भारतवंशी बिजनेसमैन पंकज ओसवाल की बेटी युगांडा में कैद:खून और गंदगी से भरे बाथरूम में रखा; छुड़ाने के लिए UN में अपील की

भारतीय मूल के उद्योगपति पंकज ओसवाल ने युंगाडा के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने दावा किया है कि उनकी 26 साल की बेटी वसुंधरा ओसवाल को युगांडा में पिछले 17 दिनों से अवैध रूप से हिरासत में रखा गया है। वहां उसके साथ बुरा सलूक किया जा रहा है। पंकज ने यूनाइटेड नेशंस वर्किंग ग्रुप के समक्ष अपील दायर कर कहा है कि वसुंधरा से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है न ही उसे कानूनी मदद मिल पा रही है। अभी तक भारत सरकार या फिर UN के किसी अधिकारी ने इस मामले पर टिप्पणी नहीं की है। पंकज ओसवाल की बेटी PRO इंडस्ट्रीज की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं और कंपनी का कामकाज संभालती हैं। उनका बिजनेस युगांडा में भी है। ओसवाल के प्लांट से ही हुई गिरफ्तार
रिपोर्ट्स के मुताबिक वसुंधरा को युगांडा में ओसवाल के प्लांट से करीब 20 हथियारबंद लोगों ने पकड़ा था। उन्होंने गिरफ्तार करने से पहले अपना पहचान या वारंट नहीं दिखाया था। पंकज ने दावा किया कि कॉर्पोरेट और राजनीतिक हेरफेर के कारण उनकी बेटी की गिरफ्तारी हुई है। उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं, इसलिए उसे अवैध रूप से रखा गया है। पंकज के मुताबिक एक पूर्व कर्मचारी ने गारंटर के तौर पर ओसवाल के परिवार के साथ 200,000 डॉलर का लोन लिया था। जब ओसवाल परिवार ने गारंटी लेने से इनकार कर दिया तो उसने वसुंधरा के खिलाफ झूठे आरोप लगा दिए। बाद में वह शख्स युगांडा से भाग गया। ऑस्ट्रेलिया छोड़कर भागे थे पंकज ओसवाल
पंकज ओसवाल और उनकी पत्नी राधिका पहले भी विवादों में रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में उन पर 100 मिलियन के डॉलर टैक्स चोरी करने और लोन में धांधली के गंभीर आरोप लगे थे। इसके बाद दोनों दंपती ने दिसंबर 2010 में ऑस्ट्रेलिया छोड़ दिया था। पंकज ओसवाल ने ऑस्ट्रेलिया में ताज महल जैसा महल बनवाना शुरू किया था। करीब 70 मिलियन डॉलर (करीब 588 करोड़ रुपए) की लागत वाले बंगले का नाम ‘ताज महल ऑन द स्वान’ रखा गया था। टैक्स न चुकाने और बिल्डिंग से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने की वजह से 2010 में इसका निर्माण रोक दिया गया और 2016 में इसे गिराने का आदेश दिया गया। वे इस पर करीब 22 मिलियन डॉलर (185 करोड़) खर्च भी कर चुके थे।