दिवाली का त्योहार नजदीक आने के साथ बाजारों में खरीदारी करने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है। छोटी दुकानों से लेकर बड़ी दुकानों तक हर तरफ लोगों का हूजूम देखा जा सकता है। दिवाली के समय कई ई-कॉमर्स वेबसाइट्स भी भारी डिस्काउंट और कैशबैक के साथ स्पेशल ऑफर्स दे रही हैं। लोग ज्यादा-से-ज्यादा खरीदारी करके इन ऑफर्स का फायदा उठाना चाहते हैं। हालांकि ऑनलाइन शॉपिंग करना जितना आसान है, उतना ही रिस्की भी हो सकता है। त्योहारों के समय वॉट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कई ऐसे ऑनलाइन शॉपिंग के लिंक मिल जाएंगे, जो भारी डिस्काउंट और ऑफर्स का दावा कर रहे हैं। इस तरह के लिंक पर क्लिक करते और वहां से कोई भी खरीदारी करते हुए बहुत सतर्क और सावधान रहना चाहिए। ये फेक लिंक हो सकते हैं, जो आपको फाइनेंशियल नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि दिवाली पर ऑनलाइन शॉपिंग के समय क्या सावधानियां बरतें। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: ईशान सिन्हा, साइबर एक्सपर्ट (नई दिल्ली) सवाल- भारत में त्योहार के समय ऑनलाइन शॉपिंग मार्केट में कितना इजाफा होता है? जवाब- हाल ही में मार्केट रिसर्च कंपनी डेटम इंटेलिजेंस (Datum Intelligence) ने एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, इस फेस्टिव सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियों का बिजनेस लगभग 1200 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। यह पिछले साल के मुकाबले 23% की बढ़त है। पिछले फेस्टिव सीजन में कुल बिजनेस 970 करोड़ रुपए का था। नीचे दिए ग्राफिक से इसे समझिए। सवाल- त्योहार के समय किस तरह के ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम का खतरा बढ़ जाता है? जवाब- त्योहार के समय स्कैमर्स फेक ऑनलाइन वेबसाइट या ऐप बनाकर फेमस ब्रांड के कपड़े, जूते या इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स बेहद कम कीमतों पर बेचते हैं। इस तरह की वेबसाइट या ऐप का इंटरफेस अन्य शॉपिंग वेबसाइट के जैसा होता है। जब कोई इनसे सामान खरीदता है तो उसमें खराब क्वालिटी का प्रोडक्ट डिलीवर कर दिया जाता है। इस तरह की वेबसाइट शिकायत के बाद प्रोडक्ट को रिफंड भी नहीं करती हैं। नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि किस तरह के ऑनलाइन स्कैम हो सकते हैं। सिर्फ रिव्यू देखना काफी नहीं अधिकांश लोग ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान प्रोडक्ट्स के रिव्यू देखते हैं। यह रिव्यू किसी भी प्रोडक्ट के बारे में खरीदारों की राय बताते हैं। जैसे अगर किसी प्रोडक्ट के रिव्यू अच्छे हैं तो लोग उसे आसानी से खरीद लेते हैं। अगर रिव्यू खराब हैं तो लोग उस प्रोडक्ट को नहीं खरीदते हैं। लेकिन यह रिव्यू फेक भी हो सकते हैं। यह खरीदारों को भ्रमित करने का एक स्कैम होता है, जिसमें कई सोशल मीडिया ग्रुप्स शामिल होते हैं। इसमें ग्रुप के मेंबर लोगों की सोच को प्रभावित करने के लिए प्रोडक्ट के फेक रिव्यू लिखते हैं। इसके बदले में उन्हें अच्छा-खासा पैसा मिलता है। सवाल- ऑनलाइन प्रोडक्ट के रिव्यू असली हैं या नकली, यह कैसे पता कर सकते हैं? जवाब- अगर किसी रिव्यू की भाषा बहुत ही पॉजिटिव है, प्रोडक्ट की सिर्फ तारीफ की गई है, सारे रिव्यू की भाषा एक जैसी लग रही है तो वह रिव्यू नकली हो सकते हैं। नीचे दिए ग्राफिक में देखें कि प्रोडक्ट के नकली और स्पॉन्सर्ड रिव्यू को कैसे पहचानें। सवाल- दिवाली की ऑनलाइन शॉपिंग करते समय क्या सावधानियां जरूरी हैं? जवाब- ऑनलाइन शॉपिंग 24*7 उपलब्ध होने वाली सुविधा है। इसमें अपनी जरूरत के हिसाब से प्रोडक्ट को चुन सकते हैं। उसके प्राइज को अलग-अलग ई-कॉमर्स वेबसाइट्स से क्रॉस चेक कर सकते हैं। इसके बाद ऑर्डर करके घर बैठे प्रोडक्ट्स मंगवा सकते हैं। त्योहार के समय बाजारों में बढ़ती भीड़ से बचने के लिए यह सुविधाजनक विकल्प है, लेकिन कुछ सावधानियां बरतना भी बहुत जरूरी है। नीचे दिए ग्राफिक से समझिए कि ऑनलाइन शॉपिंग करते समय किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए। सवाल- ऑनलाइन शॉपिंग करते समय किस तरह की गलतियां नहीं करनी चाहिए? जवाब- त्योहारों के समय साइबर ठग ज्यादा एक्टिव होते हैं। इसमें वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अपना प्रमुख हथियार बनाते हैं। कई बार सेल के दौरान महंगे प्रोडक्ट बहुत सस्ते दामों में मिल जाते हैं। अगर इस तरह के अविश्वसनीय ऑफर आपको दिखाई दें तो इस यह बात का संकेत है कि यह सेल नहीं, बल्कि कोई फ्रॉड है। इसलिए इन बातों का ध्यान रखें। जैसेकि- …………………… यह खबर भी पढ़िए जरूरत की खबर- गलत UPI ID पर भेज दिए पैसे:पैसे कैसे मिलेंगे वापस, कहां करें शिकायत आमतौर पर ई-कॉमर्स वेबसाइट्स अपनी आगामी सेल को लेकर पहले से ही प्रचार शुरू कर देती हैं, जिससे ज्यादा-से-ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें। ऐसे में कई बार लोग जरूरत से ज्यादा चीजों की खरीदारी भी कर लेते हैं। इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग सेल में कुछ सावधानियां भी रखनी चाहिए। पूरी खबर पढ़िए…