लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संसद में धक्का-मुक्की की घटना पर बात की। खड़गे ने कहा कि हम शांति से प्रोटेस्ट करने आए थे, लेकिन उन्हें (भाजपा) क्या सूझा मालूम नहीं। वे हमें रोकने के लिए मकर द्वार पर बैठे थे। 5 मिनट बाकी थे और हम अंदर जाना चाहते थे। उन्होंने दरवाजे पर रोका और मसल पावर दिखाने के लिए बहुत सारे सांसद उनके मौजूद थे। हमारी महिला सदस्य हमारे साथ आ रही थीं। उन्हें भी रोका गया। ये जबरदस्ती हमारे ऊपर हमला किया गया। पहले ही मैं किसी को टक्कर देने की स्थिति में नहीं हूं। मुझे भी धक्का दिया, मैं बैलेंस नहीं संभाल सका और नीचे गिर गया। हमारे ऊपर इल्जाम लगा रहे हैं कि हमने धक्का दिया। खड़गे ने कहा कि, “कल हमने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उसमें हम बहुत सी चीजें आपको बताई थीं। और एक मुद्दा हमारे सामने आया है, जो आज की सरकार खासकर प्रधानमंत्रीजी और हमारे होम मिनिस्टर बयान जो दे रहे हैं अंबेडकर पर, वो दुखदायक है।” आप बगैर फैक्ट देखे बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बोल रहे हैं। जांच तो कर लें कि फैक्ट्स क्या हैं। उसके बाद आप नेहरूजी को गालियां दें, अंबेडकर को अपमानित करें। ये सब जो कर रहे हैं, वो जानबूझकर कर रहे हैं, आपके पास कोई सबूत नहीं है इन बातों का। दरअसल, भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने सुबह आरोप लगाया था कि राहुल ने उनके साथ धक्का-मुक्की की, जिससे उनके सिर में चोट आई। पार्टी के एक अन्य सांसद मुकेश राजपूत ने भी राहुल पर यही आरोप लगाए थे। हालांकि, जब राहुल से इस पर सवाल हुआ तो उन्होंने उल्टा भाजपा सांसदों पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा- भाजपा सांसदों ने उन्हें संसद में जाने से रोका, धमकाया और धक्का-मुक्की की। संसद में गुरुवार सुबह I.N.D.I.A. ब्लॉक अंबेडकर पर शाह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था। इसी दौरान भाजपा और विपक्षी सांसद आमने-सामने आ गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना के बाद ही धक्का-मुक्की शुरू हुई। राहुल और खड़गे की प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रमुख बातें… 1. संसद में धक्का-मुक्की पर खड़गे ने कहा “आज जो घटना घटी, हम रोज पहले से ही सदन में रखे जाने वाले मुद्दों पर चिंतन करते हैं, हमने सदन को डिस्टर्ब करने की कोशिश नहीं की। 14 दिन सदन चलाने के लिए हमारा संकल्प था और हमने रोज प्रोटेस्ट किया। रोज मुद्दा था कि अडाणी जो देश को लूट रहे हैं, जो लूटने दे रहे हैं, उनके ऊपर हमारा हमला था। लेकिन बीच में जब संविधान की चर्चा आई, उस वक्त शाहजी को कहां से समझ में आया, किसने ज्ञान दिया, मुझे नहीं मालूम। उन्होंने भगवान की व्याख्या भी अलग कर दी। अंबेडकर पूजनीय हैं, उनके बारे में कोई बोलता है तो शाह ने अंबेडकर का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि कितना अंबेडकर, अंबेडकर बोलते हो, अगर इतना भगवान का नाम लेते तो 7 जन्म तक स्वर्ग में रहते। यह मानसिकता जिस लीडर की हो, वो निंदनीय है।” 2. अडाणी मुद्दे पर खड़गे बोले “अडाणी को पोर्ट, रोड, जमीन के ऊपर-नीचे जो है सब दे रहे हैं। रोज उसको बोलना चाहिए कि जहां जगह मिले, वहां नमस्ते करो बैठ जाओ और पैसे आ जाएंगे। ये लोग कभी भी अपनी गलती नहीं मान रहे हैं। हमने कहा कि शाह अपना इस्तीफा दें। हमारे प्रधानमंत्री उन्हें बर्खास्त करें। हमें मालूम है कि वो बर्खास्त नहीं करेंगे। हमने ये मुद्दा जनता तक पहुंचाने के लिए सभी पार्टी लीडर राहुल-प्रियंका और सदन के सदस्य इस मुद्दे को उठा रहे हैं। हमने कहा कि शाह माफी मांगें। सारे हिंदुस्तान में इसको लेकर प्रोटेस्ट हो रहे हैं, कई लोग, कई बच्चे मन रहे हैं। इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए दूसरे मुद्दे उठा रहे हैं।” एक दिन पहले शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, बोले- मेरा बयान तोड़ा-मरोड़ा
