फरीदाबाद के सेक्टर-46 में गलत नसबंदी से कुत्ते की मौत हो गई। यह बात पशुओं के लिए काम करने वाली पीपल फॉर एनिमल संस्था की प्रतिनिधि के संज्ञान में आई। उसकी शिकायत पर सूरजकुंड थाना पुलिस ने नसबंदी करने वाले कथित पशु चिकित्सक और कुत्ते के मालिक के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
पीपल फॉर एनिमल संस्था की प्रतिनिधि प्रीति दुबे ने पुलिस को बताया कि गांव मेवला महाराजपुर निवासी युद्धवीर सिंह खुद को सरकारी पशु चिकित्सक बताता है और एनआइटी-5 स्थित पशुओं के अस्पताल में बैठता भी है। उसने सेक्टर-46 निवासी निशांत गर्ग के पालतू कुत्ते की नसंबदी की थी।
संस्था की प्रतिनिधि प्रीति दुबे का दावा है कि युद्धवीर सिंह के पास पशु चिकित्सक के तौर पर कोई डिग्री नहीं है और उसे कोई खास अनुभव भी नहीं। इसलिए उसने कुत्ते की गलत नसबंदी कर दी और उसके पेट में पेपर नेपकिन भर दिए। इससे कुत्ते को इंफेक्शन हो गया। निशांत गर्ग ने कुत्ते का इलाज पशुओं के निजी अस्पताल में कराया, मगर कुत्ते की मौत हो गई।
आरोप है कि इसके बाद निशांत गर्ग ने पुलिस को शिकायत देने की बजाय 40 हजार रुपये लेकर मुंह बंद कर लिया। इसलिए प्रीति दुबे को शिकायत लेकर आगे आना पड़ा। उन्होंने कथित पशु चिकित्सक व कुत्ते के मालिक दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सूरजकुंड थाना पुलिस का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।