दिल्ली में AQI 450 पार, यह ‘बहुत गंभीर’ श्रेणी:दिल्ली-NCR में 11वीं तक क्लासेस ऑनलाइन होने, 50% नौकरीपेशा लोगों को वर्क-फ्रॉम होम देने की संभावना

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार गंभीर होता जा रहा है। रविवार शाम को दिल्ली का AQI 450 के पास दर्ज किया गया, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है। इसके चलते कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 18 नवंबर 2024 की सुबह 8 बजे से दिल्ली-NCR में संशोधित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे फेज को लागू करने का ऐलान किया है। इसके अलावा NCR राज्यों की सरकारें और दिल्ली की सरकार क्लास 6 से 9 और 11वीं की फिजिकल क्लासेस बंद करके ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने का फैसला ले सकती है। फिलहाल 5वीं तक क्लासेस ऑनलाइन मोड में लग रही हैं। वहीं, सरकारी, नगर निगम और निजी कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या आधी करने पर भी विचार किया जा रहा है। 50% कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी जा सकती हैं। दिल्ली में प्रदूषण की 6 तस्वीरें दिल्ली में 37% प्रदूषण पराली जलाने की वजह से
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, रविवार सुबह 7 बजे दिल्ली के 14 लोकेशन पर AQI 400+ दर्ज किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में 37% प्रदूषण दिल्ली और आसपास के राज्यों में पराली जलाने से हुआ है। वहीं, 12% पॉल्यूशन की वजह गाड़ियों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन है। दिल्ली के अलावा हरियाणा के भी कई शहरों में AQI 400 के करीब पहुंच गया है। खतरनाक प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में 5वीं तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस चलाने का फैसला किया है। उधर, कश्मीर में बर्फबारी के चलते किश्तवाड़-सिंथन टॉप रोड बंद कर दी गई है। यह सड़क अनंतनाग को किश्तवाड़ नेशनल हाईवे (NH-244) से जोड़ती है। अधिकारियों का कहना है कि सड़क से बर्फ हटाने का काम जारी है। मौसम को देखकर ट्रैफिक मूवमेंट शुरू किया जाएगा। दिल्ली के स्कूलों में 6th क्लास से मास्क अनिवार्य दिल्ली-NCR में GRAP-3 लागू, तोड़फोड़ पर रोक, डीजल गाड़ियों पर पाबंदी दिल्ली में प्रदूषण की 2 सैटेलाइट इमेज अमेरिकी साइंटिस्ट हीरेन जेठवा ने 14 नवंबर को दिल्ली की सैटेलाइट इमेज शेयर की थीं। इसमें दिल्ली में घना स्मॉग दिखाई दे रहा है। हीरेन अमेरिका की मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी में एरोसोल रिमोट सेंसिंग साइंटिस्ट हैं। हीरेन की फोटोज NASA ने भी शेयर की थी। दिल्ली सरकार ने कहा था- प्रतिबंध नहीं लगाएंगे दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार सुबह ही कहा था, ‘GRAP-3 के प्रतिबंध लागू नहीं किए जाएंगे।’ इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आतिशी सरकार की निष्क्रियता के कारण प्रदूषण की स्थिति दिल्ली के आसपास के इलाकों से भी बदतर हो गई है। राजपथ जैसे इलाकों में भी AQI 450 से ज्यादा है। उन्होंने कहा- दिल्ली के लोग चाहते हैं कि गोपाल राय अपना पद छोड़ दें। इस पर गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली की खराब एयर क्वालिटी में 35% योगदान भाजपा शासित हरियाणा और उत्तर प्रदेश के NCR में आने वाले जिलों का है। AQI 400 के पार पहुंचने पर GRAP लगाया जाता है राजधानी में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए प्रदूषण के स्तर को 4 कैटेगरी में बांटकर देखा गया है। हर स्तर के लिए लिए पैमाने और उपाय तय हैं। इसे ग्रेडेड एक्शन प्लान यानी GRAP कहते हैं। इसकी 4 कैटेगरी के तहत सरकार पाबंदियां लगाती है और प्रदूषण कम करने के उपाय जारी करती है। ​​​​​​AQI क्या है और इसका हाई लेवल खतरा क्यों
