बांग्लादेशी ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने रिटायरमेंट अनाउंस किया:कहा- मीरपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मेरा आखिरी टेस्ट होगा

बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने रिटायरमेंट अनाउंस कर दिया है। शाकिब ने कहा कि मीरपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मेरा आखिरी टेस्ट होगा। वे कानपुर में 27 सितंबर से शुरू होने जा रहे भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले मीडिया से बात कर रहे थे। 37 साल के बांग्लादेशी ऑलराउंडर भारत के खिलाफ खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे। उन्होंने पहली पारी में 32 और दूसरी पारी में 25 रन ही बना सके थे। उन्हें चेन्नई में खेले गए इस टेस्ट में कोई विकेट नहीं मिला था। शाकिब पर लगा है हत्या का आरोप
डेली स्टार की रिपोर्ट अनुसार, रफिकुल इस्लाम ने कहा कि 5 अगस्त को उनका बेटा रुबेल अडाबार के रिंग रोड एरिया में विरोध कर रहा था। जिसमें रुबेल के साथ कई और भी स्टूडेंट्स शामिल थे। शाकिब समेत 147 लोगों पर इलजाम लगा कि उन्होंने आंदोलन करने वालों पर फायरिंग के आदेश दिए थे। साथ ही कई आरोपी फायरिंग करने वालों में भी शामिल थे। गोलीबारी के दौरान रुबेल घायल हो गया था, उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन 2 दिन बाद ही उसकी मौत हो गई। जिसके बाद पिता ने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करा दी। हसीना की सरकार में मंत्री थे शाकिब
शाकिल इसी साल सांसद बने थे। वे शेख हसीना की सरकार में मंत्री थे। देश में हिसंक प्रदर्शन के बाद शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। साथ ही उन्हें देश भी छोड़ना पड़ा। हसीना के इस्तीफे के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में चीफ एडवाइजर का पद संभाला है। 7 अगस्त को हुई थी रुबेल की हत्या, कनाडा में थे शाकिब
PTI के अनुसार, रफिकुल इस्मला के बेटे रुबेल की हत्या 7 अगस्त को आंदोलन के दौरान हुई। FIR में शाकिब को आरोपी नंबर 27 या 28 बनाया गया है। रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया कि शाकिब 5 अगस्त और प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश में ही नहीं थे। बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन के दौरान शाकिब कनाडा गए थे। 26 जुलाई से 9 अगस्त तक कनाडा में हुई ग्लोबल टी-20 लीग में शाकिब ने हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं, 26 जुलाई से पहले वह अमेरिका में मेजर लीग क्रिकेट खेल रहे थे। विवादों से शाकिब का गहरा नाता
बांग्लादेश का यह स्टार ऑलराउंडर अक्सर मैदान और मैदान के बाहर विवादों के चलते चर्चा में बना रहता है। इस साल अप्रैल महीने में उन्होंने ग्राउंड स्टाफ के साथ हाथापाई की थी। उसका फोन छीनने की कोशिश की थी और उसे थप्पड़ मारने की धमकी भी दी थी। इसके अलावा वह मैदान पर विपक्षी टीम के खिलाड़ियों और अंपायर्स से भी कई बार भीड़ चुके हैं।