कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर का विरोध कर रहे डॉक्टरों और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच सोमवार (16 सितंबर) को बैठक हुई। रात करीब 11:50 बजे ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बैठक के बारे में जानकारी दी। ममता ने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर को हटाया जाएगा। कल शाम 4 बजे नए कमिश्नर पद संभालेंगे। इसके साथ हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और उत्तरी कोलकाता के डिप्टी कमिश्नर को भी हटाया जाएगा। ममता ने कहा कि हमने डॉक्टरों की पांच में से तीन मांगें मान ली हैं। अब हमारी डॉक्टरों से अपील है कि वे काम पर लौट आएं। किसी प्रदर्शनकारी डॉक्टर के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाएगा। वहीं, प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि CM ने हमारी मांगें पूरी करने का वादा किया है, लेकिन हमारा प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक ये वादा हकीकत में नहीं बदलता। पुलिस कमिश्नर को हटाया जाना हमारी नैतिक जीत है। इसके अलावा एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल में करप्शन के गिरोह को खत्म करने के हमारा लक्ष्य अब भी पूरा नहीं हुआ है। हम स्वास्थ्य सचिव को हटाए जाने तक भी अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। ममता बोलीं- हमने डॉक्टरों की 99% मांगें मानीं
जूनियर डॉक्टरों ने सरकार के सामने ये पांच मांगें रखी थीं। ममता बनर्जी के मुताबिक पहली तीन मांगें पूरी हो गई हैं। ट्रेनी डॉक्टर का रेप मर्डर करने का आरोपी संजय गिरफ्तार हो चुका है। सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के SHO को गिरफ्तार किया जा चुका है। और अब कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पद से हटा दिया गया है। ममता ने कहा कि हमने डॉक्टरों की 99% मांगें मान ली हैं, क्योंकि वे हमारे छोटे भाई हैं। जूनियर डॉक्टर्स की तरफ से 42 लोगों ने मिनिट्स ऑफ मीटिंग पर साइन किया, जबकि सरकार की तरफ से मुख्य सचिव मनोज पंत ने साइन किया है। मुझे लगता है कि मीटिंग पॉजिटिव रही। मेरे हिसाब से डॉक्टरों का भी यही मानना है, वर्ना वे मिनिट्स ऑफ मीटिंग पर साइन क्यों करते? ममता बनर्जी ने CCTV, वॉशरूम जैसे हॉस्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने की मांग भी मान ली है और इसके लिए 100 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इसके अलावा ममता ने कहा कि हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर और मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर को उचित पदों पर तैनात किया जाएगा। हम उनका अपमान नहीं कर सकते हैं। इस मामले में उनकी कोई गलती नहीं है। बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए स्टेनोग्राफर्स साथ ले गए थे डॉक्टर्स एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध को हल करने के लिए चार असफल प्रयासों के बाद सोमवार शाम 35 जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल बैठक के लिए पहुंचा था। बैठक पहले शाम 5 बजे होनी थी, लेकिन शाम 6.50 बजे शुरू हुई और रात करीब 9 बजे तक चली। इसके बाद करीब 11:30 बजे तक बैठक पर चर्चा हुई। बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए डॉक्टर अपने साथ दो स्टेनोग्राफर्स भी ले गए थे। इससे पहले बंगाल सरकार डॉक्टर्स को मीटिंग के लिए 4 बार बुलाया, लेकिन लाइव टेलीकास्ट और वीडियोग्राफी जैसी मांगों के चलते बातचीत नहीं हो सकी थी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद लगातार 38 दिन से जूनियर डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि डॉक्टर्स प्रदर्शन खत्म कर काम पर लौटें तो उन पर एक्शन नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- हड़ताल खत्म करें, नहीं तो कार्रवाई होगी
सुप्रीम कोर्ट ने 9 सितंबर को कोलकाता रेप-मर्डर केस की सुनवाई के दौरान जूनियर डॉक्टरों को 10 सितंबर की शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का आदेश दिया था। कोर्ट ने आदेश न मानने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। इस मामले में आज फिर सुनवाई होगी। CBI आज दूसरी स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करेगी। पिछली सुनवाई में जांच एजेंसी ने पहली रिपोर्ट पेश की थी। रिपोर्ट में सामने आया था कि केस से जुड़े कुछ दस्तावेज गायब हैं। इस पर कोर्ट ने कहा था- यह मामला गड़बड़ लगता है। कोर्ट ने राज्य सरकार को मिसिंग डॉक्यूमेंट कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था। CBI की पहली स्टेटस रिपोर्ट की 2 बड़ी बातें… CBI जांच में अब तक क्या-क्या हुआ… 16 सितंबर: CBI ने संदीप घोष और अभिजीत मंडल से पूछताछ की
