स्पेशल ट्रेनिंग सेंटरों में पढ़ने वाले छात्रों तक भी मिड डे मील की सुविधा अब पहुंचाई जाएगी। मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को कहा गया है कि वह इन छात्रों को भी यह सुविधा दें। इन सेंटरों में आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रन को शिक्षित किया जाता है और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के बाद सरकारी स्कूलों में एडमिशन भी मिलता है।
लॉकडाउन के बाद से इन छात्रों तक मिड डे मील की सुविधा नहीं पहुंचाई जा सकी है जबकि इससे पहले सरकारी स्कूलों के छात्रों की तरह ही इन छात्रों को भी मिड-डे-मील दिया जाता था। सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में ऐसे छात्रों की पहचान करके उन सभी तक मिड डे मील पहुंचाना होगा। जिला परियोजना संयोजक रितु चौधरी ने बताया कि सभी केंद्रों में विशेष प्रशिक्षण की शुरुआत से पहले उपयुक्त वर्ग के स्कूलों के बच्चों की पहचान भी सुनिश्चित करनी होगी। जून तक का मिड डे मील सभी सरकारी स्कूलों में पहुंचा दिया गया है। ऐसे में जो अब जुलाई का मिड डे मील दिया जाएगा उस में आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रन भी शामिल होंगे।