SRH में आया 32 बॉल पर सेंचुरी बनाने वाला बैटर:नाम-अनिकेत, चाचा ने कर्ज लेकर क्रिकेटर बनाया; मेंडिस को लगातार 4 छक्के मारे

IPL में सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड क्रिस गेल (30 बॉल में) के नाम है। जो पिछले 12 साल से अटूट है। सनराइजर्स हैदराबाद में एक ऐसा बैटर आया है, जो इस रिकॉर्ड को तोड़ने का दमखम रखता है। वह है मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहने वाला अनिकेत वर्मा। 23 साल के अनिकेत पिछले साल एमपी प्रीमियर लीग में 32 बॉल पर शतक लगा चुके हैं। उन्होंने इसी हफ्ते सनराइजर्स हैदराबाद के प्रैक्टिस मैच में श्रीलंकाई स्पिनर कामिंडू मेंडिस की गेंद पर लगातार 4 छक्के मारे थे। उन्होंने 16 बॉल पर 46 रन बनाए। सनराइजर्स हैदराबाद के कैंप से जुड़ने से पहले अनिकेत वर्मा ने दैनिक भास्कर ऑफिस आए। उन्होंने शुरुआती करियर, स्ट्रगल और IPL पर बातचीत की। बचपन में मां गुजर गई, पिता ने दूसरी शादी कर ली
अनिकेत के चाचा अमित वर्मा बताते हैं- ‘अनिकेत 3 साल के थे, जब उनकी मां का निधन हो गया। पिता ने दूसरी शादी कर ली तो मैं उसे यहां ले आया। तब से वह मेरे साथ है। मेरा सपना है कि वह इंडिया के लिए खेले और मैन ऑफ द मैच बने। फिर वह अवॉर्ड मुझे डेडिकेट करे। मुझे उस पर पूरा भरोसा है।’ कोच ने फ्री ट्रेनिंग दी, रहने के अपना फ्लैट भी दिया
अनिकेत 2010 में मेरे पास आया था। शुरुआत में उतना खास नहीं था, लेकिन बाद में निखरता चला गया। उस पर मेरा खास फोकस रहता था, क्योंकि वह क्रिकेट के प्रति जुनूनी था और गरीब घर से था। इसलिए मैंने उससे फीस नहीं ली। मेरी अकादमी में उतनी सुविधाएं नहीं थी। मैंने उसे ज्योति भाई के यहां अंकुर अकादमी में ट्रेनिंग के लिए भेजा। उन्होंने भी उसे फ्री में ट्रेनिंग दी। एक समय उसके भोपाल में रहने के लिए मकान नहीं था। उसके मकान मालिक ने घर खाली करा लिया था। ऐसे में अनिकेत के चाचा के निवेदन पर अपना फ्लैट रहने के लिए दिया और किराया भी नहीं लिया। 3 साल तक वह मेरे फ्लैट में रहा। भास्कर के सवालों पर अनिकेत के जवाब… सवाल: पहली बार IPL खेलने जा रहे हैं। मन में क्या चल रहा है, कोई दबाव है या एक्साइटमेंट?
– अभी तो काफी एक्साइटेड हूं। बहुत सारी चीजें सीखने को मिलेंगे। यह मेरी शुरुआत है। यहां से मुझे और ऊपर जाना है। वहां बड़े प्लेयर्स से बहुत कुछ सीखना है। अवसर देखने हैं और उन्हें भुनाना है। खुद को बेहतर करने पर जोर दूंगा। सवाल: IPL में सभी खिलाड़ी बड़े हैं। कोई खास नाम जिससे मिलना चाहते हैं, उनसे क्या पूछेंगे?
– हार्दिक पंड्या से मिलना चाहता हूं। उनसे फिटनेस, बैट फ्लो और उनकी हिटिंग एबिलिटी पर बात करूंगा। उनके अलावा, कोहली से ऑन द राइज फ्लिक शॉट, रोहित से पुल, पंत से फ्लिक शॉर्ट सीखना चाहूंगा। साथ ही धोनी से पेशेंस और कॉमनेस पर बात करूंगा। बुमराह से पूछना चाहूंगा कि वे बैट्समैन को कैसे रीड करते हैं। वे इस कला में माहिर हैं। सवाल- हमें अपनी शुरुआती ट्रेनिंग के बारे में बताइए। सुना है आपको फ्री ट्रेनिंग मिली है?
हां, मेरा फैमिली बैकग्राउंड उतना स्ट्रांग नहीं था। सबसे पहले मैं रेलवे यूथ क्रिकेट क्लब गया था। वहां नंदजीत सर ने मुझे बेसिक सिखाए। उसके बाद अंकुर में ज्योतिप्रकाश त्यागी सर ने मेरी बैटिंग को बेहतर बनाया। अब मैं फेथ क्रिकेट क्लब में ट्रेनिंग करता हूं। सवाल: कोई भी सफलता आसान नहीं होती। आपने भी काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। यदि कुछ हमारे साथ साझा करना चाहें?