सोमवार को CBI ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के SHO अभिजीत मंडल से एक साथ पूछताछ की। CBI अधिकारी ने बताया कि उन्हें आमने-सामने बैठाकर सवाल पूछे गए। उनसे पूछा गया कि डॉक्टर की मौत की खबर सुनने के बाद क्या-क्या किया, FIR दर्ज करने में बेवजह देरी क्यों हुई और बिना औपचारिक FIR के पोस्टमार्टम क्यों किया गया। उनसे यह भी पूछा गया कि जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, तो उन दोनों के बीच कई बार फोन पर क्या बातचीत हुई। अधिकारी बताया कि पूछताछ देर रात तक जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) की रिपोर्ट सामने आई, जिसमें कहा गया है कि घटना को लेकर संदीप घोष के जवाब गुमराह करने वाले पाए गए हैं। संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट और वॉइस एनालिसिस किया गया था। 14 सितंबर: आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल को CBI ने अरेस्ट किया
कोलकाता रेप-मर्डर केस मामले में 14 सितंबर को CBI ने आरजी कर कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और एक थाने के SHO अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, दोनों पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। अभिजीत मंडल ताला पुलिस स्टेशन में स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) के पद पर तैनात था। दोनों को 17 सितंबर तक CBI की कस्टडी में भेज दिया गया। आरजी कर मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने वारदात के दूसरे दिन गिरफ्तार किया था। 5 सितंबर: जांच में खुलासा- घोष ने घटना के अगले दिन रेनोवेशन का ऑर्डर दिया
5 सितंबर को CBI की जांच में सामने आया था कि ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के अगले दिन ही संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से लगे कमरों के रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह सेमिनार हॉल में ही मिला था। सूत्रों के मुताबिक, CBI को ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिनमें इस बात की पुष्टि हुई है कि संदीप घोष ने 10 अगस्त को लेटर लिखकर स्टेट पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) को सेमिनार हॉल से लगे कमरे और टॉयलेट का रेनोवेशन करने को कहा था। इस परमिशन लेटर पर घोष के साइन भी हैं। PWD स्टाफ ने सेमिनार हॉल से लगे कमरे का रेनोवेशन शुरू कर दिया था। हालांकि, कॉलेज स्टूडेंट्स ने इस केस को लेकर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिसके चलते रेनोवेशन के काम को वहीं रोक दिया गया। जांच अधिकारियों का कहना है कि रेनोवेशन लेटर से यह साफ हो रहा है कि घोष को यह काम कराने की जल्दी थी, लिहाजा यह डॉक्यूमेंट रेप-मर्डर केस और आरजी कर कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी के केस के बीच कड़ी जोड़ने में मदद कर सकता है। CBI जांच में वित्तीय गड़बड़ी से जुड़े खुलासे…
जूनियर डॉक्टरों ने सरकार के सामने ये पांच मांगें रखी थीं। ममता बनर्जी के मुताबिक पहली तीन मांगें पूरी हो गई हैं। ट्रेनी डॉक्टर का रेप मर्डर करने का आरोपी संजय गिरफ्तार हो चुका है। सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के SHO को गिरफ्तार किया जा चुका है। और अब कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पद से हटा दिया गया है। ममता ने कहा कि हमने डॉक्टरों की 99% मांगें मान ली हैं, क्योंकि वे हमारे छोटे भाई हैं। जूनियर डॉक्टर्स की तरफ से 42 लोगों ने मिनिट्स ऑफ मीटिंग पर साइन किया, जबकि सरकार की तरफ से मुख्य सचिव मनोज पंत ने साइन किया है। मुझे लगता है कि मीटिंग पॉजिटिव रही। मेरे हिसाब से डॉक्टरों का भी यही मानना है, वर्ना वे मिनिट्स ऑफ मीटिंग पर साइन क्यों करते? ममता बनर्जी ने CCTV, वॉशरूम जैसे हॉस्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने की मांग भी मान ली है और इसके लिए 100 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इसके अलावा ममता ने कहा कि हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर और मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर को उचित पदों पर तैनात किया जाएगा। हम उनका अपमान नहीं कर सकते हैं। इस मामले में उनकी कोई गलती नहीं है। बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए स्टेनोग्राफर्स साथ ले गए थे डॉक्टर्स एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे गतिरोध को हल करने के लिए चार असफल प्रयासों के बाद सोमवार शाम 35 जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल बैठक के लिए पहुंचा था। बैठक पहले शाम 5 बजे होनी थी, लेकिन शाम 6.50 बजे शुरू हुई और रात करीब 9 बजे तक चली। इसके बाद करीब 11:30 बजे तक बैठक पर चर्चा हुई। बातचीत रिकॉर्ड करने के लिए डॉक्टर अपने साथ दो स्टेनोग्राफर्स भी ले गए थे। इससे पहले बंगाल सरकार डॉक्टर्स को मीटिंग के लिए 4 बार बुलाया, लेकिन लाइव टेलीकास्ट और वीडियोग्राफी जैसी मांगों के चलते बातचीत नहीं हो सकी थी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद लगातार 38 दिन से जूनियर डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि डॉक्टर्स प्रदर्शन खत्म कर काम पर लौटें तो उन पर एक्शन नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- हड़ताल खत्म करें, नहीं तो कार्रवाई होगी
सुप्रीम कोर्ट ने 9 सितंबर को कोलकाता रेप-मर्डर केस की सुनवाई के दौरान जूनियर डॉक्टरों को 10 सितंबर की शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का आदेश दिया था। कोर्ट ने आदेश न मानने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। इस मामले में आज फिर सुनवाई होगी। CBI आज दूसरी स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करेगी। पिछली सुनवाई में जांच एजेंसी ने पहली रिपोर्ट पेश की थी। रिपोर्ट में सामने आया था कि केस से जुड़े कुछ दस्तावेज गायब हैं। इस पर कोर्ट ने कहा था- यह मामला गड़बड़ लगता है। कोर्ट ने राज्य सरकार को मिसिंग डॉक्यूमेंट कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था। CBI की पहली स्टेटस रिपोर्ट की 2 बड़ी बातें… CBI जांच में अब तक क्या-क्या हुआ… 16 सितंबर: CBI ने संदीप घोष और अभिजीत मंडल से पूछताछ की
सोमवार को CBI ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के SHO अभिजीत मंडल से एक साथ पूछताछ की। CBI अधिकारी ने बताया कि उन्हें आमने-सामने बैठाकर सवाल पूछे गए। उनसे पूछा गया कि डॉक्टर की मौत की खबर सुनने के बाद क्या-क्या किया, FIR दर्ज करने में बेवजह देरी क्यों हुई और बिना औपचारिक FIR के पोस्टमार्टम क्यों किया गया। उनसे यह भी पूछा गया कि जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, तो उन दोनों के बीच कई बार फोन पर क्या बातचीत हुई। अधिकारी बताया कि पूछताछ देर रात तक जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) की रिपोर्ट सामने आई, जिसमें कहा गया है कि घटना को लेकर संदीप घोष के जवाब गुमराह करने वाले पाए गए हैं। संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट और वॉइस एनालिसिस किया गया था। 14 सितंबर: आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल को CBI ने अरेस्ट किया
कोलकाता रेप-मर्डर केस मामले में 14 सितंबर को CBI ने आरजी कर कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और एक थाने के SHO अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, दोनों पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। अभिजीत मंडल ताला पुलिस स्टेशन में स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) के पद पर तैनात था। दोनों को 17 सितंबर तक CBI की कस्टडी में भेज दिया गया। आरजी कर मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने वारदात के दूसरे दिन गिरफ्तार किया था। 5 सितंबर: जांच में खुलासा- घोष ने घटना के अगले दिन रेनोवेशन का ऑर्डर दिया
5 सितंबर को CBI की जांच में सामने आया था कि ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के अगले दिन ही संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से लगे कमरों के रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह सेमिनार हॉल में ही मिला था। सूत्रों के मुताबिक, CBI को ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिनमें इस बात की पुष्टि हुई है कि संदीप घोष ने 10 अगस्त को लेटर लिखकर स्टेट पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) को सेमिनार हॉल से लगे कमरे और टॉयलेट का रेनोवेशन करने को कहा था। इस परमिशन लेटर पर घोष के साइन भी हैं। PWD स्टाफ ने सेमिनार हॉल से लगे कमरे का रेनोवेशन शुरू कर दिया था। हालांकि, कॉलेज स्टूडेंट्स ने इस केस को लेकर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिसके चलते रेनोवेशन के काम को वहीं रोक दिया गया। जांच अधिकारियों का कहना है कि रेनोवेशन लेटर से यह साफ हो रहा है कि घोष को यह काम कराने की जल्दी थी, लिहाजा यह डॉक्यूमेंट रेप-मर्डर केस और आरजी कर कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी के केस के बीच कड़ी जोड़ने में मदद कर सकता है। CBI जांच में वित्तीय गड़बड़ी से जुड़े खुलासे…