CJI बोले- वायु प्रदूषण के चलते मॉर्निंग वॉक बंद की:कहा- खराब हवा से सांस संबंधी बीमारियां होती हैं, इसलिए मेरे डॉक्टर ने मना किया

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते उन्होंने मॉर्निंग वॉक पर जाना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनके डॉक्टर ने उन्हें सुबह की सैर पर जाने को मना किया है क्योंकि खराब हवा के चलते सांस संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। CJI ने यह बात सुप्रीम कोर्ट में आयोजित प्री-डिवाली सेलिब्रेशन में जर्नलिस्ट्स से बातचीत के दौरान कही। जस्टिस चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। इस आयोजन में CJI ने ये भी ऐलान किया कि अब से सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही को कवर करने के लिए पत्रकारों के लिए कानून की डिग्री होना अनिवार्य नहीं होगा। इस बीच सर्दी का मौसम शुरू होते ही दिल्ली की एयर क्वालिटी पहले से ही ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच चुकी है। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेमेंट (CAQM) के मुताबिक गुरुवार सुबह दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 385 रिकॉर्ड किया गया। वहीं, यमुना नदी में जहरीला झाग नजर आने लगा है। दिल्ली में पॉल्यूशन पर इमरजेंसी मीटिंग हुई
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पॉल्यूशन को लेकर 18 अक्टूबर को इमरजेंसी मीटिंग की थी। उन्होंने कहा कि कुल 13 हॉटस्पॉट हैं, जहां AQI 300 को पार कर गया है। मंत्री ने अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए और कहा- पॉल्यूशन इतना ज्यादा क्यों हो रहा है, इसकी वजह पता करें। गोपाल राय ने कहा कि सर्दी बढ़ने की वजह से दिल्ली-NCR की एयर क्वालिटी खराब हो रही है। दो दिन से पॉल्यूशन का स्तर बढ़ रहा है। इससे लोगों को गले में दर्द, सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन हो रही है। इसी के साथ त्वचा से जुड़ी बीमारियां होने का भी खतरा बढ़ जाता है। 13 हॉट स्पॉट, यहां AQI सबसे ज्यादा यमुना में झाग को लेकर जल बोर्ड की बैठक यमुना नदी के जहरीले झाग दिखाई दे रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि इसमें अमोनिया और फॉस्फेट की मात्रा बहुत ज्यादा है। इससे स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। छठ पूजा जैसे प्रमुख त्योहार नजदीक आ रहे हैं। इस दौरान जहरीले झाग की वजह से दिक्कत हो सकती है। इसे लेकर दिल्ली जल बोर्ड ने मीटिंग की है। जल बोर्ड छठ पूजा के पहले झाग को हटाना चाहता है। दरअसल, हर साल ओखला के कालिंदी कुंज में बैराज पर छठ पूजा के दौरान नदी में डुबकी लगाने के लिए सैकड़ों भक्त आते हैं। बैठक में भाग लेने वाले एक अधिकारी ने दावा किया कि छठ पूजा से पहले और उसके दौरान ओखला बैराज के डाउनस्ट्रीम में पोर्टेबल एंटी-सर्फेक्टेंट स्प्रिंकलर लगाया जाएगा। वहीं कालिंदी कुंज में नदी और नालों के तल को साफ करने का काम किया जाएगा। भाजपा बोली- जहरीली राजनीति के चलते हवा-पानी जहरीला
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा- यमुना नदी का पानी जहरीला हो गया है। केजरीवाल ने कहा था कि वे 2025 तक यमुना नदी को साफ कर देंगे। जब लोग यमुना नदी में छठ पूजा का त्योहार मनाएंगे, तो उन्हें किन बीमारियों का सामना करना पड़ेगा? यमुना नदी की सफाई के लिए आए सारे पैसे विज्ञापनों पर खर्च कर दिए। जहरीली राजनीति दिल्ली में जहरीली हवा और पानी का कारण है। पर्यावरण मंत्री बोले- BJP को बोलने का हक नहीं
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा- दिल्ली के पर्यावरण पर भाजपा को कुछ भी बोलने का हक नहीं है। क्योंकि यूपी, हरियाणा, राजस्थान और केंद्र में भाजपा सरकार सो रही है। दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान एक्टिव 14 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के फर्स्ट फेज को एक्टिव किया गया। इसके तहत प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सख्त पाबंदियां लागू की गईं। ये फैसला कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) की एक बैठक के बाद लिया गया। CAQM ने बताया कि जैसे -जैसे प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा, स्टेज और पाबंदियों को बढ़ाया जाएगा। इसका दूसरा चरण 301 से 400 के बीच में होने पर लागू होगा। एक्यूआई 401 से 450 के बीच में होने पर तीसरे चरण पर निगरानी होगी। एक्यूआई 450 से ज्यादा होने पर चौथे चरण पर ग्रेप की पाबंदियां लागू होंगी। GRAP-1 के तहत ये पाबंदियां रहेंगीं ————————— दिल्ली के पर्यावरण से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… जस्टिस संजीव खन्ना CJI बने, 11 नवंबर को शपथ:6 महीने रहेगा कार्यकाल; अनुच्छेद 370 हटाने को सही बताया था जस्टिस संजीव खन्ना सुप्रीम कोर्ट के 51वें चीफ जस्टिस होंगे। वे 11 नवंबर को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। यह जानकारी गुरुवार को कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने दी। CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से जस्टिस खन्ना के नाम की सिफारिश की थी। CJI चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर हो जाएंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें… पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट की हरियाणा-पंजाब सरकार को चेतावनी:कहा- सख्त आदेश देने को मजबूर न करें; जुर्माना कम लगाया, जानकारी भी गलत दी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के मामले में 23 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। पंजाब और हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी कोर्ट में पेश हुए। सुप्रीम कोर्ट ने गलत जानकारी देने पर पंजाब सरकार को फटकार लगाई। हरियाणा सरकार की कार्रवाई से भी सुप्रीम कोर्ट संतुष्ट नजर नहीं आया। कोर्ट ने कहा कि हमें सख्त आदेश देने के लिए मजबूर न करें। पूरी खबर पढ़े…