AQI एक तरह का थर्मामीटर है। बस ये तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा। और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे तो 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन अभी हालात ये हैं कि राजस्थान, हरियाणा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ये 300 के ऊपर जा चुका है। ये बढ़ता AQI सिर्फ एक नंबर नहीं है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। क्या होता है PM, कैसे नापा जाता है
PM का अर्थ होता है पर्टिकुलेट मैटर। हवा में जो बेहद छोटे कण यानी पर्टिकुलेट मैटर की पहचान उनके आकार से होती है। 2.5 उसी पर्टिकुलेट मैटर का साइज है, जिसे माइक्रोन में मापा जाता है। इसका मुख्य कारण धुआं है, जहां भी कुछ जलाया जा रहा है तो समझ लीजिए कि वहां से PM2.5 का प्रोडक्शन हो रहा है। इंसान के सिर के बाल की अगले सिरे की साइज 50 से 60 माइक्रोन के बीच होता है। ये उससे भी छोटे 2.5 के होते हैं। मतलब साफ है कि इन्हें खुली आंखों से भी नहीं देखा जा सकता। एयर क्वालिटी अच्छी है या नहीं, ये मापने के लिए PM2.5 और PM10 का लेवल देखा जाता है। हवा में PM2.5 की संख्या 60 और PM10 की संख्या 100 से कम है, मतलब एयर क्वालिटी ठीक है। गैसोलीन, ऑयल, डीजल और लकड़ी जलाने से सबसे ज्यादा PM2.5 पैदा होते हैं। दावा- दिल्ली में 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित NDTV के मुताबिक, प्राइवेट एजेंसी लोकल सर्कल के सर्वे में दावा किया गया कि दिल्ली-NCR में 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित हैं। 1 नवंबर को जारी की गई इस रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली-NCR में 62% परिवारों में से कम से कम 1 सदस्य की आंखों में जलन है। 46% फैमिली में किसी न किसी मेंबर को जुकाम या सांस लेने में तकलीफ (नेजल कंजेशन) और 31% परिवार में एक सदस्य अस्थमा की परेशानी है। पूरी खबर पढ़ें… राज्यों की मौसम की खबरें… बिहार: मधेपुरा, मुजफ्फरपुर और जमुई में घना कोहरा, बिहार में पछुआ हवा का दिखने लगा असर बिहार में तेज पछुआ हवा चल रही है, जिससे ठंड बढ़ गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों में राज्य का न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट की जाएगी। इससे प्रदेश में और ठंड बढ़ेगी। रविवार सुबह मुजफ्फरपुर और मधेपुरा में घना कोहरा देखने को मिला। पूरी खबर पढ़ें… मध्य प्रदेश: नवंबर में पिछले साल से भी सर्द भोपाल; एमपी में पचमढ़ी सबसे ठंडा; इंदौर में 2° और लुढ़केगा पारा उत्तर-पूर्वी हवाओं के कमजोर होने और पहाड़ों में जेटस्ट्रीम चलने की वजह से मध्यप्रदेश में ठंड का असर है। भोपाल और जबलपुर में टेम्प्रेचर सामान्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस तक नीचे है। भोपाल की रातें पिछले साल से ज्यादा सर्द हैं। वहीं, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में टेम्प्रेचर 2 डिग्री तक लुढ़क सकता है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा: 24 घंटे में 2.5 डिग्री गिरा पारा, 5 जिलों में धुंध का अलर्ट, 30 मीटर हुई विजिबिलिटी हरियाणा में धुंध जारी है, इससे ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। सुबह धुंध के कारण कई शहरों में दृश्यता 30 मीटर रह गई। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने रविवार के लिए सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, जींद में घनी धुंध का यलो अलर्ट जारी किया है। पूरी खबर पढ़ें…