
हाउसिंग लोन में 11 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है तो क्रेडिट कार्ड की ग्रोथ रेट में सात प्रतिशत की गिरावट हो सकती है। मोराटोरियम की वजह से नए एनपीए कम आएंगे। इससे तिमाही आधार पर एनपीए में सुधार दिख सकता है।