आम लोगों की यह धारणा है कि मां बनने से दिमाग का गहरा संबंध है। मां बनने के बाद महिलाएं छोटी-छोटी सी बातें भी याद नहीं रख पाती।
डिलिवरी के बाद महिलाओं की ब्रेन कंडिशन का पता लगाने के लिए एक रिसर्च की गई। ये रिसर्च प्रूड यूनिवर्सिटी की पीएच डी स्टूडेंट वेलेरी टकर मिलर ने की।
मिलर के अनुसार मां बनने के बाद एक महिला के जीवन में कई बदलाव आते हैं जैसे अगर पहले बच्चे का जन्म हुआ है तो रात में बच्चे के जागने की वजह से मां के रात को सोने और जागने का समय बदल जाता है।
डिलिवरी के दौरान शरीर में हुए हार्मोनल बदलावों की वजह से भी कई चीजों पर उनका फोकस पहले की तरह नहीं हो पाता। साथ ही इसका असर उनकी याद्दाश्त पर भी होता है।

महिलाओं के दिमाग की स्थिति जानने के लिए मिलर ने “अटैंशन नेटवर्क टेस्ट” की। इसे “ANT-R” नाम दिया। इस रिसर्च के लिए 60 उन महिलाओं को लिया गया जो एक साल के अंदर ही मां बनी थीं। उन्होंने 70 उन महिलाओं को भी अपने रिसर्च में शामिल किया जोअभी मां नहीं बनी हैं।
इस रिसर्च के परिणाम जर्नल करंट साइकोलॉजी में प्रकाशित हुए। इससे ये साबित हुआ कि मां बनने वाली और मां नहीं बनने वाली महिलाओं के दिमाग की सक्रियता में कोई अंतर नहीं होता। रिसर्चर्स ने ये भी माना कि मां बनने के बाद ब्रेन की एक्टिवनेस अधिक बढ़ती है क्योंकि मां को अपने साथ-साथ शिशु की देखभाल के लिए ज्यादा एक्टिव होना पड़ता है।
प्रूड यूनिवर्सिटी में एंथ्रोपोलॉजी की असिस्टेंट प्रोफेसर और को ऑथर अमांडा विले और सेंट नॉबर्ट कॉलेज में साइकोलॉजी की विजिटिंग एसोसिएट प्रोफेसर लीसा ए वानवर्मर इस रिसर्च में शामिल हुईं। उन्होंने महिलाओ से पूछा कि रात को बच्चे के साथ आप कितने घंटे जागती हैं?
रात में नींद पूरी न होने की वजह से क्या आपको दिन में बार-बार नींद आती है? क्या आपको लगता है कि मां बनने के बाद आपकी मेमारी कम हुई है? इन सवालों के जवाब जानकर ये पता चला कि एक मां के फोकस और मेमोरी में कोई कमी नहीं आती है।

हां इतना जरूर है कि मां जब तनाव में रहती है या उसे कोई सहारा नहीं मिलता तो उसके दिमाग की सक्रियता कम हो जाती है।
इन दिनों अमेरिका की कई महिलाएं मां बनने के बाद आर्थिक तंगी का सामना करते हुए या लॉकडाउन में रहते हुए डिप्रेशन का सामना कर रही हैं। इसका असर उनके दिमाग की सक्रियता को भी प्रभावित कर रहा है।
मिलर कहती हैं मां बनने के बाद शिशु की देखभाल में ज्यादा वक्त बिताना या उसे लेकर हर समय चिंतित रहना भी महिलाओं के दिमाग की क्षमता को प्रभावित करता है।
इस रिसर्च को प्रूड के कॉलेज ऑफ लिबरल आर्ट्स और यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के लिबरल आर्ट्स एंड साइंस का भीसपोर्ट मिला।