इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच बुधवार से होने वाले पहले टेस्ट मैच से 4 महीने बाद इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी होगी। लंबे समय बाद क्रिकेट की वापसी से सभी खुश हैं। लेकिन जिस तरह कोरोना ने पूरी दुनिया को पलट दिया है, इससे सभी में चिंता भी है। स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, सभी एहतियात बरते गए हैं। दुनिया भर में पॉजिटिव आए ज्यादातर व्यक्तियों में वायरस के लक्षण नहीं मिले हैं।
इसी वजह से गलती की गुंजाइश नहीं के बराबर है। इंग्लैंड के ऑलराउंडर सैम करेन को बुखार और खांसी की वजह से आइसोलेट कर दिया गया। उनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आया। कल्पना कीजिए अगर रिजल्ट पॉजिटिव आता तो क्या होता।
सुरक्षित वातावरण में होंगे मैच
इस सीरीज को लेकर क्रिकेट की दुनिया में लगातार चर्चा हो रही है। सभी नजरें इस पर होंगी कि मैच का आयोजन कैसे होता है। क्रिकेट के नियम में कोरोना सब्सटिट्यूट जोड़ा गया है। लेकिन गौर करने वाली बात होगी कि गेंदबाज और फील्डर, गेंद पर लार नहीं लगाने वाले नियम का कैसे पालन करते हैं। मैच बायो-सिक्योर वातावरण में खेला जाएगा। फैंस को आने की अनुमति नहीं होगी। इन सब के बीच सीरीज में रोमांचक क्रिकेट की उम्मीद की जा रही है।
वेस्टइंडीज टीम नस्लवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देगी
इंग्लैंड को पिछली सीरीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। अगर बल्लेबाज अच्छा स्कोर बनाते हैं तो विंडीज के पास इंग्लैंड पर दबाव बनाने वाली तेज गेंदबाजी है। ब्लैक लाइव्स मैटर भी प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए ट्रिगर हो सकता है। जेसन होल्डर की टीम अपने प्रदर्शन से नस्लवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देना चाहेगी।