पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के कल दिए भाषण पर कहा कि वो बस अपनी इज्जत बचाने की कोशिश कर रहे हैं। सोमवार को जियो न्यूज से उन्होंने कहा कि मोदी का भाषण सुनने के बाद मुझे नहीं लगता कि उनकी बातों में कोई सार बचा है। वहीं पाकिस्तानी सांसद सीनेटर इरफान सिद्दीकी ने कहा कि मोदी ने इस बात को मान लिया है कि संघर्ष की शुरुआत पाकिस्तान ने नहीं की थी। उनके भाषण में कुछ भी भरोसेमंद नहीं था। सिद्दीकी ने कहा- अब मोदी के सामने एक नई जंग है। वो 1.5 अरब लोगों को कुछ भी नहीं बेच सकते। इस संघर्ष के दौरान पाकिस्तान के दोस्त हमारे साथ खड़े थे, लेकिन कोई भी भारत के साथ खड़ा नहीं था। वह खोखली बयानबाजी के अलावा कामयाबी का कोई सबूत पेश नहीं कर सकते। PAK आर्मी चीफ बोले- भारत हमें डरा नहीं सकता पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने सोमवार को कहा कि भारतीय सेना को जवाब देने का देश से किया गया वादा उन्होंने पूरा किया है। मिनट मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक मुनीर ने कहा- कुरान में कहा गया है कि छोटी सेना अक्सर बड़ी सेना पर भारी पड़ती है। इतिहास में कई ऐसे उदाहरण हैं। हमारी सेना और पाकिस्तान के लोग किसी भी आक्रमण के खिलाफ स्टील की दीवार की तरह एकजुट होकर खड़े हैं। मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान अपनी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने कहा, “भारत हमें डरा नहीं सकता, चाहे उसके पास कितने भी हथियार हों या वह कितनी भी बड़ी सेना होने का दावा करे।” ट्रम्प बोले- हमने परमाणु जंग रोक दी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाली परमाणु जंग रोक दी है। अमेरिका ने दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने में मदद की है। ट्रम्प ने कहा, मुझे यकीन है कि यह सीजफायर स्थायी होगा। दोनों देशों के पास बहुत सारे परमाणु हथियार हैं, इससे एक भीषण परमाणु जंग छिड़ सकती थी। लाखों लोग मारे जा सकते थे। ट्रम्प ने कहा- मैंने दोनों से कहा कि चलिए इसे रोकते हैं। अगर आप इसे रोकते हैं, तो हम व्यापार कर रहे हैं। अगर आप इसे नहीं रोकते हैं, तो हम कोई व्यापार नहीं करेंगे। लोगों ने कभी भी बिजनेस का उस तरह से इस्तेमाल नहीं किया जैसा मैंने किया। घायलों के इलाज का पूरा खर्च पाकिस्तान सरकार उठाएगी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि केंद्र सरकार हाल के भारतीय हमलों में क्षतिग्रस्त हुए घरों और मस्जिदों का निर्माण कराएगी। डॉन न्यूज के मुताबिक उन्होंने कहा कि मारे गए सैनिकों के बच्चों की देखभाल करना सरकार की जिम्मेदारी है। इसके साथ ही भारत के साथ संघर्ष के दौरान मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों के परिवारों के लिए मरका-ए-हक नाम से राहत पैकेज की घोषणा की है। डॉन न्यूज के मुताबिक मारे गए पाकिस्तानी सैनिक के परिवार को रैंकिंग के मुताबिक 1 करोड़ रुपए से लेकर 1.80 करोड़ पाकिस्तानी रुपए (30 लाख से 50 लाख भारतीय रुपए) दिए जाएंगे। मारे गए सैनिकों के बच्चों को ग्रेजुएशन तक फ्री एजुकेशन दी जाएगी और एक बेटी की शादी के लिए 10 लाख पाकिस्तानी रुपए (3 लाख भारतीय रुपए) की मदद दी जाएगी। चीन ने पाकिस्तान हथियार भेजने की खबरों को झूठा बताया चीन ने पाकिस्तान हथियार भेजने की खबरों को झूठा बताया है। चीनी सेना ने सोमवार को उन खबरों पर आपत्ति जताई है, जिसमें दावा किया गया था कि चीन का सबसे बड़ा कार्गो प्लेन Xian Y-20 पाकिस्तान को हथियार भेज रहा है। चीन के रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा गया है कि ये सभी दावे बिल्कुल झूठे और निराधार हैं। चीनी सेना ने इन अफवाहों को लेकर कई सोशल मीडिया पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट भी साझा किए, जिन पर लाल रंग में ‘अफवाह’ लिखा गया था। इस बयान में चेतावनी दी गई है कि इंटरनेट कानून से परे नहीं है। जो भी सैन्य से जुड़ी अफवाहें फैलाएगा, उसे कानूनी जिम्मेदारी का सामना करना पड़ेगा। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने 2020 से 2024 के बीच जितने हथियार खरीदे, उसका 81% चीन से आया। चीन ने पाकिस्तान को लडा़कू विमान, रडार, नौसैनिक जहाज, पनडुब्बियां और मिसाइलें बेचीं। चीन बोला- सीजफायर से दोनों देशों को फायदा होगा चीन ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का स्वागत किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने सोमवार को कहा कि सीजफायर से भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के हित पूरे होंगे। इससे इलाके में शांति और स्थिरता आएगी। प्रवक्ता ने कहा कि भारत और पाकिस्तान हमेशा एक दूसरे के पड़ोसी हैं और रहेंगे। वे दोनों चीन के पड़ोसी भी हैं। उन्होंने कहा कि तनाव की शुरुआत के बाद से ही चीन संबंधित पक्षों से जुड़ा रहा है। लिन जियान ने कहा कि 10 मई की रात को चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने तनाव कम करने सीजफायर लागू करने के लिए विदेश मंत्री इशाक डार और भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी।