दिल्ली में AAP अकेले चुनाव लड़ेगी, कांग्रेस से गठबंधन नहीं:पार्टी प्रवक्ता बोलीं- हम ओवर कॉन्फिडेंट कांग्रेस और अहंकारी भाजपा से लड़ने में सक्षम

आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बुधवार को कहा, ‘हम ओवर कॉन्फिडेंट कांग्रेस और अहंकारी भाजपा से अकेले लड़ने में सक्षम हैं।’ उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस के पास कोई सीट नहीं है, फिर भी AAP ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को तीन सीटें दीं। इसके बावजूद कांग्रेस को हरियाणा में सहयोगियों को साथ लेना जरूरी नहीं लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा चुनाव में कांग्रेस ने I.N.D.I.A की पार्टियों को गंभीरता से नहीं लिया और गठबंधन नहीं किया। आखिर में कांग्रेस को अपने ओवर कॉन्फिडेंस के कारण हार का सामना करना पड़ा। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और AAP में गठबंधन नहीं हो सका था। AAP ने 9 सीटें मांगी थीं, जिसे कांग्रेस ने ठुकरा दिया था। इसके बाद AAP ने राज्य की 90 सीटों में से 89 पर चुनाव लड़ा। हालांकि, पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली, कांग्रेस 37 सीटें ला सकी। सांसद राघव चड्ढा बोले- बीजेपी को हराने में AAP पूरी तरह से सक्षम
AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा- हरियाणा विधानसभा चुनाव में BJP की जीत कम और कांग्रेस की हार ज्यादा है। हरियाणा में जनता ने बीजेपी को हटाने और बदलाव लाने के लिए वोट किया, लेकिन BJP को बहुमत मिला और उनकी सरकार बनी। चड्ढा ने कहा कि हरियाणा में अगर एकजुट होकर चुनाव लड़ा जाता तो परिणाम कुछ और ही होते। देश में कई ऐसे राज्य हैं, जहां कांग्रेस BJP को नहीं हरा पा रही और यहां I.N.D.I.A के दलों के साथ चुनाव लड़ा जाए तो परिणाम अलग होंगे। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में स्थानीय पार्टियां खुद BJP को हरा सकती हैं। और कई राज्यों में कांग्रेस BJP से सीधी लड़ाई में कमजोर पड़ जाती है। अगर, यहां कांग्रेस I.N.D.I.A के साथ मिलकर चुनाव लड़ती है तो BJP को आसानी से हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि साल 2015 और 2020 में अरविंद केजरीवाल और AAP ने आजाद भारत के इतिहास में सबसे बड़े जनादेश के साथ सरकार बनाई। केजरीवाल ने कहा था- अधिक आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट के रुझानों के बीच AAP संयोजक और पूर्व दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने बयान जारी किया था। उन्होंने AAP के नगर निगम सदस्यों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा था कि ‘देखते हैं हरियाणा में परिणाम क्या आते हैं। इसका सबसे बड़ा सबक यह है कि चुनावों में कभी अधिक आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। हर चुनाव और हर सीट कठिन होती है।’ राहुल बोले- हरियाणा के नतीजे हैरान करने वाले, शिवसेना बोली- कांग्रेस जीत को हार में बदलना जानती है
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर बुधवार को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने X पर पोस्ट में कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे हैरान करने वाले हैं। राहुल ने लिखा, ‘हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं। कई विधानसभा क्षेत्रों से शिकायतों आ रही हैं। हम चुनाव आयोग को इससे अवगत कराएंगे। हम हक का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का, सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे।’ राहुल ने जम्मू-कश्मीर में I.N.D.I.A गठबंधन की जीत पर लोगों का आभार जताया। पूरी खबर पढ़ें… ………………………………….. हरियाणा विधानसभा चुनाव से जुड़ीं ये खबरें भी पढ़ें…. सैलजा कैंप बोला- हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत: गोगी ने हुड्‌डा को ठहराया हार का जिम्मेदार हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे पर निशाने साधने शुरू कर दिए हैं। टिकट बंटवारे के समय से ही नाराज चल रहीं कांग्रेस सांसद सैलजा के बाद अब उनके गुट के नेताओं ने भी पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए हैं। करनाल की असंध सीट से चुनाव हार चुके पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कांग्रेस की हार के लिए सीधे हुड्डा को दोषी ठहराया है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में एमपी-राजस्थान की तरह 2 डिप्टी CM होंगे: मंत्रिमंडल में 10 नए चेहरों को मिल सकती है जगह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत की हैट्रिक के बाद अब नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि हरियाणा में भी पार्टी मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, ओडिशा की तरह दो डिप्टी CM का फॉर्मूला ला सकती है। वरिष्ठता के आधार पर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज और एक ब्राह्मण विधायक को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। पूरी खबर पढ़ें…