इजराइल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर मिसाइलें दागीं:6 इमारतें ध्वस्त; नेतन्याहू ने न्यूयॉर्क से फोन पर ऑर्डर दिया, फोटो वायरल

यूनाइटेड नेशंस (UN) में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की स्पीच के करीब एक घंटे बाद इजराइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में मिसाइलें दागीं। इसमें 6 इमारतें पूरी तरह से ध्वस्त हो गईं। इनमें से एक हिजबुल्लाह का हेडक्वार्टर बताया जा रहा है। नेतन्याहू ने UN में शुक्रवार रात 8 बजे स्पीच दी थी। इसके एक घंटे बाद बेरूत की रिहायशी इलाके में हमला किया गया। इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि जहां हमला किया गया, वहां हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह मौजूद था। अभी तक पता नहीं चल सका कि वो मारा गया या नहीं। उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह का मुख्यालय जानबूझकर आबादी वाले इलाके के बीच बनाया गया था। ताकि वहां पर हमला ना किया जा सके। इससे पहले 26 सितंबर को इजराइल ने दक्षिणी लेबनान पर एयरस्ट्राइक की। इस एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह की ड्रोन यूनिट के कमांडर मोहम्मद सरूर की मौत हो गई थी। लगातार हो रहे इजराइली हमलों में लेबनान के 500 से ज्यादा नागरिकों की जान गई है और 1,800 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हमले के बाद की तस्वीरें… इजराइल ने पहले ही अमेरिका को हमले की सूचना दे दी थी
सूत्रों का कहना है कि इजराइल ने अमेरिका को पहले ही हमला करने की जानकारी दे दी थी। वहीं, एक अमेरिकी अफसर ने कहा कि हमें हमले के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी। शायद अटैक के कुछ समय पहले ही हमें जानकारी भेजी गई।उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका ने इस ऑपरेशन में कोई भूमिका नहीं निभाई। UN में नेतन्याहू बोले- ईरान-इराक मिडिल ईस्ट के लिए श्राप
इजराइल और लेबनान में जारी टकराव के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को UN की महासभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वे इस बार UNGA में भाषण नहीं देना चाहते थे, लेकिन इजराइल को लेकर फैलाए जा रहे झूठ ने उन्हें अपने देश का पक्ष रखने पर मजबूर कर दिया। नेतन्याहू का भाषण शुरू होते ही कई देशों के प्रतिनिधि UN असेंबली से उठकर चले गए। नेतन्याहू ने कहा, “मैंने पिछले बार एक मैप दिखाया था, जिसमें इजराइल और उसके साथी अरब देश एशिया को यूरोप से जोड़ रहे थे, हिंद महासागर को भूमध्य सागर से जोड़ रहे थे।” पूरी खबर पढ़ें … नेतन्याहू का लेबनान से जंग रोकने का इनकार
इजराइल ने 26 सितंबर को लेबनान में जंग रोकने से इनकार कर दिया। इजराइली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। इसमें कहा गया है कि सीजफायर की रिपोर्ट्स गलत हैं। सीजफायर पर नेतन्याहू के इनकार के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि उन्होंने सीजफायर प्रस्ताव की घोषणा से पहले इजराइल के साथ बातचीत की थी। तब उन्होंने इसके लिए सहमति जताई थी। CNN के मुताबिक व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जीन पियरे ने कहा कि बुधवार को इजराइली पक्ष की सहमति के बाद ही 21 दिन के सीजफायर प्रस्ताव का ऐलान किया गया था। इसके बाद अमेरिका और फ्रांस ने UN में इसे लेकर संयुक्त बयान भी जारी किया, लेकिन कुछ ही घंटे बाद इजराइल ने इससे इनकार कर दिया। इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 18 सालों में सबसे बड़ी जंग छिड़ी
पिछले हफ्ते इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 2006 के बाद सबसे भयानक लड़ाई छिड़ गई थी। 17 सितंबर को लेबनान पर पेजर अटैक हुआ था। इसके ठीक एक दिन बाद पेजर और वॉकी-टॉकी में भी विस्फोट हुए थे। हिजबुल्लाह और लेबनान ने इजराइल को इन हमलों का जिम्मेदार माना था। इजराइल बीते 7 दिनों से लेबनान में मिसाइल हमले कर रहा है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइली मिसाइल हमलों की वजह से लेबनान में 620 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इसके अलावा 5 लाख से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा है। इजराइल ने लेबनान में चलाए जा रहे ऑपरेशन को “नॉर्दर्न एरोज” नाम दिया है। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने 23 सितंबर को लेबनान पर सबसे बड़ा हमला किया था। IDF ने हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की थी। इनमें 10 हजार रॉकेट बर्बाद करने का दावा किया गया। इस हमले में 569 लोगों की मौत हुई। इजराइल का ये हमला बुधवार को भी जारी रहा। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली हमलों में कम से कम 72 लोग मारे गए।