– मैंने उतना स्ट्रगल फेस नहीं किया, क्योंकि चाचू (चाचा) हमेशा मेरे साथ रहे। जब भी मुझे किसी भी चीज की जरूरत होती थी, मैं उनसे कहता था और वे कहीं से भी ला देते थे। मुझे लगता है कि असली स्ट्रगल उनका रहा है। वे फाइनेंसली उतने स्ट्रांग नहीं थे। इसके बावजूद उन्होंने मुझे किसी भी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी। वे अपनी जरूरतें खुद पूरी नहीं कर पाते थे, लेकिन मेरी जरूर पूरी करते थे। सवाल- आपको कोई ऐसा किस्सा याद आ रहा है?
मुझे आज भी याद है कि मेरे पास फोन नहीं था और मुझे अंडर-14 का डिवीजन मैच खेलने जाना था। तब चाचू ने एक दोस्त से उधार लेकर मुझे एंड्रॉइड फोन दिलाया था और खुद की-पैड फोन चलाते थे। सवाल- एमपी प्रीमियर लीग का पिछला सीजन आपके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। उस पारी के बारे में बताइए, जिसने यह मौका दिलाया?
– मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं। मैंने थोड़ा टाइम लिया, फिर एक स्पिन का बड़ा ओवर आया। उसके बाद मैं पारी को आगे बढ़ाता चला गया। उस मैच में सबने मुझे यही कहा था कि इस मैच में तेरे पास टाइट है, तू टाइम लेकर अच्छे से खेल सकता है। सवाल- मेगा ऑक्शन के दौरान आपके दिमाग में क्या चल रहा था?
– एमपी लीग के बाद कई फ्रेंचाइजी ने मुझे ट्रायल के लिए बुलाया था। लेकिन हैदराबाद से मुझे थोड़ी उम्मीद थी, क्योंकि मेरा हैदराबाद का ट्रायल अच्छा गया था। लेकिन, मेगा ऑक्शन में जब मेरा नाम आया, तो मैं बहुत नर्वस था, क्योंकि नाम स्केप हो रहे थे। जब 324 आया तो मेरी धड़कने बढ़ रही थीं। तब मैं नागपुर में बापुना कप खेल रहा था। बोर्ड की पूरी टीम साथ में थी। सवाल- 30 लाख…उम्मीद थोड़ी ज्यादा थी या मौका चाहिए था, क्योंकि IPL से टीम इंडिया के द्वार खुलते हैं?
– मुझे मौका चाहिए था। मौका मिलना बड़ी बात है। मेरे लिए यह बहुत बड़ा मौका है। मेरा प्रयास यही रहेगा कि मैं इसे अच्छे से भुना सकूं। इसे जाने न दूं। इसके लिए मैं अपनी पूरी तैयारी से जा रहा हूं। ताकि जब मुझे मौका मिले, तो उसके अच्छे से भुना सकूं। सवाल- SRH में ट्रैविस हेड, हेनरिक क्लासन और अभिषेक शर्मा जैसे बैटर्स हैं। अपनी जगह कहां देखते हैं?
फिनिश पोजिशन पर…। मुझे लगता है कि 6-7 नंबर पर मुझे जगह मिल सकती है। क्योंकि, मेरी पावर हिटिंग अच्छी है। मैं स्पिनर्स और पेसर्स दोनों पर अच्छा हिट करता हूं। सवाल- 400+ की पारी के बारे में बताइए। जब भी 400+ के स्कोर की बात होती है, तो लारा का नाम आता है?
– वह पारी मेरे पूरे करियर का टर्निंग पॉइंट थी। क्योंकि उस पारी के बार मेरे आस-पास की सारी चीजें बदल गई। बड़ी बात यह कि वह मैच मैं खेलने नहीं वाला था, क्योंकि मेरी फॉर्म अच्छी नहीं चल रही थी और मुझे लग रहा था कि प्लेइंग-11 में मौका नहीं मिलेगा। तब मेरे दिमाग में यही था कि आज आउट नहीं होना है। मैं आज पूरे दिन खेलूंगा। मैं खेलता चला गया और रन बनते गए। मैंने ज्यादा रिस्की शॉट नहीं खेले। मैंने धैर्य भी दिखाया। सवाल- सबसे ज्यादा किससे इंस्पायर होते हैं। उनकी कौन-सी बात अच्छी लगती हैं।
– विराट कोहली। मुझे उनका इंटेंट अच्छा लगता है। वे शून्य पर आउट हो जाएं या फिर 100 रन बनाएं, लेकिन फील्ड में जैसा इंटेंट दिखाते हैं वह कमाल है। फील्डिंग में वे बॉलर से ज्यादा सेलिब्रेट करते हैं। उनकी बहुत सारी पारियां मुझे पसंद हैं। मुझे उनकी मेलबर्न की पारी सबसे ज्यादा पसंद है। ———————————- IPL से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए… डेथ ओवर्स में बेहतरीन बॉलिंग से जीती RCB; डिफेंडिंग चैंपियन KKR को 7 विकेट से हराया रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने IPL-18 का ओपनिंग मैच जीत लिया। टीम ने डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) को 7 विकेट से हराया। टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी KKR ने 8 विकेट खोकर 174 रन बनाए। RCB ने 16.2 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर टारगेट हासिल कर लिया। पढ़ें पूरी खबर