UN में नेतन्याहू बोले- ईरान-इराक मिडिल ईस्ट के लिए श्राप:2 नक्शे दिखाए: जैसे ही बोलना शुरू किया असेंबली से छोड़कर चले गए नेता

इजराइल और हिजबुल्लाह में जारी टकराव के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को UN की महासभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वे इस बार UNGA में भाषण नहीं देना चाहते थे। लेकिन इजराइल को लेकर फैलाए जा रहे झूठ ने उन्हें अपने देश का पक्ष रखने पर मजबूर कर दिया। नेतन्याहू का भाषण शुरू होते ही UN असेंबली से कई देशों के प्रतिनिधि उठकर चले गए। नेतन्याहू ने कहा, “मैंने पिछले बार एक मैप दिखाया था, यह नक्शा इजराइल और उसके साथी अरब देशों को दिखाता है। ये एशिया को यूरोप से जोड़ते हैं, हिंद महासागर को भूमध्य सागर से जोड़ते हैं। इस इलाके में हम रेल लाइन, एनर्जी लाइन्स, फाइबर ऑप्टिक बिछाते जिससे 200 करोड़ लोगों का फायदा होता। अब इस दूसरे नक्शे को देखिए, यह आतंक का नक्शा है। नेतन्याहू ने दोनों नक्शों का हाथ में उठाकर कहा, “एक तरफ भविष्य की उम्मीद है तो दूसरी तरफ भविष्य का अंधकार।” इसके बाद इजराइली PM ने इराक, सीरिया और ईरान को इलाके के लिए श्राप बताया। लादेन के बाद हिजबुल्लाह ने मारे सबसे ज्यादा अमेरिकी नागरिक
इजराइली PM ने कहा, “इजराइल शांति चाहता है। हम शांति लाए हैं और आगे भी लाते रहेंगे। मैंने पिछले साल जब इस असेंबली को संबोधित किया था तब हम सऊदी अरब के साथ ऐतिहासिक डील करने वाले थे। लेकिन हमास ने हमला कर इस डील को रुकवा दिया।” नेतन्याहू ने कहा, “मैं इजराइल का PM होने के नाते यह समझौता करके रहूंगा। दोनों देशों के बीच पीस डील पूरे मिडिल ईस्ट की काया पलट देगी। ईरान ऐसा होने से रोक रहा है। लादेन के हमले के बाद हिजबुल्लाह ने अमेरिका और फ्रांस के सबसे ज्यादा नागरिकों को मारा है।” नेतन्याहू के संबोधन की 10 बड़ी बातें… ‘इजराइल के पागलपन को खत्म करना होगा’
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने भी 26 सितंबर को UNGA में भाषण दिया था। इजराइल के लिए अमेरिका के सपोर्ट की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा था, “इस पागलपन को खत्म करना होगा। हमारे लोगो के साथ जो हो रहा है उसके लिए पूरी दुनिया जिम्मेदार है।” अब्बास ने कहा था कि गाजा में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इसके बावजूद अमेरिका इजराइल को डिप्लोमैटिक मदद और हथियार दे रहा है। अमेरिका ने UNSC में सीजफायर प्रस्ताव पर लगातार वीटो लगाकर इजराइल को गाजा पर जुर्म करने की इजाजत दी है। हिजबुल्लाह-इजराइल में 10 दिन से टकराव हमास के साथ 1 साल से चल रही जंग के बीच पिछले 10 दिन से हिजबुल्लाह और इजराइल में टकराव जारी है। दरअसल, लेबनान में 17 सितंबर को पेजर अटैक हुआ था। इसके ठीक एक दिन बाद वॉकी-टॉकी और सोलर एनर्जी सिस्टम में भी विस्फोट हुए। हिजबुल्लाह और लेबनान ने इजराइल को इन हमलों का जिम्मेदार माना था। इसके बाद दोनों देशों के बीच टकराव छिड़ गया। इजराइल बीते 7 दिनों से लेबनान में मिसाइल हमले कर रहा है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इन हमलों में लेबनान के 620 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इसके अलावा 5 लाख से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। इजराइल ने लेबनान में चलाए जा रहे ऑपरेशन को “नॉर्दर्न एरोज” नाम दिया है। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने 23 सितंबर को लेबनान पर सबसे बड़ा हमला किया था। IDF ने हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की थी। इनमें 10 हजार रॉकेट बर्बाद करने का दावा किया गया। इस हमले में 569 लोगों की मौत हुई।