QUAD समिट में मोदी बोले- हम किसी के खिलाफ नहीं:दुनिया तनावों और संघर्षों से घिरी इसलिए क्वाड का साथ चलना जरूरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 10 साल के कार्यकाल में आज 9वीं बार अमेरिका दौरे पर हैं। यहां उन्होंने शनिवार देर रात 1:30 बजे (भारतीय समयानुसार) विलमिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई PM एंथनी अल्बनीज और जापानी PM फूमियो किशिदा के साथ क्वाड (क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग) समिट में शामिल हुए। समिट के दौरान मोदी ने कहा- क्वाड की बैठक ऐसे समय हो रही है जब विश्व तनावों-संघर्षों से घिरा हुआ है। ऐसे में क्वाड का साथ मिलकर चलना मानवता के लिए बहुत ही जरूरी है। हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। बाइडेन ने गले लगाकर किया मोदी का स्वागत क्वाड समिट के बाद PM मोदी और अन्य नेताओं ने कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां PM मोदी ने इंडो-पेसिफिक देशों को 4 करोड़ मुफ्त वैक्सीन देने की घोषणा की। साथ ही 7 बिलियन डॉलर की टेस्टिंग किट और डिटेक्टिंग किट देने की घोषणा भी की। समिट से पहले PM मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन से उनके होमटाउन डेलावेयर स्थित आवास पर मुलाकात की। इस दौरान बाइडेन ने मोदी का गले लगाकर स्वागत किया। इसके बाद दोनों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई, जो 1 घंटे से ज्यादा समय तक चली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी के अमेरिका पहुंचने से चंद घंटे पहले व्हाइट हाउस ने खालिस्तान समर्थकों की मेजबानी की। अमेरिकी सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे सिख एक्टिविस्ट्स को दूसरे देशों के दमन से बचाएंगे। मैप में QUAD देशों को देखिए क्या है क्वाड
क्वाड 2007 में बनाया गया एक सुरक्षा सहयोग संगठन है, जिसका मकसद हिंद और प्रशांत महासागर में शांति और सहयोग को बढ़ावा देना और चीन की विस्तारवादी नीतियों को काउंटर करना है। इस संगठन में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। क्वाड समिट इस साल भारत में होनी थी, पर अमेरिका की रिक्वेस्ट पर इसे होस्ट करने का मौका बाइडेन को दे दिया गया।