10 जिलों के 10 लाख लोग चपेट में; गोपालगंज में सारण बांध दो जगह से टूटा, वायुसेना के हेलिकॉप्टर गिरा रहे खाना

राज्य में गंडक, बागमती और अधवारा नदियों में उफान के चलते बिहार के 10 जिलों के 10 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं। शनिवार को गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर इलाके में सारण बांध दो जगह से टूट गया। इससे सारण जिले के तरैया, मशरख और पानापुर में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। गोपालगंज के बैकुंठपुर में दो जगह जमींदारी बांध टूटा है। इससे पहले शुक्रवार को गोपालगंज में गंडक नदी पर बना सारण बांध टूट गया था।

वायुसेना के हेलिकॉप्टर गिरा रहे खाना
बाढ़ में फंसे लोगों तक खाना पहुंचाने के लिए वायुसेना की मदद ली गई है। वायुसेना के तीन हेलिकॉप्टर बाढ़ पीड़ितों के बीच खाना गिरा रहे हैं। दो हेलिकॉप्टर दरभंगा से दरभंगा और मोतिहारी के बीच राहत कार्य चला रहे हैं। एक हेलिकॉप्टर पटना से गोपालगंज में राहत सामग्री ले जाकर एयर ड्रॉपिंग कर रहा है। बाढ़ पीड़ितों के लिए 271 कम्युनिटी किचन चल रहे हैं, जहां 11 लाख से ज्यादा लोग भोजन कर रहे हैं।

10 जिले के 9.60 लाख लोग प्रभावित

जिला प्रभावित आबादी
दरभंगा 326344
मुजफ्फरपुर 143924
प.चंपारण 143283
पू.चंपारण 135727
सुपौल 81188
खगड़िया 55772
गोपालगंज 36,825
सीतामढ़ी 31,400
शिवहर 5178
किशनगंज 1190

दरभंगा: पुल से टकराया पानी, दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड पर ट्रेनें बंद
लगातार हो रही बारिश और जिले में बहने वाली विभिन्न नदियों के जलस्तर में वृद्धि से जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनती जा रही है। दरभंगा समस्तीपुर रेलखंड पर हायाघाट और थलवाड़ा के बीच बने पुल के पास तक नदी का पानी पहुंच गया। इसके बाद इस रेलखंड पर ट्रेनों की आवाजाही अगले आदेश तक रोक दी गई है।

गोपालगंज: बरौली जलमग्न, मांझा के 65 गांव के लोग बाढ़ में घिरे
बरौली के देवापुर में सारण मुख्य बांध टूट गया है। जिले के पूर्वांचल में गंडक अपनी विनाशलीला दिखा रही है। बाढ़ की तेज बहाव में बरौली और मांझा ब्लॉक के करीब 65 गांव बाढ़ का कहर झेल रहे हैं। बरौली और मांझा के सुदूर इलाकों में सैकड़ों परिवार बाढ़ में फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ की आठ टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। मोटरबोट और नावों से लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

गोपालगंज: खाट पर घर में फंसी बीमार बुजुर्ग महिला को इलाज के लिए ले जाते एनडीआरएफ के जवान।

बेतिया: बाढ़ में फंसे 435 लोगों को एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
पश्चिम चंपारण जिले में लगातार बारिश से नदियों ने रौद्ररूप धारण कर लिया है। आधा गड़क, मसान, पंडई, हड़बोड़ा, सिकहरना, गंगुली, हरपतबेनी आदि नदियों का जलस्तर बढने से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। निचले इलाकों में रहने वाले लोग फंस गए हैं। नौतन ब्लॉक के कई गांवों में बाढ़ में फंसे 400 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

बेतिया: बाढ़ के पानी से लोगों को बाहर निकालती एसडीआरएफ की टीम।

किशनगंज: टेड़ागाछ के दीपनारायण में 6 परिवारों का घर नदी में समाया
नेपाल की पहाड़ियों से निकली बूढ़ी कनकई के जलस्तर में पिछले चार पांच दिनों में लगातार बढ़ने-घटने का सिलसिला जारी है। इस कारण भुरलीभिट्ठा गांव कटान के जद में हैं। अब तक के नदी के कटाव से प्रधानमंत्री आवास, कई कच्चे घर, उपजाऊ जमीन नदी के समा चुके हैं।

