जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है। इस बार चुनाव प्रचार में पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बीच कड़ी टक्कर रही। दोनों नेताओं ने चार-चार रैलियों को संबोधित किया। तीसरे और अंतिम फेज में 40 सीटों पर 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। जम्मू और कश्मीर में पहले और दूसरे चरण के मतदान में क्रमशः 61 प्रतिशत और 57.31 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। जम्मू-कश्मीर में पिछले दो फेज में वोटिंग कैसी रही… 18 सितंबर- पहले चरण की वोटिंग, रिकॉर्ड 61.13% मतदान हुआ
18 सितंबर को पहले फेज में 7 जिलों की 4 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। इस दौरान 61.13% मतदान हुआ है। चुनाव आयोग के मुताबिक किश्तवाड़ में सबसे ज्यादा 80.14% और पुलवामा में सबसे कम 46.65% वोटिंग हुई। दूसरे नंबर पर डोडा 71.34%, तीसरे नंबर पर रामबन 70.55% रहा। पहले फेज की वोटिंग को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों में रहने वाले 35 हजार से ज्यादा विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने भी वोट डाले। उनके लिए कुल 24 स्पेशल बूथ बनाए गए थे। दिल्ली 4, जम्मू 19 और उधमपुर में 1 बूथ था। 25 सितंबर- दूसरे फेज में 57.31% मतदान, 2014 की तुलना में 3% कम जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 6 जिलों की 26 विधानसभा सीटों पर 25 सितंबर को मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इन सीटों पर 57.31% वोटिंग हुई। यह पिछले चुनाव के मुकाबले 3% कम है। 2014 में इन सीटों पर 60% मतदान हुआ था। सबसे ज्यादा रियासी में 74.70%, जबकि श्रीनगर में सबसे कम 29.81% वोट पड़े। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2019 में आर्टिकल-370 हटाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 7 अनुसूचित जातियों के लिए और 9 अनुसूचित जनजातियों के लिए रिजर्व हैं। 18 सितंबर को पहले फेज और 25 सितंबर को दूसरे फेज की वोटिंग हो चुकी है। 1 अक्टूबर को तीसरे फेज की वोटिंग होगी। 8 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक यहां 88.06 लाख वोटर हैं 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने 28 सीटें, जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं। भाजपा 90 में से 62 सीटों पर चुनाव लड़ रही
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर की 90 में से 62 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जम्मू संभाग की सभी 43 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी उतारे हैं। पार्टी कश्मीर में 47 में से 19 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बची हुई 28 सीटों पर भाजपा निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन करेगी। जम्मू-कश्मीर की 90 सीटें, परिसीमन में 7 जुड़ीं
जम्मू-कश्मीर में 2014 के विधानसभा चुनाव में 87 सीटें थीं। जिनमें से 4 लद्दाख की थीं। लद्दाख के अलग होने पर 83 सीटें बचीं थीं। बाद में परिसीमन के बाद 7 नई सीटें जोड़ी गईं। उनमें 6 जम्मू और 1 कश्मीर में है। अब कुल 90 सीटों पर चुनाव होगा। इनमें 43 जम्मू, 47 कश्मीर संभाग में हैं। 7 सीटें SC (अनुसूचित जाति) और 9 सीटें ST (अनुसूचित जनजाति) के लिए रिजर्व हैं। जम्मू-कश्मीर लोकसभा चुनाव का परिणाम
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की पांच सीटें हैं। 2024 चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा ने 2-2 सीटों पर जीत मिली थी जबकि एक सीट से निर्दलीय इंजीनियर राशिद को जीत मिली थी।
18 सितंबर को पहले फेज में 7 जिलों की 4 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। इस दौरान 61.13% मतदान हुआ है। चुनाव आयोग के मुताबिक किश्तवाड़ में सबसे ज्यादा 80.14% और पुलवामा में सबसे कम 46.65% वोटिंग हुई। दूसरे नंबर पर डोडा 71.34%, तीसरे नंबर पर रामबन 70.55% रहा। पहले फेज की वोटिंग को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों में रहने वाले 35 हजार से ज्यादा विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने भी वोट डाले। उनके लिए कुल 24 स्पेशल बूथ बनाए गए थे। दिल्ली 4, जम्मू 19 और उधमपुर में 1 बूथ था। 25 सितंबर- दूसरे फेज में 57.31% मतदान, 2014 की तुलना में 3% कम जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 6 जिलों की 26 विधानसभा सीटों पर 25 सितंबर को मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इन सीटों पर 57.31% वोटिंग हुई। यह पिछले चुनाव के मुकाबले 3% कम है। 2014 में इन सीटों पर 60% मतदान हुआ था। सबसे ज्यादा रियासी में 74.70%, जबकि श्रीनगर में सबसे कम 29.81% वोट पड़े। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2019 में आर्टिकल-370 हटाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 7 अनुसूचित जातियों के लिए और 9 अनुसूचित जनजातियों के लिए रिजर्व हैं। 18 सितंबर को पहले फेज और 25 सितंबर को दूसरे फेज की वोटिंग हो चुकी है। 1 अक्टूबर को तीसरे फेज की वोटिंग होगी। 8 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक यहां 88.06 लाख वोटर हैं 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने 28 सीटें, जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं। भाजपा 90 में से 62 सीटों पर चुनाव लड़ रही
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर की 90 में से 62 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जम्मू संभाग की सभी 43 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी उतारे हैं। पार्टी कश्मीर में 47 में से 19 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बची हुई 28 सीटों पर भाजपा निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन करेगी। जम्मू-कश्मीर की 90 सीटें, परिसीमन में 7 जुड़ीं
जम्मू-कश्मीर में 2014 के विधानसभा चुनाव में 87 सीटें थीं। जिनमें से 4 लद्दाख की थीं। लद्दाख के अलग होने पर 83 सीटें बचीं थीं। बाद में परिसीमन के बाद 7 नई सीटें जोड़ी गईं। उनमें 6 जम्मू और 1 कश्मीर में है। अब कुल 90 सीटों पर चुनाव होगा। इनमें 43 जम्मू, 47 कश्मीर संभाग में हैं। 7 सीटें SC (अनुसूचित जाति) और 9 सीटें ST (अनुसूचित जनजाति) के लिए रिजर्व हैं। जम्मू-कश्मीर लोकसभा चुनाव का परिणाम
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की पांच सीटें हैं। 2024 चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा ने 2-2 सीटों पर जीत मिली थी जबकि एक सीट से निर्दलीय इंजीनियर राशिद को जीत मिली थी।