CA की मौत पर सीतारमण बोलीं- आत्मशक्ति की कमी थी:वह दबाव नहीं झेल पाई, शिवसेना सांसद बोलीं- आपने पीड़ित का अपमान किया

पुणे में अर्नस्ट एंड यंग इंडिया कंपनी की 26 साल की CA एना सेबेस्चियन की मौत पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है। सीतारमण ने 22 सितंबर को कहा था कि एक महिला CA काम के दबाव को सहन नहीं कर पाई। दबाव झेलने की ताकत ईश्वर से आती है, इसलिए ईश्वर की शरण में जाएं। इस पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि CA की पढ़ाई के दौरान ऐना के अंदर दबाव झेलने की शक्ति आ गई थी, लेकिन टॉक्सिक वर्क कल्चर और लंबे समय तक काम करने की वजह से उसकी जान गई। आप विक्टिम शेमिंग बंद करें और थोड़ा संवेदनशील बनें। अगर आप कोशिश करेंगी तो भगवान आपकी मदद करेंगे। दरअसल, एना सेबेस्चियन की 20 जुलाई को कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, उसे वर्कलोड के चलते कार्डियक अरेस्ट आया था। मौत से कुछ दिन पहले जब माता-पिता उससे मिलने पुणे आए तो उसने सीने में दर्द की शिकायत की। डॉक्‍टर को दिखाने पर पता चला था कि ऑफिस वर्कलोड के चलते एना परेशान थी। निर्मला सीतारमण का पूरा बयान पढ़ें…
मैं पिछले दो दिन से खबरों में चल रहे एक मुद्दे पर चर्चा कर रही हूं। हमारे बच्चे कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई करने जाते हैं और अच्छे नतीजे लेकर निकलते हैं। एक कंपनी है, मैं उसका नाम नहीं लूंगी, लेकिन वह इस मामले में शामिल है। CA की अच्छी पढ़ाई करके आई एक महिला इस कंपनी में काम के दबाव को सहन नहीं कर पाई। इसके चलते उसने आत्महत्या कर ली। ऐसे में परिवारों को अपने बच्चों को सिखाना चाहिए कि उन्हें पढ़ाई या नौकरी के दबाव को कैसे संभालना है। दबाव झेलने की यह क्षमता सिर्फ दैवीय कृपा के जरिए पाई जा सकती है। आप भगवान पर विश्वास करें, भगवान की शरण लें और अच्छा अनुशासन सीखें। आपकी आत्म शक्ति सिर्फ इससे बढ़ेगी। आंतरिक शक्ति तभी आएगी जब आत्म शक्ति का विकास होगा। कांग्रेस महासचिव बोले- यह बयान अमानवीय
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि वित्त मंत्री का यह बयान अन्यायपूर्ण और अमानवीय है कि एना के परिवार को उसे घर पर स्ट्रेस मैनेजमेंट सीखना चाहिए था। इस प्रकार का पीड़ित पर आरोप लगाना घृणित है। ऐसे बयानों से जो गुस्सा और नफरत महसूस होती है, उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है। वेणुगोपाल बोले- एना के माता-पिता अभी इस दुख से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। ऑफिस के टॉक्सिक मौहाल की इस खबर के बाद कॉर्पोरेट प्रैक्टिसिस पर ईमानदारी से चर्चा शुरू होनी चाहिए थी। ताकि कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए जरूरी बदलाव किए जा सकें। सीतारमण की सफाई- मैंने विक्टिम शेमिंग नहीं की
अपने बयान पर विवाद खड़े होने के बाद वित्त मंत्री ने सफाई दी कि मैंने विक्टिम शेमिंग नहीं की, न मेरी ऐसी नीयत थी। मैंने साफ तौर पर कहा था कि CA जैसा मुश्किल एग्जाम पास करने के बाद वह बहुत ज्यादा दबाव में थी। मैंने किसी का नाम नहीं लिया, न तो महिला का और न कंपनी का। तमिलनाडु की जिस यूनिवर्सिटी में मैं भाषण दे रही थी, वहां स्टूडेंट्स और फैसिलिटी के लिए मेडिटेशन हाल बनाया गया है। मैंने इसी संदर्भ में कहा था कि स्टूडेंट्स में आंतरिक शक्ति पैदा करना कितना जरूरी है। इस घटना से मैं भी दुखी हूं। मैंने सिर्फ इस तरफ ध्यान खींचा था कि