(अमित कुमार निरंजन), स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में एन 95 (वॉल्व लगे हुए) मास्क को कोरोना वायरस रोकने में अक्षम बताया है। मंत्रालय ने बगैर वॉल्व वाले मास्क या ट्रिपल लेयर वाले मास्क ज्यादा बेहतर बताए हैं। इस बीच आईआईटी दिल्ली ने भी आम लोगों तक सस्ते में बगैर वाल्व एन 95 मास्क पहुंचाने की तैयारी शुरु कर दी है। वह अपने कवच मास्क की तकनीक और मटेरियल को आम लोगों के लिए साझा करने की तैयारी कर रहा है। इस तरह आम लोग बगैर वाल्व एन 95 स्तर का मास्क घर बैठे महज 20 रुपए में बना सकते हैं। जो बाजार में मिलने वाले एन 95 मास्क से दस गुना ज्यादा सस्ता होगा।
आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर बिपिन कुमार ने बताया कि 21 अप्रैल को हमने एन 95 की गुणवत्ता के स्तर का मास्क कवच नाम से बनाया था। अभी इसकी कीमत बाजार में सिर्फ 45 रुपए है। मास्क बनाने की तकनीक को पेटेंट करवा लिया गया है। आईआईटी दिल्ली का दावा है कि ये मास्क बाजार में बिकने वाले मास्क से कहीं ज्यादा बेहतर और बहुत सस्ता है।
आईआईटी का कवच मास्क पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बना हुआ है। उन्होंने बताया कि अपने तकनीक को अब आदमी को सौंपने की तैयारी में हैं। घर बैठे महिलाएं आईआईटी दिल्ली की तकनीक की मदद से मास्क बना सकेगी। इसके लिए हमने करीब डेढ़ दर्जन एनजीओ, आरडब्ल्यूए और सोसायटी ग्रुप में ट्रेनिंग शुरु की है। करीब 5 मिनट का वीडियो भी तैयार किया है, जिसे देखकर घर पर मास्क बनाया जा सकता है।
अभी तक 20 लाख कवच मास्क बेचे जा चुके है
यह तकनीक डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी की गई मास्क बनाने की विधि से ज्यादा बेहतर और सुरक्षित है। इसके लिए सिर्फ कम से 100 लोगों के समूह को विशेष प्रकार कपड़ा खरीदना होगा। इस कपड़े को ईटेक्स डॉट इन (etex.in) की वेबसाइट से खरीदा जा सकता है। जहां लोग इसे बनाने की ऑनलाइन ट्रेनिंग भी ले पाएंगे। इस कपड़े से ही एन 95 के स्तर का मास्क कवच घर बैठे बना सकते हैं। इस तरह घर पर मास्क बनाने की कीमत 20 रुपए से भी कम आएगी। इसके डिजायन, सिलाई और विशेष प्रकार के कपड़े का अहम रोल रहता है। अभी तक 20 लाख कवच मास्क बेचे जा चुके हैं। जिसकी प्रोडक्शन से लेकर मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन की जिम्मेदारी आईआईटी दिल्ली के बीटेक के आधा दर्जन छात्रों ने संभाली हुई है।