सिंगापुर में कोरोना महामारी के दौरान फ्रंटलाइन वॉरियरके तौर पर काम करने वाली भारतीय मूल की नर्स को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
इस महिला का नाम कला नारायणसामी है। यह उन पांच नर्सों में शामिल हैं जिन्हें ये पुरस्कार मिला है। इन सभी को सिंगापुरके राष्ट्रपति हलीम याकूब द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र, एक ट्रॉफी और लगभग 5 करोड़ 38 लाख की राशि दी गई है।
नारायण सामी वुडलैंड्स हेल्थ कैंपस में नर्सिंग की उप निदेशक हैं। उन्हें कोरोना काल में इंफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिस का उपयोग करने के लिए सम्मानित किया गया है। इसे कला ने 2003 में फैले सेवर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम के समय सीखा था।
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फिलहाल कला वुडलैंड हेल्थ कैंपस की प्लानिंगमें शामिल हैं। इसकी शुरुआत 2022 में होने की संभावना है। कला राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने पर बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि मैं अगली पीढ़ी की नर्सों कोतैयार करने में अपना जीवन बिताऊंगी।
कला कहती है मैं नर्सों कोये सिखाऊंगी कि नर्सिंग आपको पुरस्कृत करने में कभी असफल नहीं होती है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति पुरस्कार उन नर्सों को सम्मान देता है जिन्होंने लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन और मरीजों की देखभाल की हो।
वे नर्सें जो शिक्षा,अनुंसधान और प्रशासन में योगदान दे रही हैं। 2002 में इसकी शुरुआत के बाद से अब तक 77 नर्सों को यह सम्मान मिल चुका है।
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कला इस पेशे में आने वाली महिलाओं से कहना चाहती हैं कि ऐसे कई अवार्ड और प्रमोशंस आपका इंतजार कर रहे हैं।
आप नर्स बनकर मरीजों की सेवा करें और इन पुरस्कारों को अपने नाम कर लें। काम के प्रति आपका धैर्य और मेहनत कभी असफल नहीं होती है।