सर्दी का मौसम आते ही सेहत से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसका असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है। ठंड में खांसी, सर्दी, अस्थमा और सांस की समस्याएं होना आम है। ठंड के दिनों में शुष्क हवा, पराग के कण और वायरल संक्रमण फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस वजह से सांस में तकलीफ, खांसी, बुखार जैसी स्वास्थ्य समस्या पैदा हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने फेफड़ों का ख्याल रखें। ऐसे में आज हम जरूरत की खबर में कुछ ऐसे सुपर सीड्स के बारे में जानेंगे, जो ठंड के मौसम में हमारे फेफड़ों के लिए सुरक्षा कवच का काम कर सकते हैं। साथ ही जानेंगे कि- सवाल- ठंड का मौसम हमारे फेफड़ों के लिए ज्यादा संवेदनशील क्यों है? जवाब- ठंड में सूरज न निकलने की वजह से शरीर में विटामिन-D की कमी हो जाती है। इससे शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। हवा में नमी की कमी और प्रदूषण की वजह से फेफड़ों संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। ठंडी हवा से फेफड़ों का वायुमार्ग सिकुड़ जाता है और इसमें सूजन हो जाती है। इस वजह से सांस लेने में कठिनाई होती है। सवाल- ठंड के मौसम में फेफड़ों का ख्याल कैसे रखें? जवाब- ठंड के मौसम में गर्म कपड़े पहनना, पर्याप्त पानी पीना और हाइड्रेटेड रहना जरूरी है। प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करें, बाहर जाना जरूरी हो तभी जाएं। इम्यूनिटी को मजबूत रखने के लिए सुपरफूड्स जैसे चिया सीड्स और फ्लैक्स सीड्स का सेवन करें। प्राणायाम और डीप ब्रीदिंग के अभ्यास से भी फेफड़ों मजबूत रहते हैं। हीटर के इस्तेमाल से हवा में मौजूद नमी खत्म हो जाती है। ऐसे में इसका सीमित इस्तेमाल करें। इस तरह की कुछ सावधानियों से आप सर्दियों में अपने फेफड़ों का ख्याल रख सकते हैं। सवाल– सर्दियों के मौसम में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सीड्स खाने की सलाह क्यों दी जाती है? जवाब– सीड्स पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। सीड्स में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। सीड्स शरीर को संक्रमण से बचाते हैं। ठंड के मौसम में जब इन्फेक्शन का खतरा अधिक होता है, सीड्स शरीर को अंदर से मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं। सवाल– भोजन में कौन सी सीड्स शामिल करनी चाहिए? जवाब– सीड्स शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। इन्फेक्शन से बचाते हैं और फेफड़ों की सेहत बनाए रखने में मदद करते हैं। आइए इन सुपर सीड्स को ग्राफिक के माध्यम से समझते हैं। सवाल– इन सीड्स को खाना फेफड़ों के लिए कैसे फायदेमंद है? जवाब– फ्लैक्स सीड्स, चिया सीड्स, कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, तुलसी के बीज और तरबूज के बीज में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो फेफड़ों की सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। सवाल– सीड्स के अन्य हेल्थ बेनिफिट्स क्या हैं? जवाब– सीड्स में कई सारे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख सीड्स और उनके हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में- फ्लैक्स सीड्स (अलसी) के बेनिफिट्स दिल की सेहत: फ्लैक्स सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। पाचन में सुधार: इनमें फाइबर होता है, जो पाचन को सुधारता है और कब्ज कम करता है। वजन घटाने में मददगार: यह सीड्स भूख को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, जिससे वजन घटाने में सहायता मिलती है। क्या पाया जाता है: ओमेगा-3, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन B1, लिगनन्स। चिया सीड्स (सब्जा) के फायदे कोलेस्ट्रॉल: चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और फाइबर होता है, जो ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है। हड्डियों की मजबूती: कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस की मौजूदगी से हड्डियां मजबूत होती हैं। एंटी-इंफ्लेमेटरी: इन सीड्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं। क्या पाया जाता है: ओमेगा-3, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, एंटीऑक्सिडेंट्स। पंपकिन सीड्स (कद्दू के बीज) के बेनिफिट्स प्रोटीन और जिंक: कद्दू के बीज में प्रोटीन और जिंक होता है, जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। नींद में सुधार: इनमें ट्रिप्टोफैन नामक तत्व होता है, जो बेहतर नींद लेने में मदद करता है। ब्लड प्रेशर कंट्रोल: कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। क्या पाया जाता है: जिंक, मैग्नीशियम, प्रोटीन, ओमेगा-3, ट्रिप्टोफैन। सनफ्लावर सीड्स (सूरजमुखी के बीज) के फायदे त्वचा के लिए फायदेमंद: विटामिन E होता है, त्वचा निखरती है और उम्र बढ़ने के लक्षणों को धीमा करता है। इम्यूनिटी: विटामिन E और सेलेनियम से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर: यह बीज शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। क्या पाया जाता है: विटामिन E, सेलेनियम, प्रोटीन, फास्फोरस। बेसिल सीड्स (तुलसी के बीज) के बेनिफिट्स एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: तुलसी के बीज सूजन को कम करने में मदद करते हैं। हॉर्मोनल बैलेंस: ये बीज महिलाओं के हॉर्मोनल असंतुलन को ठीक करने में मदद करते हैं। शीतलता: इसे खाने से शरीर ठंडा रहता है, जिससे गर्मी के मौसम में आराम मिलता है। क्या पाया जाता है: ओमेगा-3, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स, कैल्शियम। वॉटरमेलन सीड्स (तरबूज के बीज) के बेनिफिट्स प्रोटीन का स्रोत: तरबूज के बीज में प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों के निर्माण में मदद करता है। दिल की सेहत: ये बीज दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। पाचन में मदद: यह सीड्स पाचन को सुधारने में सहायक होते हैं। क्या पाया जाता है: प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन B, जिंक। सवाल– सीड्स को कैसे खाना चाहिए? भिगोकर, पीसकर, भूनकर या किसी और फॉर्म में? जवाब– सीड्स खाने के अलग-अलग तरीके हैं। फ्लैक्स और चिया सीड्स को भिगोकर खाना फायदेमंद होता है। इससे फाइबर और पोषक तत्व आसानी से अवशोषित होते हैं। सूरजमुखी और कद्दू के बीजों को हल्का भूनकर खाया जा सकता है, जिससे उनका स्वाद बढ़ता है और ये स्नैक्स के रूप में स्वादिष्ट लगते हैं। फ्लैक्स और चिया सीड्स को पीसकर भी खा सकते हैं, ताकि पोषक तत्व पूरी तरह से शरीर द्वारा अवशोषित हो सकें। सीड्स को दही, सलाद या स्मूदी में भी डाला जा सकता है। …………… जरूरत से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें
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