कोरोना संकट के बीच अक्टूबर में चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे आने वाले हैं। इसकी शुरुआत 7 अक्टूबर को टीसीएस की तिमाही नतीजों के साथ हो जाएगा। इस दौरान लॉजिस्टिक कंपनियों के भी नतीजे घोषित होंगे। यस सिक्युरिटीज का कहना है कि महामारी के दौरान ठप पड़े कारोबार का असर इस सेक्टर पर अन्य के मुकाबले अधिक पड़ा है, जिसके कारण नतीजे भी कमजोर आ सकते हैं। हालांकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले दूसरी तिमाही में हल्की सुधार की उम्मीद है।
ई-कॉमर्स बिजनेस से लॉजिस्टिक सेक्टर को सपोर्ट
यस सिक्युरिटीज (YES Securities) की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना महामारी के दौरान ई-कॉमर्स बिजनेस में ग्रोथ के कारण लॉजिस्टिक सेक्टर को हल्का सपोर्ट मिला है। जबकि ज्यादातर कंपनियों को माल ढुलाई से होने वाली कमाई पिछले साल की तुलना में कम हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक दूसरी तिमाही में ब्लू डार्ट एक्सप्रेस (Blue Dart Express) का रेवेन्यू सालाना आधार पर 20% घटकर 641 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है, जो पिछली तिमाही से 54% अधिक है। कंपनी को इस तिमाही 41 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफे का अनुमान है। जबकि एबीटा 65 करोड़ रुपए रह सकता है।
दूसरी तिमाही में मुनाफे का अनुमान
दूसरी तिमाही में माल ढुलाई के कारोबार में बढ़त के चलते कंटेनर कॉर्पोरेशन (Container Corporation) का रेवेन्यू पिछली तिमाही की तुलना में 32% बढ़कर 1,580 करोड़ रुपए तक होने का अनुमान है। कंपनी को इस तिमाही में शानदार मुनाफा हुआ है, जून तिमाही के मुकाबले 208% बढ़कर 179.6 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। जबकि एबीटा 316 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ऑटो डिमांड बढ़ने से महिंद्रा लॉजिस्टिक (Mahindra Logistics) को सहारा मिला है। कंपनी को इस तिमाही 11 करोड़ रुपए के शुद्ध मुनाफे का अनुमान है, जो पिछले साल की तुलना में 2% कम है। रिपोर्ट में ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (Transport Corporation) को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 577 करोड़ रुपए के रेवेन्यू का अनुमान जताया गया है।
जबकि कंपनी को 17 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ होने की उम्मीद जताई गई है। ट्रकों और वाहन चालकों की उपलब्धता बढ़ने से टीसीआई एक्सप्रेस और ट्रांसपोर्ट कॉर्प के कारोबार में सुधार देखने को मिला है। टीसीआई एक्सप्रेस (TCI Express) को पिछली तिमाही के मुकाबले 1955% ज्यादा मुनाफे का अनुमान है।
रियायतों से सेक्टर को मिला सहारा
यस सिक्युरिटीज के मुताबिक, अनलॉक के तहत मिलने वाली रियायतों से कारोबार पटरी पर लौट रही है, जिसका असर लॉजिस्टिक कारोबार पर भी पड़ा है। इसमें एक्सप्रेस कार्गो से शानदार रिकवरी की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉजिस्टिक सेक्टर की कंपनियों में प्री-कोविड लेवल की ग्रोथ दिखाई दे सकती है। इसके लिए कंपनियां माल ढुलाई के दर भी स्थिर कर रही हैं।