अक्सर लोग पसीने की दुर्गंध छिपाने के लिए इत्र, बॉडी स्प्रे या परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं। इससे दिन भर उनका शरीर महकता रहता है और वह खुद को फ्रेश महसूस करते हैं। हालांकि दुर्गंध छिपाने वाले इन प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल करना भी खतरनाक हो सकता है। इससे सिरदर्द, एलर्जी और एक्जिमा समेत कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि ज्यादा परफ्यूम लगाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. अंकित बंसल, एसोसिएट कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली सवाल- परफ्यूम में किन केमिकल्स का इस्तेमाल होता है? जवाब- परफ्यूम में एसीटोन और फॉर्मेल्डिहाइड जैसे कई कंपाउंड मिलाए जाते हैं। इसके अलावा परफ्यूम में कई अलग-अलग तरह के अल्कोहल का इस्तेमाल होता है। इसमें इथेनॉल यानी एथिल अल्कोहल सबसे आम है क्योंकि यह खुशबू को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है। सवाल- इत्र और परफ्यूम में क्या फर्क है? जवाब- असली इत्र को गुलाब, बेला, चमेली जैसे फूलों से बनाया जाता है। इसमें किसी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता है। जबकि परफ्यूम में नेचुरल चीजों के साथ अल्कोहल और केमिकल्स भी मिलाया जाता है। सवाल- क्या इत्र को सीधे स्किन पर लगाना सुरक्षित है? जवाब- डॉ. अंकित बंसल बताते हैं कि इत्र को सीधे स्किन पर लगाया जा सकता है। इससे स्किन को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है, क्योंकि यह प्राकृतिक चीजों से बनता है। हालांकि अगर किसी व्यक्ति को जैस्मीन और गुलाब जैसी नेचुरल चीजों की खुशबू से एलर्जी है तो उसे यह ट्रिगर कर सकती है। इसकी तेज गंध के कारण सिरदर्द या लगातार छींकें आ सकती हैं। सवाल- ज्यादा परफ्यूम लगाने से किस तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं? जवाब- परफ्यूम का ज्यादा इस्तेमाल हमारी सेहत के लिए हानिकारक है। इससे स्किन एलर्जी समेत कई अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- सवाल- परफ्यूम खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- हर व्यक्ति का स्किन टाइप अलग-अलग होता है। इसलिए हर परफ्यूम आपके लिए परफेक्ट हो, ऐसा जरूरी नहीं है। इसलिए परफ्यूम खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसेकि- सवाल- कैसे पता चलेगा कि परफ्यूम में कोई खतरनाक केमिकल तो नहीं मिला है? जवाब- कभी भी परफ्यूम खरीदने से पहले उसका लेबल पढ़ें और चेक करें कि उसमें कौन–कौन से केमिकल्स मिलाए गए हैं। नीचे ग्राफिक में जिन केमिकल्स का नाम दिया है, अगर उनमें से कोई नाम लेबल पर है तो परफ्यूम न खरीदें। ये केमिकल्स कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण बन सकते हैं। सवाल- क्या परफ्यूम को सीधे स्किन पर लगा सकते हैं? जवाब- डॉ. अंकित बंसल बताते हैं कि परफ्यूम में अल्कोहल और अन्य केमिकल्स मिलाए जाते हैं। इसलिए इन्हें सीधे स्किन पर लगाने से बचना चाहिए। इससे सेंसिटिव स्किन पर जलन, खुजली या रैशेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा परफ्यूम में मौजूद अल्कोहल स्किन ड्राईनेस का कारण भी बन सकता है। सवाल- किन बॉडी पार्ट्स पर परफ्यूम लगाने से बचना चाहिए? जवाब- शरीर के कुछ हिस्से बेहद सेंसिटिव होते हैं। उन पर परफ्यूम लगाने से बचना चाहिए। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- आइए ऊपर ग्राफिक में दिए पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं। आंख के आसपास और कान के अंदरूनी हिस्से में आंखों के आसपास की स्किन बेहद नाजुक, पतली और सेंसिटिव होती है। ऐसे में इस एरिया को स्पेशल केयर की जरूरत होती है। परफ्यूम के हानिकारक केमिकल्स आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा कान के लिए भी परफ्यूम नुकसानदायक होता है। अगर गलती से परफ्यूम का लिक्विड कान के अंदरूनी हिस्से में चला जाए तो इससे कान में इन्फेक्शन हो सकता है। साथ ही परफ्यूम के केमिकल्स कान की अंदरूनी स्किन को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। अंडरआर्म्स आमतौर पर लोग ये सोचते हैं कि अंडरआर्म्स में परफ्यूम लगाने से दुर्गंध दूर होती है। कुछ हद तक यह सही भी है, लेकिन परफ्यूम में मौजूद केमिकल स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। खासकर जब आपने हाल ही में शेविंग या वैक्सिंग की हो क्योंकि शेविंग के बाद स्किन थोड़ी सेंसिटिव हो जाती है। कटी-फटी जगह पर कटे-फटे या चोटिल हिस्से में परफ्यूम बिल्कुल नहीं लगाना चाहिए। परफ्यूम में मौजूद अल्कोहल और अन्य केमिकल्स जलन और इरिटेशन पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा परफ्यूम के केमिकल्स चोट के संपर्क में आकर इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। सवाल- किन जगहों पर परफ्यूम लगा सकते हैं? जवाब- डॉ. अंकित बंसल बताते हैं कि परफ्यूम को हमेशा पल्स पॉइंट्स पर लगाना चाहिए। यानी कि कलाई, गर्दन, कान के पीछे, कोहनी पर लगा सकते हैं। इससे परफ्यूम की खुशबू लंबे समय तक बनी रहती है और इससे इन्फेक्शन का भी खतरा नहीं रहता है। …………………….
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