भारत की ओर से रिफाइंड पाम ऑयल के आयात पर रोक लगाने से नेपाल की खाद्य तेल रिफाइनरीज पर संकट आ गया है। भंडार भरने के कारण रिफाइनरीज में काम बंद हो गया है। यह जानकारी पाम इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने दी है। भारत, नेपाल के रिफाइंड पाम ऑयल का सबसे बड़ा खरीदार है।
मई में सस्पेंड किए थे 39 आयात लाइसेंस
पड़ोसी देशों से ड्यूटी फ्री शिपमेंटमें कमी लाने के लिए भारत सरकार ने मई में 39 तेल आयात लाइसेंस सस्पेंड किए थे। इससे नेपाल की रिफाइनरीज में गड़बड़ हो गई है। रॉयटर्स से बातचीत में नेपाल की एक रिफाइनरी के डायरेक्टर अमित शारदा ने कहा कि अब हम कच्चे पाम ऑयल का आयात नहीं कर रहे हैं। लेकिन हमें स्टॉक की डिलिवरी करनी है। इसकी प्रक्रिया जारी है। शारदा ने कहा कि नेपाल में इस समय 70 हजार टन से ज्यादा पाम ऑयल का भंडार हो गया है जो स्थानीय खपत से काफी ज्यादा है।
जून में 7000 टन कच्चे पाम ऑयल का आयात
रिफाइनरीज में काम ना होने के कारण नेपाल के कच्चे पाम ऑयल आयात में भारी गिरावट आई है। नेपाल के सरकारी डाटा के मुताबिक, जून मध्य से अब तक केवल 7 हजार टन कच्चे पाम ऑयल का आयात हुआ है। इससे पहले 2020 में हर महीने करीब 21 हजार टन कच्चे पाम ऑयल का आयात होता था। नेपाल के कुल रिफाइंड पाम ऑयल कारोबार में से दो-तिहाई ऑयल का निर्यात भारत को होता है। जमीन को लेकर भारत और नेपाल के बीच तनाव के बाद व्यापार पर भी असर पड़ा है।
भारत के आयात शुल्क बढ़ने से नेपाल में कारोबार बढ़ा
भारत की ओर से रिफाइंड पाम ऑयल पर आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद नेपाल में पाम ऑयल रिफाइनिंग कारोबार तेजी से बढ़ा है। अकेले 2018 में ही नेपाल में 54 फीसदी घरेलू रिफाइनरी लगी हैं। साउथ एशियन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (साफ्टा) के तहत टैक्स फ्री माल भारत में भेजने के लिए पड़ोसी देशों में रिफाइनरी स्थापित करने वालों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। नेपाल घी एंड ऑयल एसोसिएशन के मुताबिक अकेले नेपाल में 19 रिफाइनरी स्थापित करने के लिए 250 मिलियन डॉलर करीब 1800 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है।
तेजी से बढ़ा नेपाल से पाम ऑयल आयात
भारत के वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, नेपाल से पाम ऑयल आयात में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2018-19 में नेपाल से पाम ऑयल आयात जीरो से 45,667 टन पर पहुंच गया था।वहीं वित्त वर्ष 2019-20 में यह आयात बढ़कर 1,89,078 टन पर पहुंच गया है। शारदा का कहना है कि यदि भारत की ओर से लगाया गया प्रतिबंध ज्यादा दिनों तक रहता है तो यह रिफाइनरीज बैंक लोन का पुनर्भुगतान नहीं कर पाएंगी।