KRN हीट एक्सचेंजर एंड रेफ्रिजरेशन का IPO आज ओपन होगा:27 सितंबर तक बोली लगा सकेंगे निवेशक, मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹14,300

KRN हीट एक्सचेंजर एंड रेफ्रिजरेशन लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO आज ओपन होगा। निवेशक 27 सितंबर तक इस IPO के लिए बोली लगा सकेंगे। 3 अक्टूबर को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। KRN हीट एक्सचेंजर एंड रेफ्रिजरेशन इस इश्यू के जरिए टोटल ₹341.51 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी पूरे ₹341.51 करोड़ के 15,523,000 फ्रेश शेयर इश्यू करेगी। कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए एक भी शेयर नहीं बेच रहे हैं। अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं?
KRN हीट एक्सचेंजर एंड रेफ्रिजरेशन ने IPO का प्राइस बैंड ₹209 से ₹220 तय किया है। रिटेल निवेशक कम से कम एक लॉट यानी 65 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइस बैंड ₹220 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,300 इन्वेस्ट करने होंगे। वहीं, रिटेल निवेशक मैक्सिमम 13 लॉट यानी 845 शेयर्स के लिए अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹185,900 इन्वेस्ट करने होंगे। इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
कंपनी ने इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। ट्यूब टाइप हीट एक्सचेंजर्स बनाती है कंपनी
KRN हीट एक्सचेंजर हीट वेंटिवेंलेशन एयर कंडीशनिंग और रेफ्रिजरेशन इंडस्ट्री (HVACR) के लिए फिन और ट्यूब टाइप हीट एक्सचेंजर्स बनाती है। दस्तावेजों के अनुसार, कंपनी कंडेनसर कॉइल, इवेपोरेटर यूनिट, इवेपोरेटर कॉइल, हेडर/ कॉपर पार्ट्स,फ्लूइड और स्टीम कॉइल सहित कई पार्ट्स की सप्लाई करती है। ये प्रोडक्ट्स डाइकिन एयरकंडिशनिंग इंडिया, श्नाइडर इलेक्ट्रिक आईटी बिजनेस इंडिया, किर्लोस्कर चिलर्स, ब्लू स्टार,क्लाइमेवेंटा क्लाइमेट टेक्नोलॉजीज और फ्रिगेल इंटेलिजेंट कूलिंग सिस्टम्स इंडिया जैसे कस्टमर्स KRN हीट एक्सचेंजर से लेते हैं। IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।