इजराइल का लेबनान के नबातियेह शहर पर हवाई हमला:मेयर समेत 6 की मौत; दावा- ईरान पर भी हमले की तैयारी

इजराइल ने बुधवार को दक्षिणी लेबनान के नबातियेह शहर पर हमला किया। ये हमला नबातियेह की म्युनिसिपल बिल्डिंग पर हुआ। हमले में शहर के मेयर समेत 6 लोगों की मौत हो गई है। इजराइल ने इस हमले से पहले बेरूत के कस्बों पर भी हमले किए हैं। इस दौरान इजराइल ने हिजबुल्लाह के एक एक अंडरग्राउंड हथियार गोदाम को निशाना बनाया। इजराइली सेना का दावा है कि इस हमले से पहले उसने नागरिकों को सुरक्षित निकलने के लिए चेतावनी दी थी। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल सेना के जगह खाली करने के आदेशों से अब तक लेबनान का एक चौथाई से अधिक हिस्से पर असर पड़ा है। अमेरिका ने इजराइली हमलों पर चिंता जताई अमेरिका ने भी इजराइली हमलों में बढ़ती मौतों और युद्ध के बढ़ने को लेकर चिंता जताई है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को कहा, “बेरूत में इजराइल के हमलों को लेकर हमने इजराइली सरकार को अपनी चिंताओं से अवगत कराकर इसका विरोध दर्ज किया है।” दूसरी तरफ अमेरिका ने इजराइल से 30 दिन के अंदर गाजा में मानवीय सहायता की स्थिति सुधारने के लिए भी कहा है। ऐसा न करने पर सैन्य सहायता रोकने की चेतावनी दी है। हालांकि पिछले हफ्ते ही अमेरिका ने इजराइल को मिसाइल डिफेंस सिस्टम और सैनिक भेजने की घोषणा की थी। ईरानी हमले के बदले की योजना तैयार मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस सबके साथ इजराइल ने ईरान के मिसाइल हमलों का जवाब देने की योजना भी तैयार कर ली है। CNN के एक रिपोर्ट में दावा है कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका को भरोसा दिलाया है कि ईरान पर होने वाला पलटवार केवल सैन्य ठिकानों तक सीमित रहेगा। तेल या परमाणु ठिकानों को निशाना नहीं बनाया जाएगा। ईरान ने 1 अक्टूबर को इजराइल पर 180 मिसाइलें दागी थीं। ईरान ने ये हमला हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और हमास चीफ इस्माइल हानियेह की मौत का बदला लेने के लिए किया था। हमले के बादनेतन्याहू ने चेतावनी दी थी कि ईरान को इसके लिए कीमत चुकानी पड़ेगी। …………………………………………………………………… इजराइल से जुडी ये खबर भी पढ़ें… भास्कर एक्सप्लेनर- क्या ईरान पर सीधा हमला करेगा इजराइल:शिया मुस्लिम एकजुट; 45 साल की शैडो वॉर सीधे जंग में कैसे बदली ईरान और इजराइल में आमने-सामने की जंग छिड़ने की बात कही जा रही है। पिछले 45 सालों से दोनों देश पर्दे के पीछे से शैडो वॉर लड़ रहे थे, लेकिन अब ईरान की अगुआई में तमाम शिया मिलिशिया ग्रुप इजराइल के खिलाफ खुले तौर पर मोर्चा खोल चुके हैं। पूरी खबर पढ़ें…