कोरोना महामारी के बीच पहली बार इंडियन स्कॉलास्टिक असेसमेंट टेस्ट, IND-SAT 2020 का 22 जुलाई को ऑनलाइन आयोजन किया गया। इसका आयोजन MHRD के प्रोग्राम स्टडी इन इंडिया ’कार्यक्रम के तहत किया गया। नेपाल, इथियोपिया, बांग्लादेश, भूटान, युगांडा, तंजानिया, रवांडा, श्रीलंका, केन्या, जाम्बिया, इंडोनेशिया और मॉरीशस के करीब 5000 उम्मीदवार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित इस ऑनलाइन परीक्षा में शामिल हुए।
विदेशी स्टूडेंट्स को मिलती है स्कॉलरशिप्स
IND-SAT का आयोजन विदेशी स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप्स और देश की कुछ चुनिंदा यूनिर्वसिटीज में एडमिशन देने के लिए किया जाता है। इस परीक्षा का मकसद भारत में अध्ययन के लिए आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स की शैक्षिक क्षमता का अनुमान लगाना है। IND-SAT में हासिल किए स्कोर स्टडी इन इंडिया ’कार्यक्रम के तहत यूजी और पीजी प्रोग्राम के लिए स्कॉलरशिप के आवंटन के लिए मेधावी छात्रों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए एक मापदंड के रूप में काम करता है।
इंग्लिश में आयोजित होती है परीक्षा
90-मिनट की यह ऑनलाइन परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित है। इसका आयोजन इंग्लिश में किया जाता है, जिसमें 40, 25 और 25 अंकों के साथ उप-वर्गों के रूप में मौखिक क्षमता, मात्रा, तार्किक तर्क शामिल है। परीक्षा में हर सही उत्तर के लिए एक अंक मिलता है जबकि गलत जवाब के लिए कोई निगेटिव मार्किंग नहीं है।
116 यूनिवर्सिटीड में मिलता है एडमिशन
भारत में पढ़ाई करने के इच्छुक स्टूडेंट्स MHRD के इस प्रोग्राम के तहत स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए देश के 116 चुनिंदा उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्ययन कर सकते हैं। इसके लिए छात्रों का चयन 12वीं या स्कूल छोड़ने वाली परीक्षा में उनकी योग्यता के आधार पर होता है। परीक्षा के पहले साल में करीब 780 छात्रों ने प्रवेश लिया था, जो अगले साल बढ़कर करीब 3,200 हो गए।