देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के फाइनेंशियल रिजल्ट का इंतजार वैसे तो हर क्वार्टर में रहता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन का असर देखने के लिए इस पर खासतौर से नजरें टिकी थीं। अप्रैल-जून तिमाही में रिटेल बिजनेस में स्टोर बंद रहने से कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट यानी इनकम टैक्स और इंटरेस्ट का खर्च घटाने से पहले का प्रॉफिट करीब 60% घटकर 722 करोड़ रुपए रह गया। लेकिन, रिटेल कारोबार के ई-कॉमर्स सेगमेंट में कंपनी तेजी से बढ़ी।
कंपनी ने लॉकडाउन के दौरान अपने जियोमार्ट प्लेटफॉर्म के जरिए एक दिन में 4 लाख तक ऑर्डर डिलीवर किए। कंपनी को 431 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ है। रेवेन्यू में 17% गिरावट आई है। जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 31,633 करोड़ रुपए रहा।
तिमाही | ऑपरेटिंग प्रॉफिट (रुपए) |
अप्रैल-जून 2020 | 722 करोड़ |
जनवरी-मार्च 2020 | 2,072 करोड़ |
अप्रैल-जून 2019 | 1,786 करोड़ |
तिमाही | रेवेन्यू (रुपए) |
अप्रैल-जून 2020 | 31,633 करोड़ |
जनवरी-मार्च 2020 | 38,242 करोड़ |
अप्रैल-जून 2019 | 38,216 करोड़ |
(ऑपरेटिंग प्रॉफिट और रेवेन्यू के आंकड़े गुरुवार को कंपनी की बीएसई फाइलिंग के मुताबिक)
जियोमार्ट के जरिए ई-कॉमर्स में एंट्री
जियोमार्ट के जरिए रिलायंस रिटेल कस्टमर्स को सर्विस देने के साथ ही अपने किराना स्टोर पार्टनर्स को भी सपोर्ट कर रही है। लॉकडाउन के शुरुआत यानी मार्च के आखिर में जियोमार्ट के डेली ऑर्डर 4 गुना बढ़ गए। जियोमार्ट ने कुछ दिनों पहले मोबाइल ऐप भी लॉन्च कर दिया। इस प्लेटफॉर्म पर अभी ग्रॉसरी, पर्सनल केयर, होम केयर और बेबी केयर प्रॉडक्ट ऑर्डर किए जा सकते हैं। इसके जरिए कंपनी 200 शहरों में सर्विस दे रही है। जल्द ही ग्रॉसरी के अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, हेल्थकेयर और फार्मा प्रॉडक्ट भी मिलने लगेंगे। जियोमार्ट की टक्कर अमेजन पैन्ट्री, बिग बास्केट, ग्रोफर्स और फ्लिपकार्ट सुपरमार्केट से है।
वॉट्सऐप के जरिए 40 करोड़ कस्टमर पर नजर
रिलायंस रिटेल ने वॉट्सऐप के साथ भी कमर्शियल पार्टनरशिप की है ताकि न्यू कॉमर्स बिजनेस को तेजी से बढ़ा सके। जियोमार्ट को वॉट्सऐप के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा ताकि कस्टमर वॉट्सऐप के जरिए अपने नजदीकी किराना स्टोर से सामान ऑर्डर कर सकें। देश में वॉट्सऐप के 40 करोड़ यूजर हैं।
फ्यूचर ग्रुप के रिटेल कारोबार को 27000 करोड़ में खरीद सकती है रिलायंस रिटेल: रिपोर्ट
फ्यूचर ग्रुप के रिटेल सेगमेंट में बिग बाजार जैसे बड़े ब्रांड शामिल हैं। इसके अलावा फूडहॉल, नीलगिरीज, एफबीबी, सेंट्रल, हेरिटेज फूड्स और ब्रांड फैक्ट्री भी रिटेल सेगमेंट में आते हैं। रिलायंस रिटेल की डील होती है तो फ्यूचर ग्रुप के करीब 1700 रिटेल स्टोर भी रिलायंस रिटेल के पास चले जाएंगे। लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस रिटेल 24,000 करोड़ से 27,000 करोड़ रुपए में फ्यूचर रिटेल को खरीद सकती है।
5 साल में 8 लाख करोड़ रुपए की कंपनी हो सकती है
कैपिटल मार्केट फर्म सीएलएसए के मुताबिक रिलायंस रिटेल का मौजूदा वैल्यूएशन 70 अरब डॉलर (5.23 लाख करोड़ रुपए) है। अगले 5 साल में यह 110 अरब डॉलर (8.23 लाख करोड़) तक पहुंच सकता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का कुल वैल्यूएशन इस वक्त 13.36 लाख करोड़ रुपए है। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले कुछ सालों में रिलायंस रिटेल किस तरफ बढ़ रही है।
गोल्डमैन साक्श की रिपोर्ट के मुताबिक जियोमार्ट देश के ऑनलाइन ग्रॉसरी मार्केट में 50% शेयर की तैयारी में है। 2024 तक इसके डेली ऑर्डर की संख्या 50 लाख पहुंचने की उम्मीद है।
देश की रिटेल इंडस्ट्री इस साल 76.87 लाख करोड़ की होने की उम्मीद
इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन का यह अनुमान है। फाउंडेशन के मुताबिक भारत दुनिया की 5वीं बड़ी रिटेल डेस्टिनेशन है। पर कैपिटा रिटेल स्टोर उपलब्धता के मामले में भी भारत दुनिया के सबसे बड़े रिटेल बाजारों में शामिल है। देश की रिटेल इंडस्ट्री इस साल 76.87 लाख करोड़ की होने की उम्मीद है।
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