मारुति सुजुकी को 249 करोड़ रुपए का घाटा, एक साल पहले 1,435 करोड़ का हुआ था लाभ, स्पाइस जेट को 807 करोड़ का नुकसान

देश की अग्रणी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 249.4 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी को 1,435.5 करोड़ रुपए का फायदा हुआ था। यहां तक की मार्च तिमाही में भी इसे 1,291.7 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।

मारुति का रेवेन्यू 79 प्रतिशत गिरा

कंपनी ने बुधवार को रिजल्ट जारी किया। कंपनी ने बताया कि बिक्री में आई गिरावट से उसे घाटा हुआ है। इसका रेवेन्यू 79.2 प्रतिशत गिरकर 4,105 करोड़ रुपए रहा है। मारुति सुजुकी ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से देश में लॉकडाउन रहा। इससे रिजल्ट पर प्रभाव दिखा। हालांकि पिछली तिमाही के रिजल्ट से इसकी तुलना नहीं की जा सकती है। मारुति सुजुकी ने बताया कि जून तिमाही के दौरान उसने कुल 76,599 गाड़ियों की बिक्री की थी। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी ने 4.02 लाख गाड़ियों की बिक्री की थी। उसकी तुलना में जून तिमाही में 81 प्रतिशत की गिरावट आई है।

मारुति के इतिहास में यह सबसे बड़ी गिरावट

पहली तिमाही में घरेलू और निर्यात दोनों में गिरावट आई है। कंपनी ने कहा कि कोविड-19 की वजह से यह उसके इतिहास में बहुत बड़ी कमी रही है। तिमाही में उसने एक भी गाड़ियों का प्रोडक्शन नहीं किया। साथ ही लॉकडाउन के दौरान उसने एक भी कारों की बिक्री नहीं की। प्रोडक्शन और बिक्री मई के अंत में मामूली रूप से शुरू हो पाई थी। जून तिमाही में कंपनी की अन्य आय 57.6 प्रतिशत बढ़कर 1,318 करोड़ रुपए रही है।

कुल खर्च इसी अवधि में 69 प्रतिशत बढ़कर 5,750 करोड़ रुपए रहा है। कंपनी का शेयर बीएसई पर मामूली बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। हालांकि जून तिमाही में यह 36 प्रतिशत बढ़कर 6,172 रुपए पर कारोबार कर रहा था।

स्पाइस जेट को चौथी तिमाही में भारी घाटा

उधर स्पाइसजेट को वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में 807 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। हालांकि कंपनी चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का रिजल्ट बाद में जारी करेगी। चौथी तिमाही जनवरी से मार्च की अवधि की है। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 72.5 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। कंपनी ने बुधवार को रिजल्ट जारी किया। हालांकि पूरे साल के दौरान कंपनी का शुद्ध घाटा 934 करोड़ रुपए रहा है।

पूरे साल के दौरान 934 करोड़ का घाटा

कंपनी ने बताया कि चौथी तिमाही में नॉन कैश घाटा 473.4 करोड़ रुपए का रहा है। यह घाटा फॉरेक्स नुकसान के कारण हुआ है जो इंड-एएस 116 की वजह से लीज लाइबिलिटी थी। स्पाइसजेट ने बताया कि उसका रेवेन्यू चौथी तिमाही में 13.1 प्रतिशत बढ़कर 2,867 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले इसी अवधि में यह 2,534.7 करोड़ रुपए था। अन्य आय 40.6 करोड़ रुपए की तुलना में 185.7 करोड़ रुपए रही है। फॉरेक्स नुकसान 484 करोड़ रुपए रहा है।

मार्च तिमाही में 38 नए एयरक्राफ्ट जोड़ा

स्पाइसजेट ने बताया कि तिमाही के दौरान कंपनी ने 38 एयरक्राफ्ट को अपने फ्लीट में जोड़ा है। यह 570 रोजाना की औसत पैसेंजर फ्लाइट को कोविड से पहले चलाती थी। स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह ने कहा कि हमारे प्रदर्शन को प्रभावित करने में दो मुख्य कारण रहे हैं। इसमें एक तो कोरोना और दूसरा 737 मैक्स को हटाने की वजह रही है।

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स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह ने कहा कि हमारे प्रदर्शन को प्रभावित करने में दो मुख्य कारण रहे हैं। इसमें एक तो कोरोना और दूसरा 737 मैक्स को हटाने की वजह रही है