BJP बोली- सोनिया अलग कश्मीर समर्थक FDL-AP संगठन से जुड़ीं:भारत विरोधी सोरोस कांग्रेस को फंडिंग कर रहे, दोनों मिलकर इकोनॉमी को तबाह करना चाहते

भाजपा ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ऐसे संगठन से जुड़ी हैं, जिसे जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन की तरफ से फंडिंग मिलती है। इस संगठन का नाम फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (FDL-AP) है। सोनिया इसकी सह-अध्यक्ष (CO) हैं। भाजपा का कहना है कि यह संगठन कश्मीर को भारत से अलग करने की वकालत करता है। कांग्रेस पर BJP के 2 गंभीर आरोप… पहला आरोप: बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राजीव गांधी फाउंडेशन को भी जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन से फंड मिला है। इस फंड का इस्तेमाल भारत को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। दूसरा आरोप: राहुल गांधी कई बार ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) की रिपोर्ट का हवाला देकर केंद्र सरकार पर हमला करते हैं। भाजपा का आरोप है कि OCCRP को जॉर्ज सोरोस से फंडिग मिलती है। ये दोनों कांग्रेस के साथ मिलकर भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने और मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। अब पूरा मामला 3 पॉइंट्स में समझिए… 1. राहुल ने OCCRP रिपोर्ट्स का हवाला देकर केंद्र को घेरा
OCCRP खोजी पत्रकारों का एक संगठन है। इसी संस्था ने साल 2023 में अपनी रिपोर्ट में बिजनेसमैं गौतम अडाणी पर स्टॉक मैनिपुलेशन और कई तरह की अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। इसके अलावा इसी संस्था ने पेगासस मुद्दे को लेकर भी रिपोर्ट पब्लिश की थी। राहुल गांधी कई बार OCCRP की रिपोर्ट के आधार पर PM मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साध चुके हैं। 2. BJP बोली- OCCRP और राहुल मिलकर भारत को तोड़ने की कोशिश में
5 दिसंबर को बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा फ्रांसीसी मीडिया की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि OCCRP को अमेरिकी सरकार की तरफ काफी फंडिंग मिलती है। साथ ही इस संगठन को अमेरिकी उद्योगपति जॉर्ज सोरोस से भी पैसा मिलता है। ताकि भारत विरोधी अभियान चलाया जा सका। भाजपा का कहना है कि संसद सत्र से पहले जानबूझकर भारतीय उद्योगपतियों के खिलाफ रिपोर्ट लाई जाती हैं। ताकि संसद न चल सके। इससे भारत का नुकसान हो और भारत के उद्योगपति न पनपे। यही राहुल गांधी की कोशिश है। संबित पात्रा ने कहा;- गांधी परिवार एक ऐसा परिवार है, जो अपनी कुर्सी के लिए देश को बेचने से भी गुरेज नहीं करेगा। राहुल गांधी देशद्रोही हैं और उन्हें ये कहने में कोई संकोच नहीं है। 3. अमेरिका का BJP के आरोपों से इनकार
बीजेपी के इन आरोपों को अमेरिकी सरकार ने खारिज किया है। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका मीडिया स्वतंत्रता का समर्थक है। वह OCCRP को फंड नहीं करता है। OCCRP ने भी भाजपा के आरोपों को खारिज किया। 2006 में बनी एक इन्वेस्टिगेटिव संस्था है ‘OCCRP’ इन्वेस्टर और कारोबारी जॉर्ज सोरोस और रॉकफेलर ब्रदर्स जैसे लोगों द्वारा फंडेड ‘OCCRP’ 2006 में बनी एक इन्वेस्टिगेटिव संस्था है। इसे 24 नॉन-प्रॉफिट सेंटर्स ने मिलकर बनाया है। यह संस्था यूरोप, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और एशिया में काम करती है। OCCRP ने अपनी वेबसाइट में बताया है कि वह कंपनियों के वित्तीय अनियमितताओं बारे में रिसर्च करती है और उसकी रिपोर्ट मीडिया संस्थानों की मदद से सीरीज में पब्लिश करती है। जॉर्ज सोरोस प्रधानमंत्री मोदी को अलोकतांत्रिक बता चुके हैं
जॉर्ज सोरोस का जन्म 12 अगस्त, 1930 को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में हुआ था। जॉर्ज पर दुनिया के कई देशों की राजनीति और समाज को प्रभावित करने का एजेंडा चलाने का आरोप हैं। सोरोस की संस्था ‘ओपन सोसाइटी फाउंडेशन’ ने 1999 में पहली बार भारत में एंट्री की। 2014 में इसने भारत में दवा, न्याय व्यवस्था को बेहतर बनाने और विकलांग लोगों को मदद करने वाली संस्थाओं को फंड देना शुरू किया। 2016 में भारत सरकार ने देश में इस संस्था के जरिए होने वाली फंडिंग पर रोक लगा दी। अगस्त 2023 में जॉर्ज का म्यूनिख सिक्योरिटी काउंसिल में दिया बयान बेहद चर्चा में रहा। जब उन्होंने कहा था कि भारत लोकतांत्रिक देश है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी लोकतांत्रिक नहीं हैं। उनके उनके तेजी से बड़ा नेता बनने की अहम वजह मुस्लिमों के साथ की गई हिंसा है। सोरोस ने CAA, 370 पर भी विवादित बयान दिए
सोरोस ने भारत में नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA और कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने पर भी PM मोदी पर निशाना साधा था। सोरोस ने दोनों मौकों पर कहा था कि भारत हिंदू राष्ट्र बनने की तरफ बढ़ रहा है। दोनों ही मौकों पर उनके बयान बेहद तल्ख थे और वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते दिखाई दिए थे।