किशनगंज: टेढ़ागाछ के मटियारी में कटाव में विस्थापित परिवार दूसरी जगह जाते हुए।

मधुबनी: शादी करने के लिए नाव से तीन किमी की दूरी तय कर सोइली से करहरा पहुंचे दूल्हा और बाराती
बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के करहरा गांव में बाढ़ के पानी के बीच शुक्रवार को सोइली चौक से चलकर दूल्हा व बाराती 3 किलोमीटर की दूरी तय कर नाव से शादी के लिए लड़की वाले के घर पहुंचे। अनुमंडल के बिस्फी प्रखंड के उसराही गांव के मो. हाजी अबु समां के पुत्र मो. कपिल शेख की शादी 24 जुलाई शुक्रवार को बेनीपट्टी प्रखंड के अति बाढ़ प्रभावित करहरा गांव के मो. अबरार की पुत्री से होनी थी। हालांकि बाढ़ की भयावहता व नाव पर खतरे की संभावना को देखते हुए दुल्हन को साथ लेकर नहीं लौटे।

मधुबनी: नाव पर सवार होकर शादी के लिए जाते दूल्हा और बाराती।

मुजफ्फरपुर: गायघाट की 14 पंचायतों में फैला बाढ़ का पानी
मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट के केवटसा, बरूआरी, शिवदाहा, लदौर, बलौर निधी, जमालपुर कोदई, कमरथू , कांटा पिरौंछा उत्तरी, कांटा पिरौंछा दक्षिणी, सुस्ता, लोमा, जारंग पूर्वी, दहिला पटशर्मा, बाघाखाल पंचायतों में बाढ़ का पानी पहुंच गया। कांटा पिरौंछा दक्षिणी में तीन जगहों पर ग्रामीण बांध टूट गया, इससे तार बांध, नाजिरपुर बांध व मुशहर टोला जलमग्न हो गए। कांटा, नाजिरपुर, महुआरा गांव की हालत खराब हो गई है। कमरथू के साथ ही सकड़बाड़ा आदि गांवों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। बेनीबाद, भरत नगर में बागमती के साथ ही लखनदेई का पानी घरों में घुस गया। जारंग पूर्वी पंचायत के गायघाट व अन्य हिस्से में भी बाढ़ का फैल गया।

मुजफ्फरपुर: गायघाट के बरुआरी में बाढ़ के पानी में गैस सिलेंडर ले जाते लोग।

सारण: गंडक नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोत्तरी से तरैया के 28 गांव डूबे
सारण जिले के तरैया प्रखण्ड में गंडक नदी का तांडव जारी है। गंडक नदी के पानी में हुए तेजी से वृद्धि के कारण प्रखण्ड के पांच पंचायतों के 28 गांव डूब गए। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। 37100 कि आबादी प्रभावित है।

सारण: पानी से घिरा माधोपुर मल्लह टोली गांव।

भागलपुर: लोकमानपुर पंचायत के छह गांवों के 400 से अधिक घरों में घुसा बाढ़ का पानी

लगातार हो रही बारिश से गंगा और कोसी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। इससे भागलपुर के दियारा इलाके के तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है। कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। खरीक प्रखंड की लोकमानपुर पंचायत के लोकमानपुर गोढ़ीयारी टोला, बालू टोला, सिमरतल्ला, सिंहकुंड के जिलेबिया मोड़, बालू टोला गांव के करीब 400 से अधिक घरों में बाढ़ का पानी घुसा गया। घर की ऊंचाई का आधा हिस्सा पानी में डूब गया। ग्रामीणों ने जैसे-तैसे भागकर अपनी जान बचाई।

भागलपुर: घर में पानी घुसने के बाद छोटी नाव से पलायन करते ग्रामीण।

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गोपालगंज: समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर पुल नंबर-16 के गाटर पर बागमती नदी का पानी 6 इंच चढ़ गया है।