राज्यसभा में अंबेडकर को लेकर अपनी टिप्पणी पर गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि संसद में बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए। भाजपा के सदस्यों ने ऐसा ही किया। जब साबित हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी पार्टी है तो कांग्रेस ने अपनी पुरानी रणनीति अपनाते हुए बयानों को तोड़ना-मरोड़ना शुरू कर दिया। शाह ने कहा था कि- खड़गेजी इस्तीफा मांग रहे हैं, उन्हें आनंद हो रहा है तो शायद मैं दे भी दूं पर उससे उनका काम नहीं बनना है। अभी 15 साल तक उन्हें जहां हैं, वहीं बैठना है, मेरे इस्तीफे से उनकी दाल नहीं गलने वाली। इससे पहले खड़गे ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मांग की कि गृह मंत्री अमित शाह को रात 12 बजे से पहले बर्खास्त कर दें। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और शाह एक-दूसरे के पापों और बातों का बचाव करते हैं। दरअसल, गृह मंत्री शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था , ‘अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ कांग्रेस ने इसे अंबेडकर का अपमान बताते हुए शाह के इस्तीफे की मांग की है। पूरी खबर पढ़ें… राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान शाह के बयान पर विवाद
गृह मंत्री शाह ने 17 दिसंबर को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था , ‘अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ कांग्रेस ने इसे अंबेडकर का अपमान बताते हुए शाह के इस्तीफे की मांग की है। —————————————— मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… भाजपा महिला सांसद बोलीं- राहुल नजदीक आए, धमकाया; रिजिजू ने कहा- हम हाथ उठाते तो क्या होता संसद परिसर में 19 दिसंबर को धक्का-मुक्की के बाद भाजपा सांसद फांगनोन कोन्याक ने कहा कि राहुल गांधी मेरे बहुत करीब आकर खड़े हो गए थे। मैं बेहद असहज हो गई थी। राहुल ने मुझे धमकाया। वहीं, किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में कहा- राहुल ने महिला सांसदों को धक्का दिया। ये शर्मनाक है, हम विश्वास भी नहीं कर पा रहे। पूरी खबर पढ़ें… संसद परिसर में धक्का-मुक्की, भाजपा सांसद सारंगी गिरकर घायल; आरोप- राहुल गांधी ने धक्का दिया संसद परिसर में 19 दिसंबर की सुबह धक्का-मुक्की के दौरान ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हो गए। सारंगी ने आरोप लगाया कि राहुल ने एक सांसद को धक्का दिया, जो उनके ऊपर गिरा। सारंगी जब मीडिया के सामने आए, उनके सिर से खून निकल रहा था। पूरी खबर पढ़ें…
राज्यसभा में अंबेडकर को लेकर अपनी टिप्पणी पर गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि संसद में बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए। भाजपा के सदस्यों ने ऐसा ही किया। जब साबित हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी पार्टी है तो कांग्रेस ने अपनी पुरानी रणनीति अपनाते हुए बयानों को तोड़ना-मरोड़ना शुरू कर दिया। शाह ने कहा था कि- खड़गेजी इस्तीफा मांग रहे हैं, उन्हें आनंद हो रहा है तो शायद मैं दे भी दूं पर उससे उनका काम नहीं बनना है। अभी 15 साल तक उन्हें जहां हैं, वहीं बैठना है, मेरे इस्तीफे से उनकी दाल नहीं गलने वाली। इससे पहले खड़गे ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मांग की कि गृह मंत्री अमित शाह को रात 12 बजे से पहले बर्खास्त कर दें। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और शाह एक-दूसरे के पापों और बातों का बचाव करते हैं। दरअसल, गृह मंत्री शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था , ‘अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ कांग्रेस ने इसे अंबेडकर का अपमान बताते हुए शाह के इस्तीफे की मांग की है। पूरी खबर पढ़ें… राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान शाह के बयान पर विवाद
गृह मंत्री शाह ने 17 दिसंबर को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था , ‘अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ कांग्रेस ने इसे अंबेडकर का अपमान बताते हुए शाह के इस्तीफे की मांग की है। —————————————— मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… भाजपा महिला सांसद बोलीं- राहुल नजदीक आए, धमकाया; रिजिजू ने कहा- हम हाथ उठाते तो क्या होता संसद परिसर में 19 दिसंबर को धक्का-मुक्की के बाद भाजपा सांसद फांगनोन कोन्याक ने कहा कि राहुल गांधी मेरे बहुत करीब आकर खड़े हो गए थे। मैं बेहद असहज हो गई थी। राहुल ने मुझे धमकाया। वहीं, किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में कहा- राहुल ने महिला सांसदों को धक्का दिया। ये शर्मनाक है, हम विश्वास भी नहीं कर पा रहे। पूरी खबर पढ़ें… संसद परिसर में धक्का-मुक्की, भाजपा सांसद सारंगी गिरकर घायल; आरोप- राहुल गांधी ने धक्का दिया संसद परिसर में 19 दिसंबर की सुबह धक्का-मुक्की के दौरान ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हो गए। सारंगी ने आरोप लगाया कि राहुल ने एक सांसद को धक्का दिया, जो उनके ऊपर गिरा। सारंगी जब मीडिया के सामने आए, उनके सिर से खून निकल रहा था। पूरी खबर पढ़ें…