पहले तो दंगों की आग में दिल्ली को झोंका और अब उसके सच को खाक में मिलाने की साजिश का खुलासा हुआ है। दिल्ली दंगों के दो अहम गवाहों को जान से मारने की धमकी दी गई है और इस बाबत दिल्ली पुलिस और उत्तराखंड पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पहला मामला नार्थ ईस्ट दिल्ली में हुए दंगे के एक केस में शिकायतकर्ता को धमकी देने का मामला सामने आया है। अनजान नंबर से मोबाइल पर आई इस कॉल की बाबत उसे धमकाया गया कि अगर वह केस वापस नहीं लेता तो उसे और उसके परिवार खत्म करवा दिया जाएगा। इस मामले को लेकर दयालपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही पीड़ित ने अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगायी है।
पुलिस को दिए बयान में यमना विहार क्षेत्र निवासी धर्मेश शर्मा ने बताया ओल्ड मुस्तफाबाद में उनका डीआरपी स्कूल है। पेशे से वकील होने के साथ ही वह अपने पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। 24 और 25 फरवरी को दंगाईयों द्वारा इस स्कूल को लूटा और जलाकर नष्ट कर दिया गया था। इस बाबत उनके पिता पंकज शर्मा ने दयालपुर थाने में मुकदमा दर्ज करवा रखा था। 4 जुलाई को उनके पिता पंकज शर्मा के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आई।
फोन करने वाले ने धमकी देते हुए कहा कि इस केस को वापस ले लो। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो फैजल भाई आपके परिवार को मरवा देगें। इस केस में दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है, जिसमें मुख्य आरोपी फैजल व फारुख को ही बनाया गया है। ऐसे में उन्हें अब अपनी सुरक्षा का खतरा है। इस मामले में मिली शिकायत पर चार जुलाई को ही पुलिस ने दयालपुर थाने में आईपीसी की धारा 195 ए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। केस में अभी पुलिस की जांच जारी है।
दूसरा मामला में पुलिस के मुताबिक उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में राजधानी स्कूल के मालिक फैजल का नाम भी सामने आया था। इस मामले में गार्ड के बयानों के मुताबिक इसके बाद उसने देखा कि डीआरपी स्कूल के सामने लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई और उस भीड़ ने डीआरपी स्कूल को तोड़ना और जलाना शुरू किया। इसी दौरान एक दंगाई गार्ड के पास आया और उसने उससे कहा कि फैजल सर से बात हो गई है। तुम यहां से भाग जाओ।
दिल्ली पुलिस को दिए बयान के बाद मनोज गार्ड वापस अपने गांव चला गया। ध्यान रहे कि इस मामले में दिल्ली पुलिस ने फैजल और उसके साथियों के खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट के सामने पेश कर दिया है और फैजल की जमानत याचिका भी खारिज हो गई है। इसके बाद मनोज ने अपने शिकायती पत्र में कहा कि उसके पास फैजल के पिता फारुख के फोन से कॉल आया और मुझे कहा कि तुमने मेरे बेटे फैजल के खिलाफ दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच में जो बयान दिए हैं वो वापस ले लो। दिल्ली आ जाओ वर्ना हम लोग खुद तुम्हें लेने तुम्हारे गांव आ जाएंगे। गार्ड मनोज की शिकायत के आधार पर उत्तराखंड पुलिस ने अपराधिक धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।