संस्थानों और परिवारों को बच्चों को सपोर्ट करना होगा। श्रम मंत्रालय ने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है। राहुल ने एना के परिवार से वीडियो कॉल पर बात की राहुल गांधी ने शनिवार को एना की फैमिली से वीडियो कॉल पर बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को जरूर उठाएंगे। राहुल ने AIPC के चेयरमैन प्रवीण चक्रवर्ती को निर्देश दिया कि एना की स्मृति में एक जागरूकता अभियान शुरू किया जाए, जिससे नौकरी करने वाले लोगों के हितों की रक्षा हो सके। राहुल ने कहा कि कांग्रेस जल्द ही कॉर्पोरेट पेशेवरों लेकर एक हेल्पलाइन नंबर जारी करेगी। इसमें काम के तनाव और वर्क कल्चर से संबंधित मुद्दों पर बात की जा सकेगी। इससे कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की समस्याओं को खत्म किया जा सकेगा। थरूर बोले- हफ्ते में 5 डे वर्किंग का प्रस्ताव संसद में रखूंगा
केरल से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने शनिवार को अन्ना सेबेस्टियन के पिता से बात की। थरूर ने कहा कि वह संसद के अगले सेशन में यह मुद्दा उठाएंगे। मैं संसद में सरकारी और निजी ऑफिस में हफ्ते में 5 दिन की वर्किंग और 8 घंटे हर दिन के लिए कैलेंडर जारी करने की सिफारिश करूंगा। वर्कप्लेस पर अमानवीयता करने वालों को कड़ी सजा दी जाए। यहां मानव अधिकारों का उल्लंघन न हो। – शशि थरूर, केरल कांग्रेस सांसद एना की मां ने चेयरमैन को लिखा लेटर
एना की मां अनीता ऑगस्टिन ने चेयरमैन राजीव मेमानी को लेटर लिखकर अपनी कंपनी के टॉक्सिक वर्क कल्‍चर में सुधार करने को कहा था। इसका जवाब देते हुए राजीव ने एक मीडिया हाउस को दिए बयान में कहा कि एना की मौत का वर्क प्रेशर से कोई लेना-देना नहीं है। एना की मौत से पहले कई कर्मचारी रिजाइन कर चुके थे
अनीता ने यह भी दावा किया है कि कई कर्मचारी वर्कलोड के चलते रिजाइन कर चुके थे। इसलिए उनकी बेटी के बॉस ने एना को रिजाइन करने से रोक दिया था। साथ ही कहा था कि उसे टीम के बाकी लोगों की राय बदलनी चाहिए। एना का मैनेजर अक्सर क्रिकेट मैचों के दौरान मीटिंग्स को रीशेड्यूल करता था। दिन खत्म होने पर उसे काम सौंपता, जिससे उनका तनाव बढ़ता जा रहा था। डेलॉय कंपनी ने बनाई 3 मेंबर्स की कमेटी
​​​​​​​एना की मौत के बाद सोशल मीडिया पर कंपनी के वर्क कल्चर विवादों में है। इसी बीच डेलॉय कंपनी ने 3 मेंबर्स की कमेटी बनाने का फैसला लिया है। डेलॉय के साउथ एशिया के CEO रोमल शेट्टी ने शुक्रवार को बताया कि कमेटी में पूर्व रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज, पूर्व CBI डायरेक्टर सुबोध जायसवाल और एयरटेल के मनोज कोहली शामिल हैं। यह खबर भी पढ़ें… कंपनी में 1 लाख एम्‍प्‍लॉई हैं, सभी पर वर्कलोड है:CA की मौत पर EY चेयरमैन का जवाब- एना पर बाकियों जितना ही वर्कलोड था ‘कंपनी में लगभग 1 लाख एम्‍प्‍लॉई हैं। इसमें कोई शक नहीं कि सभी को मेहनत से काम करना पड़ता है। एना ने हमारे साथ सिर्फ 4 महीने काम किया। उसे भी उतना ही काम अलॉट किया गया जितना किसी और को। हम ये नहीं मानते कि काम के प्रेशर की वजह से एना की जान गई।’ ये कहना है Ernst Young यानी EY कंपनी के चेयरमैन राजीव मेमानी का। दरअसल, कुछ दिन पहले कंपनी की एग्जिक्‍यूटिव एना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई थी। डॉक्‍टर्स का कहना था कि एना न ठीक से सो रही थी, न समय से खाना खा रही थी, जिसकी वजह से उसकी जान चली गई। ​​​​​​​पूरी खबर पढ़ें